Fact Check: उद्धव सरकार में कांग्रेस विधायक अमित देशमुख की कर्ज माफी का दावा गलत, सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही अफवाह

नई दिल्ली (विश्वास टीम)। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक दस्तावेज के हवाले से दावा किया जा रहा है कि महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री बनने के साथ ही उद्धव ठाकरे ने किसानों की कर्जमाफी शुरू कर दी है और इस योजना के तहत राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री विलासराव देशमुख के पुत्र अमित राव देशमुख का करीब 4 करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज माफ कर दिया गया है।

विश्वास न्यूज की पड़ताल में यह दावा गलत निकला। महाराष्ट्र की नई सरकार ने न तो अभी तक कोई कर्ज माफी की घोषणा की है और न ही अमित देशमुख ने ऐसा कोई कर्ज लिया था, जिसका दावा सोशल मीडिया पर किया जा रहा है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

वायरल पोस्ट में महाराष्ट्र सरकार के भू-राजस्व विभाग का एक दस्तावेज वायरल हो रहा है, जिसमें अमित देशमुख और उनके भाई रितेश देशमुख का नाम लिखा हुआ है। फेसबुक यूजर मीरा सिंह (Meera Singh) ने इस दस्तावेज को शेयर करते हुए लिखा है, ”वाह! उद्धव ठाकरे ने तो सीएम बनते ही किसानो की कर्जमाफी शुरू भी कर दी!

इस क्रम में सबसे पहला नंबर है महाराष्ट्र के सबसे गरीब किसान पूर्व सीएम विलासराव देशमुख के पुत्र #अमित_राव_देशमुख का जिसका 4 करोड़ का कर्ज आज माफ किया गया! इसी लूटमारी के लिए उद्धव का फड़नवीस-सरकार में दम घुट रहा था!”

अमित देशमुख की कर्ज माफी के दावे के साथसोशल मीडिया पर वायरल हो रही फर्जी पोस्ट

पड़ताल किए जाने तक इस पोस्ट को करीब 200 से अधिक लोग शेयर कर चुके हैं।

पड़ताल

न्यूज सर्च में हमें अंग्रेजी चैनल NDTV का एक वीडियो मिला, जिसमें राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे मीडिया से बातचीत करते हुए दिखाई दे रहे हैं। उनकी यह बातचीत मुख्यमंत्री बनने के बाद हुई पहली कैबिनेट बैठक के बाद की थी।

उन्होंने कहा, ‘आप सारे लोगों को पता है कि महाराष्ट्र के जो काश्तकार हैं, किसान हैं, वह बहुत मुश्किल में हैं। मैं छिटपुट बातें उनके लिए नहीं करना चाहता। इसलिए मैंने निर्देश दिया है कि आज तक जितनी सारी योजना…वो राज्य सरकार और केंद्र सरकार ने उनके लिए घोषित की है, कितनी पूंजी उनके लिए यूज की गई है और कितनी होना बाकी है. पूरा चित्र स्पष्ट होने के बाद जो बात मेरे मन में हैं, वह मैं जरूर करुंगा। हमारे साथी है, वह भी साथ में हैं और किसान खुश हो जाएगा, ऐसा हम जरूर करेंगे।’

यानी उद्धव सरकार की तरफ से अभी तक राज्य में किसानों की कर्ज माफी की किसी योजना का ऐलान नहीं किया गया है।

उद्धव ठाकरे के शपथग्रहण से एक दिन पहले तीनों दलों के नेताओं ने गठबंधन सरकार के न्यूनतम साझा कार्यक्रम की घोषणा की थी, जिसके मुताबिक राज्य में महाराष्ट्र विकास आघाड़ी सरकार किसानों की पूर्ण कर्ज माफी करेगी।

शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस ने मिलकर महाराष्ट्र में ”महाराष्ट्र विकास आघाड़ी” सरकार का गठन किया है।

दैनिक जागरण के मुंबई ब्यूरो प्रमुख ओमप्रकाश तिवारी ने बताया कि उद्धव ठाकरे की सरकार ने अभी तक किसी भी कर्ज माफी की घोषणा नहीं की है। उन्होंने कहा, ‘गठबंधन सरकार ने किसानों की कर्ज माफी का वादा किया है और ऐसी उम्मीद की जा रही है कि विधानसभा के शीतकालीन सत्र में इसे लेकर कोई घोषणा हो सकती है।’

इसके बाद हमने वायरल हो रहे दस्तावेज की सत्यता को खंगाला। मराठी अखबार लोकसत्ता में 17 जुलाई 2019 को छपी खबर के मुताबिक, ‘’लातूर जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक में अमित देशमुख और रितेश देशमुख को लातूर तालुका की सारसा यहां की 11 एकड़ जमीन पर चार करोड़ 70 लाख रुपये का कर्ज दिया है, ऐसा दावा करने वाला एक डॉक्युमेंट सोशल मीडिया पर चर्चा में है। इस बारे में जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक के कार्यकारी संचालक हनुमंथ जाधव से जब बात हुई, तब उन्होंने कहा कि कैसे बातों को तोड़-मरोड़कर कर पेश किया जाता हैं, यह उसका उदाहरण हैं।‘’

