Fact Check: 2008 की ‘महामंदी’ से जुड़ी मनमोहन की वायरल खबर फर्जी, व्हाइट हाउस में भी नहीं लगी तस्वीर

Fact Check: 2008 की ‘महामंदी’ से जुड़ी मनमोहन की वायरल खबर फर्जी, व्हाइट हाउस में भी नहीं लगी तस्वीर

नई दिल्ली (विश्वास टीम)। सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया गया है कि दुनिया में जब मंदी आई थी, तब अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा था कि भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ही दुनिया को आर्थिक ”महामंदी” से निकाल सकते हैं। ”महामंदी” से निपटने के बाद व्हाइट हाउस में डॉ. मनमोहन सिंह की फोटो लगाई गई।

विश्वास न्यूज की पड़ताल में यह पोस्ट गलत निकला।

क्या है वायरल पोस्ट में?

सोशल मीडिया पर वायरल पोस्ट में मनमोहन सिंह और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा की तस्वीर के साथ कहा गया है, ”दुनिया में आर्थिक महामंदी आया था तब अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा उस वक्त के भारत के प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह के शरण में आए थे और कहा था आज मनमोहन सिंह ही दुनिया को इस महामंदी से निकाल सकते है और उस समय डॉ मनमोहन सिंह ने पूरे विश्व को आर्थिक महामंदी से निकाला। जिसके बाद व्हाइट हाउस में डॉ मनमोहन सिंह की फोटो लगाई गई। लेकिन यह कड़वी सच्चाई अंध भक्तों को हजम नहीं होगी।”

सोशल मीडिया पर वायरल हो रही फर्जी पोस्ट

पड़ताल

रिवर्स इमेज में हमें वह ऑरिजिनल तस्वीर मिली, जिसका इस्तेमाल वायरल पोस्ट में किया गया है। व्हाइट हाउस की आधिकारिक वेबसाइट के आर्काइव में देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की यह तस्वीर 24 नवंबर 2009 की है, जब सिंह अमेरिकी दौरे पर थे।

Image Credit-Whitehouse Archieve

दोनों नेताओं के बीच हुई इस मुलाकात की तस्वीर व्हाइट हाउस के आधिकारिक फोटोग्राफर पीट सुजा ने खींची थी। इसके बाद मंदी को लेकर किए जा रहे दावे की जांच के लिए किए गए सर्च में अंग्रेजी अखबार हिंदुस्तान टाइम्स के यू-ट्यूब चैनल पर एक दिसंबर 2017 को अपलोड किया गया वीडियो मिला, जिसमें ओबामा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अपने रिश्ते के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए नजर आ रहे हैं।

इसी बातचीत में वह कहते हैं, “Dr (Manmohan) Singh was the primary interlocutor with me when we were saving the country from a gloabl financial meltdown.”

हिंदी में इसे ऐसे पढ़ा जा सकता है-‘जब हम अपने देश को वैश्विक मंदी से बचाने की कोशिश कर रहे थे तब डॉ. (मनमोहन) सिंह से मेरी अच्छी बातचीत होती थी।’ वीडियो में उनके इस बयान को 3 मिनट 12 सेकेंड के फ्रेम पर सुना जा सकता है, लेकिन व्हाइट हाउस में मनमोहन सिंह की तस्वीर लगाए जाने का दावा झूठ निकला। न्यूज सर्च में ऐसी कोई खबर नहीं मिली, जिसमें इसका जिक्र किया गया हो।

obamawhitehouse.archives.gov पर भी ऐसी तस्वीर नहीं मिली। व्हाइट हाउस की इस आधिकारिक वेबसाइट पर मनमोहन सिंह और ओबामा की बैठक की सभी तस्वीरों को देखा जा सकता है।

वैश्विक मंदी के बाद अमेरिका के पिट्सबर्ग में 25 सितंबर 2009 को G20 देशों की बैठक हुई थी। बैठक के बाद प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ‘भारत में कोई आर्थिक संकट नहीं है। यह सही है कि वैश्विक आर्थिक संकट की वजह से हमारे निर्यात पर असर पड़ा है, जिससे ग्रोथ रेट प्रभावित हुई है। हालांकि, इसके बावजूद हमारी अर्थव्यवस्था 6.5 फीसदी की दर से आगे बढ़ रही है, इसलिए भारत में कोई समस्या नहीं है।’ भारतीय विदेश मंत्रालय की वेबसाइट पर अपलोड किए गए डॉक्युमेंट से इसकी पुष्टि होती है।

दुनिया को महामंदी से निकालने के दावे को लेकर विश्वास न्यूज ने प्रमुख अर्थशास्त्री अरुण कुमार से बात की। अरुण कुमार ने कहा कि ऐसा कहना गलत है कि मनमोहन सिंह ने दुनिया को महामंदी से बाहर निकाला। उन्होंने कहा, ‘2008 की मंदी के वक्त भारतीय अर्थव्यवस्था का आकार अपेक्षाकृत छोटा था और दुनिया के अन्य देश जहां नकारात्मक ग्रोथ रेट में चले गए वहीं भारत की अर्थव्यवस्था की ग्रोथ रेट में कमी आई और यह 6-7 फीसदी के रेंज में रही। भारत ने खर्च को बढ़ाया और इसकी वजह से राजकोषीय घाटा 3 फीसदी से बढ़कर करीब 12 फीसदी के रेंज में जा पहुंचा और हम नेगेटिव ग्रोथ रेट में जाने से बच गए।’

उन्होंने कहा कि घाटे को बढ़ाने का फायदा हमें ग्रोथ रेट के मोर्चे पर मिला और भारतीय अर्थव्यवस्था मंदी की चपेट में आने से बच गई।

निष्कर्ष: दुनिया को ‘’महामंदी’’ से निकाले जाने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति भवन व्हाइट हाउस में मनमोहन सिंह की तस्वीर लगाए जाने के दावे के साथ वायरल हो रही पोस्ट फर्जी है।

पूरा सच जानें…

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False
Symbols that define nature of fake news
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