नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। ‘हमें मंदिर चाहिए’ का नारा लगाकर सोशल मीडिया पर वायरल हुए व्यक्ति की तस्वीर को लेकर सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि वह कोरोना वायरस से संक्रमित हुए और लखनऊ में ऑक्सीजन नहीं मिलने की वजह से उनकी मृत्यु हो गई।
विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा गलत निकला। वायरल हो रही तस्वीर जितेंद्र गुप्ता की है और वे सही-सलामत हैं।
फेसबुक यूजर ‘Gurchet Chitarkar’ ने वायरल तस्वीर (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, ”इस भक्त को पहचानो ये कहता था, हमें अस्पताल नही चाहिये मंदिर चाहिये। ऑक्सीजन ना मिलने से लखनऊ में मौत हो गई।😔 ईश्वर इसकी आत्म को शांति दे।🙏”
पत्रकार कन्हैया भेलारी ने भी वायरल तस्वीर को शेयर (आर्काइव लिंक) करते हुए लिखा है, ”ये महोदय मुंह अउर आंखे फाड़ के कहते थे हमें अस्पताल नही, मंदिर चाहिये. ऑक्सीजन ना मिलने से इनकी लखनऊ में मौत हो गई. परजातंतर.”
ट्विटर पर भी कई यूजर्स ने इस तस्वीर को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।
वहीं हमारे वाट्सएप चैटबॉट पर भी कई यूजर्स ने इस तस्वीर को भेजकर उसक सच्चाई बताए जाने का अनुरोध किया है।
सोशल मीडिया सर्च में हमें वह वीडियो कई यूजर्स की प्रोफाइल पर मिला, जिसमें उस व्यक्ति को ‘सड़क नहीं चाहिए, रोड नहीं चाहिए….हमें मंदिर चाहिए’ का नारा लगाते हुए देखा जा सकता है। यह वीडियो सोशल मीडिया पर पिछले कुछ सालों से लगातार साझा होता रहा है।
फेसबुक यूजर ‘Inquilab‘ ने इस वीडियो को अपनी प्रोफाइल से पांच अगस्त 2020 को शेयर किया है। एक ट्विटर यूजर ने इस वीडियो को एक नवंबर 2019 को अपनी प्रोफाइल से शेयर किया है।
इस वीडियो में नजर आ रहे व्यक्ति के बारे में ही दावा किया गया है कि लखनऊ में ऑक्सीजन नहीं मिलने की वजह से उनकी मौत हो गई। सोशल मीडिया पर सर्च में हमें ‘Ravinder Singh Negi’ नाम के यूजर की तरफ से साझा किया गया एक पोस्ट मिला, जिसमें उन्होंने बताया है कि वायरल हो रही तस्वीर में नजर आ रहे व्यक्ति का नाम जीतू गुप्ता है और वह जीवित हैं। उनकी मृत्यु को लेकर अफवाह फैलाई जा रही है।
हमारे सहयोगी दैनिक जागरण के रिपोर्टर के जरिए जीतू गुप्ता का संपर्क नंबर मिला। उन्होंने बताया, ‘वायरल तस्वीर उन्हीं की है और यह तस्वीर वास्तव में उस पुराने वीडियो का स्क्रीन शॉट है, जिसमें उन्होंने मंदिर चाहिए का नारा लगाया था।’ उन्होंने हमें बताया, ‘मेरा नाम जितेंद्र गुप्ता है और लोग मुझे जीतू गुप्ता के नाम से बुलाते हैं।’
जितेंद्र गुप्ता ने बताया, ‘उन्होंने दिल्ली पुलिस में इसे लेकर शिकायत भी दर्ज कराई है।’ गु्प्ता ने हमारे साथ शिकायत की प्रति को साझा किया और साथ ही उन्होंने हमें अपना एक वीडियो बनाकर भी भेजा, जिसमें वह खुद के सलामत होने का जिक्र कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘वह दिल्ली के स्थायी निवासी हैं और पिछले कई दशकों से यहीं रह रहे हैं। न तो मैं कभी कोविड-19 से संक्रमित हुआ और न ही लखनऊ गया।’ गुप्ता ने कहा, ‘वायरल वीडियो 2017-18 के दौरान दिल्ली के रामलीला मैदान का है और इसी वीडियो के स्क्रीन शॉट को मेरी मृत्यु की झूठी खबर के दावे के साथ फैलाया जा रहा है।’
वायरल तस्वीर को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर के आधिकारिक पेज को करीब नौ लाख से अधिक लोग फॉलो करते हैं।
निष्कर्ष: ‘हमें सड़क नहीं चाहिए, मंदिर चाहिए’ का नारा लगाने वाले वाले व्यक्ति की कोविड-19 से संक्रमित होने और ऑक्सीजन नहीं मिलने की वजह से मृत्यु के दावे के साथ वायरल हो रही पोस्ट गलत है। जितेंद्र गुप्ता दिल्ली के स्थायी निवासी हैं और वह सही-सलामत हैं।
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