नई दिल्ली (विश्वास टीम)। आज कल सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रही है जिसमें लिखा है कि अरुणाचल प्रदेश में NDA के लोकसभा उम्मीदवार के सामने किसी ने पर्चा नहीं भरा जिस कारण भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार सर किंटो जेनी निर्विरोध सांसद निर्वाचित हुए। हमारी पड़ताल में हमने पाया कि यह खबर फर्जी है।
CLAIM
वायरल पोस्ट में किंटो जेनी की तस्वीर के ऊपर लिखा है “बीजेपी का खाता खुला, अरुणाचल में वोटिंग से पहले ही बीजेपी का खाता, एनडीए के सामने किसी ने पर्चा नहीं भरा, खौफ इसे कहते हैं। 72 हजार किसी काम के नहीं, भाजपा को मिला शगुन, अरुणाचल प्रदेश से सर किंटो जेनी लोकसभा के लिए निर्विरोध निर्वाचित, भाजपा के प्रथम सांसद को बधाई।” साथ में डिस्क्रिप्शन में लिखा है “भारतीय जनता पार्टी का प्रथम सांसद निर्विरोध चुना गया, शुभ शगुन जय हो मोदी जी की।”
Fact Check
पड़ताल को शुरू करने के लिए हमने इस तस्वीर में दी गयी जानकारी को सर्च करने का फैसला किया। वायरल मैसेज के मुताबिक, किंटो जेनी 2019 में निर्वाचित पहले संसद हैं। हमने इलेक्शन कमीशन की वेबसाइट को खोलकर चेक किया तो पाया कि अरुणाचल प्रदेश में लोकसभा की 2 सीटें हैं- अरुणाचल प्रदेश ईस्ट और अरुणाचल प्रदेश वेस्ट। हमने इन दोनों सीटों को इलेक्शन कमीशन की वेबसाइट पर ढूंढा। पड़ताल में हमने पाया कि अरुणाचल प्रदेश में दो लोकसभा सीटें हैं और इन दोनों पर पहले चरण में, अप्रैल 11 को, सफलतापूर्वक मतदान हुआ। इसके उम्मीदवारों के नामांकन की अंतिम तारीख थी 25 मार्च, 2019। यहां अरुणाचल प्रदेश वेस्ट में कुल 7 प्रत्याशी , जबकि अरुणाचल प्रदेश ईस्ट में कुल 5 प्रत्याशी थे।
अरुणाचल प्रदेश की लोकसभा की दोनों सीटों में से किसी में भी भाजपा की तरफ से सर किंटो जेनी नाम का कोई उम्मीदवार मैदान में नहीं है। अरुणाचल वेस्ट लोकसभा सीट से किरण रिजिजू और ईस्ट से तापिर गाओ भाजपा उम्मीदवार हैं। अरुणाचल प्रदेश में 11 अप्रैल को हुए चुनावों में दोनो में से किसी भी सीट पर कोई अकेला उम्मीदवार नहीं था, इसलिए निर्विरोध निर्वाचन का सवाल ही नहीं है।
आप नीचे पहले चरण के लोकसभा उम्मीदवारों की पूरी लिस्ट देख सकते हैं।इसमें कहीं भी किंटो जेनी का नाम नहीं है
आपको बता दें कि अरुणाचल प्रदेश में 11 अप्रैल को दोनों लोकसभा सीटों के साथ ही 60 विधानसभा सीटों में से 57 पर भी वोटिंग हुई थी। शेष तीन विधानसभा सीटों पर भाजपा प्रत्याशी मतदान से पहले ही विजयी घोषित कर दिए गए, क्योंकि या तो विपक्षी प्रत्याशियों ने अपने नामांकन वापस ले लिए या उनके नामांकन खारिज हो गए। इस तरह डिरांग विधानसभा सीट से फूर्पा टेसरिंग, याचुली से टाबा टेबिर और अलॉंग ईस्ट से किंटो जेनी निर्विरोध विजयी घोषित हो गए थे। शेष 57 विधानसभा सीटों पर लोकसभा चुनाव परिणामों के साथ ही 23 मई को नतीजे घोषित होंगे।
इस सिलसिले में हमने अरुणाचल प्रदेश इलेक्शन कमीशन के इन्फॉर्मेशन एंड रिसर्च के डिप्टी डायरेक्टर देन्हांग बोसाई से बात की जिन्होंने हमें बताया कि किंटो जेनी ने विधानसभा इलेक्शन के लिए पर्चा भरा था और उनके खिलाफ कोई प्रत्याशी न होने के कारण वे अलॉंग ईस्ट सीट से विधायक चुने गए, सांसद नहीं। अरुणाचल प्रदेश में लोकसभा सीटें 2 हैं, जबकि विधानसभा सीटें 60 हैं।
इस पोस्ट को Sunil Dhakad नाम के एक फेसबुक यूजर ने पोस्ट किया था।
निष्कर्ष: हमारी पड़ताल में हमने पाया कि यह खबर फर्जी है। किंटो जेनी ने विधानसभा इलेक्शन के लिए परचा भरा था और उनके खिलाफ कोई प्रत्याशी न होने के कारण वे अलॉंग ईस्ट सीट से विधायक चुने गए, सांसद नहीं। अरुणाचल वेस्ट लोकसभा सीट से किरण रिजिजू और ईस्ट से तापिर गाओ भाजपा उम्मीदवार हैं, और इन दोनों सीटों पर रिजल्ट की घोषणा मई 23 को होगी।
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