विश्वास न्यूज ने पड़ताल की और वायरल पोस्ट को फर्जी पाया। दंत चिकित्सकों ने भी इस दावे को फर्जी पाया है। इसके अलावा, इस बात का भी कोई सबूत नहीं है कि अनानास का रस रोगी के ठीक होने पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालेगा।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज): सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक पोस्ट में दावा किया गया है कि दांत (विज्डम टूथ) की सर्जरी से पहले अनानास का रस पीना सूजन को कम करने का एक प्रभावी तरीका है और इसके परिणामस्वरूप दर्द रहित रिकवरी हो सकती है। विश्वास न्यूज ने पड़ताल की तो वायरल पोस्ट को फर्जी पाया। दंत चिकित्सकों ने भी इस दावे को फर्जी पाया है। इसके अलावा इस बात का भी कोई सबूत नहीं है कि अनानास का रस रोगी के ठीक होने पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालेगा।
क्या है वायरल पोस्ट में?
ट्विटर पर साझा की गई एक पोस्ट में लिखा है: “मैं अद्भुत महसूस कर रहा हूं। मुझे विज्डम टूथ निकालने के लिए एक भी दर्द की गोली नहीं लेनी पड़ी! बस अनानास का जूस पिया। मैं इसे सभी लोगों को रेकमेंड करूँगा।”
पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है।
पड़ताल
विश्वास न्यूज ने उपयुक्त कीवर्ड का उपयोग करके गूगल पर सर्च करके अपनी जांच शुरू की। हमें ब्रोमेलैन के संबंध में एक रिपोर्ट मिली। ब्रोमेलैन अनानास के रस और अनानास के तने में पाए जाने वाले एंजाइमों का एक समूह है। यूएस नेशनल सेंटर फॉर कॉम्प्लिमेंटरी एंड इंटीग्रेटिव हेल्थ (एनसीसीआईएच) के अनुसार, “विज्डम दांत की सर्जरी के बाद दर्द, सूजन के लिए ब्रोमेलैन सहायक है या नहीं, इस पर परस्पर विरोधी शोध परिणाम हैं।”
विश्वास न्यूज ने डॉ. सागर जे. अबीचंदानी, एमडीएस, प्रोस्थोडॉन्टिक्स, मुंबई से बात की। उन्होंने कहा: “विज्डम दांत निकालने से पहले और बाद में अनानास के रस की सिफारिश नहीं की जाती है। इसका समर्थन करने के लिए कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।”
हमने आगे जांच की और हमें स्पेन के सेविले विश्वविद्यालय में 34 रोगियों का अध्ययन मिला। 2014 की रिपोर्ट में दांत निकालने के बाद ब्रोमेलैन (अनानास में मिलने वाला पदार्थ) के एंटी इन्फ्लेमेटरी और एनाल्जेसिक प्रभाव की जांच की गई थी। रिपोर्ट ने निष्कर्ष निकाला कि एंजाइम देने वालों और प्लेसीबो लेने वालों के बीच “कोई सांख्यिकीय अंतर” नहीं पाया गया।
दंत चिकित्सक दर्द की तीव्रता और प्रक्रिया के आधार पर उपचार से पहले और बाद में कुछ दवाएं लिखते हैं। किसी भी स्वास्थ्य संबंधी समस्या के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
पोस्ट को ट्विटर पर @doseofkard नाम के यूजर आईडी से शेयर किया गया है। जब हमने यूजर की प्रोफाइल को स्कैन किया तो हमने पाया कि यूजर के 1,528 फॉलोअर्स हैं।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने पड़ताल की और वायरल पोस्ट को फर्जी पाया। दंत चिकित्सकों ने भी इस दावे को फर्जी पाया है। इसके अलावा, इस बात का भी कोई सबूत नहीं है कि अनानास का रस रोगी के ठीक होने पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालेगा।
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