विश्वास न्यूज़ की पड़ताल में वायरल पोस्ट भ्रामक साबित हुआ। प्रियंका गांधी वाड्रा की शादी किसी मौलवी ने नहीं, बल्कि कश्मीरी पुरोहित इकबाल किशन रेउ ने कराई थी।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज): सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रही है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि प्रियंका गांधी और रॉबर्ट वाड्रा की शादी एक मौलवी ने कराई थी। विश्वास न्यूज़ ने विस्तार से इस पोस्ट की जाँच की और पाया कि यह दावा गलत है। प्रियंका गांधी वाड्रा की शादी किसी मौलवी ने नहीं, बल्कि कश्मीरी पुरोहित ने कराई थी।
क्या हो रहा है वायरल ?
ट्विटर पर सत तिवारी नाम के एक यूजर ने इस पोस्ट को शेयर करते हुए दावा किया कि प्रियंका गांधी की शादी मौलवी ने कराई थी। उन्होंने लिखा है, “ये सिर्फ नाम के गांधी हैं। असलियत में तो मुल्ले ही हैं। वरना प्रियंका का शादी में मौलवी का क्या काम है।” साथ ही उन्होंने एक फोटो भी शेयर की है। वहीं, फोटो पर लिखा है- “मुझ अज्ञानी को कोई यह बताए कि शादी में मौलवी को बुलाया जाता है या निकाह में।” फोटो में शादी की रस्म निभाते सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और एक अन्य शख्स दिख रहे हैं, जिन्हें मौलवी बताया जा रहा है।
हमें सोशल मीडिया पर समान दावा करने वाले कई पोस्ट मिले। शर्मा जी, राहुल कुमार महतो, कैलाश कौशिक, एस सनातनी आईएनसीए नाम के ट्विटर अकाउंट से भी ऐसे ही पोस्ट किए गए हैं।
वहीं, कुछ पोस्ट में दाढ़ी वाले शख्स को मौलाना और संसद सदस्य शफीकुर्र रहमान विर्क बताया गया है। इन पोस्ट में लिखा है कि प्रियंका गांधी के विवाह के समय मौलाना और संसद सदस्य शफीकुर्र रहमान विर्क को कुछ इस्लामी रवायत निभाने के लिए क्यों बुलाया गया था?
ये पोस्ट पिछले कुछ साल में कई बार सोशल मीडिया पर वायरल हुई है। पोस्ट और उसके आर्काइव वर्जन को यहां देखें।
विश्वास न्यूज़ को अपने फैक्ट चेकिंग वॉट्सऐप चैटबॉट (+91 95992 99372) पर भी ये दावा फैक्ट चेक के लिए मिला।
पड़ताल
इस वायरल पोस्ट की पड़ताल के लिए हमने गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया, तो हमें प्रियंका गांधी और राबर्ड वाड्रा की शादी की कई तस्वीरें मिली हैं। उसमें हमें यह तस्वीर मिली। यानी यह प्रियंका की शादी की तस्वीर थी। अब बारी थी अनजान शख्स के बारे में जानने की। इंटरनेट पर सर्च करने पर हमें डेली ओ का एक आर्टिकल मिला, जिसमें लिखा है कि गांधी परिवार के पुरोहित इक़बाल किशन रेउ ने प्रियंका गांधी की शादी में पूजा कराई थी। वहीं, इस खबर में राहुल गांधी के द्वारा कन्यादान करने की बात भी बताई गई थी। यानी यह शादी हिंदू-रीति रिवाज के अनुसार हुई थी।
इंटरनेट पर हमने इकबाल किशन रेउ के बारे में खंगाला तो हमें आई-कश्मीर का एक आर्टिकल मिला। इसमें बताया गया है कि पंडित स्वरूप किशन रेउ कश्मीर के पहले क्रिकेट अंपायर और पद्मश्री थे। इकबाल किशन रेउ इन्हीं स्वरूप किशन के भाई हैं। उनका जन्म 1932 में हुआ था और वह अपने यजमानों के यहां कश्मीरी कर्मकांड कराते थे। वह रेलवे में नौकरी भी करते थे। प्रियंका गांधी की शादी कराने के बाद 1996 में उन्होंने अपना काम छोड़ दिया। इकबाल किशन रेउ का परिवार कई पीढ़ियों से नेहरू गांधी परिवार का यजमान रहा है।
इस तथ्य की पुष्टि के लिए हमने कांग्रेस के 10 जनपथ स्थित कार्यालय से संपर्क किया। कांग्रेस कार्यालय की ओर से बताया गया कि प्रियंका गांधी की शादी में मौलवी की मौजूदगी का दावा झूठा है। कांग्रेस कार्यालय के लोग भी शादी में मौजूद थे। उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी की शादी एक पंडित ने ही कराई थी। शादी हिंदू रीति-रिवाज से हुई थी।
इस दावे को सोशल मीडिया पर कई यूज़र शेयर कर रहे हैं और इन्हीं में से एक है Sat Tiwari 🇮🇳 नाम का ट्विटर यूजर। यूजर के 681 फ़ॉलोअर्स हैं।
Inputs from Vineet Sharan
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ की पड़ताल में वायरल पोस्ट भ्रामक साबित हुआ। प्रियंका गांधी वाड्रा की शादी किसी मौलवी ने नहीं, बल्कि कश्मीरी पुरोहित इकबाल किशन रेउ ने कराई थी।
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