Fact Check: दावोस दौरे के PM मोदी के प्रतिनिधिमंडल में शामिल नहीं था PNB घोटाले का मुख्य आरोपी नीरव मोदी
- By: Abhishek Parashar
- Published: May 6, 2019 at 01:23 PM
- Updated: May 6, 2019 at 01:35 PM
नई दिल्ली (विश्वास टीम)। सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें पंजाब नैशनल बैंक घोटाले (पीएनबी) घोटाले का मुख्य आरोपी नीरव मोदी अन्य कारोबारियों के साथ नजर आ रहा है। नीरव मोदी फिलहाल लंदन में पुलिस की गिरफ्त में हैं, जिसके प्रत्यर्पण की कोशिश की जा रही है। विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल हो रहा पोस्ट गलत साबित होता है।
क्या है वायरल पोस्ट में?
कंपनियों के सीईओ के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर के साथ फेसबुक पर शेयर किए गए पोस्ट में लिखा गया है, ‘विदेश यात्रा पर छोटा मोदी को बड़ा मोदी साथ लेकर जाते थे!’ फेसबुक पर इस पोस्ट को ज्योति सिन्हा की वॉल से शेयर किया गया है, जिसे पड़ताल किए जाने तक 118 बार शेयर किया जा चुका है।
पड़ताल
पड़ताल की शुरुआत हमने तस्वीर की सत्यता जांचने के साथ शुरू की। रिवर्स इमेज की मदद से हमें पता चला कि पीआईबी (प्रेस इन्फॉर्मेशन ब्यूरो) ने 23 जनवरी 2018 को यह फोटो जारी किया था, जिसमें नीरव मोदी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ भारतीय उद्योग जगत के दिग्गजों के साथ ली गई तस्वीर में दिख रहा है। पीआईबी की तरफ से जारी तस्वीर में नीरव मोदी भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के चेयरमैन रजनीश कुमार के दाहिने खड़े हैं।
तस्वीर में नीरव मोदी दूसरी पंक्ति में बाईं ओर से तीसरी जगह पर मौजूद हैं।
इस तस्वीर के सामने आने के बाद कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर देश के सबसे बड़े बैंकिंग घोटाले के आरोपी का साथ देने का आरोप लगाया था। न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, बैंक धोखाधड़ी मामले में पीएनबी के सीबीआई को शिकायत किए जाने से पहले ही नीरव मोदी एक जनवरी 2018 को देश से बाहर चला गया था।
स्विट्जरलैंड के दावोस में विश्व आर्थिक मंच (WEF) की बैठक की शुरुआत 22 जनवरी को हुई थी। इस सम्मेलन में भारत के करीब 130 से अधिक सीईओ ने हिस्सा लिया था। इस बैठक में कुल 2,000 से अधिक कारोबारी और 70 देशों के राष्ट्राध्यक्ष और उनके प्रतिनिधि भी शामिल हुए थे।
भारतीय प्रतिनिधिमंडल की अगुआई कन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (सीआईआई) ने की थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जिस तस्वीर का जिक्र किया जा रहा है, वह सीआईआई के इसी कार्यक्रम में शामिल हुए भारतीय उद्योगपतियों के साथ की थी, जिसमें नीरव मोदी भी शामिल हुए थे। इन तस्वीरों को यहां देखा जा सकता है। बैठक की तस्वीर को भारत के विदेश मंत्रालय के आधिकारिक हैंडल से भी ट्वीट किया गया था।
संबंधित तस्वीर इसी कार्यक्रम की थी, जिसके बारे में विदेश मंत्रालय ने स्पष्टीकरण जारी किया। विदेश मंत्रालय के मुताबिक, नीरव मोदी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दावोस के आधिकारिक दौरे में शामिल नहीं था। मंत्रालय के मुताबिक, नीरव मोदी उस कार्यक्रम में निजी हैसियत से शामिल हुआ था, जिसकी कोई ‘’पूर्व सूचना’’ नहीं थी।
16 फरवरी 2018 को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा , ‘मैं पूरे भरोसे के साथ कह सकता हूं कि वह हमारे किसी भी अधिकारी के संपर्क में नहीं थे और हमें यह भी नहीं पता था कि वह (देश छोड़ने के बाद) कहां रह रहे हैं।’
15 फरवरी 2018 को बीजेपी के प्रेस कॉन्फ्रेंस में सरकार का पक्ष रखते हुए केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि नीरव मोदी के खिलाफ सरकार सख्त कार्रवाई कर रही है। प्रसाद ने कहा, ‘नीरव मोदी अपने आप दावोस पहुंचे थे। सीआईआई के ग्रुप फोटोग्राफ्स इवेंट में वह शामिल हुए। उनकी न तो पीएम से मुलाकात हुई, न कोई बातचीत हुई। ऐसा कुछ भी नहीं हुआ।’
प्रसाद के दावे की पुष्टि न्यूज रिपोर्ट से की जा सकती है, जिसका जिक्र ऊपर किया जा चुका है। दावोस में भारतीय उद्योग जगत के दिग्गजों के प्रतिनिधिमंडल की अगुआई सीआईआई कर रहा था, जिसमें मुकेश अंबानी, गौतम अडानी, अजीम प्रेमजी, राहुल बजाज, चंदा कोचर, उदय कोटक और अजय सिंह समेत अन्य लोग शामिल थे।
निष्कर्ष: दावोस की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आधिकारिक यात्रा में भगोड़ा कारोबारी नीरव मोदी शामिल नहीं था और न ही किसी भारतीय अधिकारी के साथ उनकी कोई मुलाकात हुई। सीआईआई के फोटोग्राफिक इवेंट में वह निजी हैसियत से शामिल हुआ था।
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- Claim Review : विदेश यात्रा पर छोटा मोदी को ब़ड़ा मोदी साथ लेकर जाते थे
- Claimed By : FB User-Jyoti Sinha
- Fact Check : झूठ