मराठी अखबार लोकसत्ता में प्रकाशित खबर

रिपोर्ट के मुताबिक, ‘2011 वर्ष में गन्ना तोड़ने वाली मशीन खरीद करने के लिए विकास सहकारी कारखाने की कुल 8 आवेदन बैंक के पास आये थे। एक मशीन की कीमत बैंक को 78 लाख रुपये पड़ रही थी। हालांकि, इस कर्ज के लिए किसान के नाम पर 25 एकड बागवानी जमीन हो ऐसी शर्त थी, तभी इस कर्ज को स्वीकार किया जाता। आठ में से छह मामले बाभलगांव के देशमुख परिवार से थे। वैशाली ताई विलासराव देशमुख के नाम पर दो, रितेश देशमुख के नाम पर एक, धीरज देशमुख के नाम पर एक और अदिति अमित देशमुख इनके नाम पर दो मामले थे। अदिति देशमुख के नाम पर पूरी जमीन नहीं होने के कारण मॉर्गेज के तौर पर अमित देशमुख और रितेश देशमुख की लातूर के सारसा  की 11 एकड़ जमीन बैंक के पास गिरवी रखकर कर्ज को मंजूरी दी गयी। कर्ज मंजूर होने के बाद उस जमीन के क्षेत्रफल के आधार पर बैंक ने 3 गुनी रकम स्वीकार की और इस आधार पर अमित देशमुख और रितेश देशमुख के नाम पर कुल 4 करोड़ 70 लाख के कर्ज के तौर पर मंजूरी मिली। लेकिन कर्ज को मंजूरी मिलने के बाद अदिति देशमुख और रितेश देशमुख ने कभी कर्ज लिया ही नहीं और ना ही मशीन की खरीदी की। तीन मशीनों की जो खरीद हुई थी उसकी रकम (ब्याज समेत) 2016 में लौटा दी गई।‘’

रिपोर्ट बताती है, ‘’जमीन के बैंक के आकलन को खत्म नहीं कराने के कारण वह वैसे ही रह गया और यही दस्तावेज सोशल मीडिया में सोमवार को वायरल होने लगा। कर्ज नहीं लेने के बावजूद अमित और रितेश की जबरदस्त बदनामी हुई।”

सोशल मीडिया पर जो दस्तावेज को वायरल किया जा रहा है वह महाराष्ट्र सरकार के महसूल विभाग (राजस्व विभाग) का पुराना ‘’सात बारा’’ (खतौनी विवरण) है। विभाग की वेबसाइट पर जिले की संबंधित जमीन का विवरण देखा जा सकता है।

अमित देशमुख की तरफ से विश्वास न्यूज को ‘’सात बारा (7-12 दस्तावेज)’’ की अपडेटेड कॉपी भी मिली। इसमें देखा जा सकता है कि उस कर्ज का विवरण नहीं है, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

सातबारा (खतौनी) की अपडेटेड प्रति, जिसमें कर्ज का कोई जिक्र नहीं है

20 जुलाई 2019 को अपडेट की गई इस प्रति में किसी कर्ज का कोई विवरण नहीं है। वायरल हो रहा ‘’सात बारा’’ वास्तव में पुरानी प्रति है, जिसे सोशल मीडिया पर फैलाया गया।

देशमुख ने बताया, ‘उनके परिवार के सदस्यों ने गन्ना तोड़ने की मशीन खरीदने के लिए बैंक से जो कर्ज लिया था, उसे 2016 में चुका भी दिया गया। यह कर्ज मैंने नहीं लिया था।’

लातूर में मौजूद उनके जनसंपर्क अधिकारी ने बताया, ‘ जो कर्ज परिवार के सदस्य की तरफ से मशीन को खरीदने के लिए उठाया गया था, वह कर्ज माफी के दायरे में आने वाला कर्ज ही नहीं है। दूसरी बात कि उस कर्ज का भी भुगतान 2016 में कर दिया गया।’

अमित देशमुख महाराष्ट्र के लातूर से कांग्रेस पार्टी के विधायक हैं। myneta.info के मुताबिक, अमित देशमुख पर कुल एक करोड़ 61 लाख 60 हजार 136 रुपये का कर्ज है।

सोशल मीडिया पर मधु किश्वर की तरफ से इस दस्तावेज को शेयर किए जाने पर रितेश देशमुख ने भी सफाई दी। ट्वीट कर रितेश देशमुख ने कहा, ‘मधु किश्वर जी, जो दस्तावेज वायरल किया जा रहा है, उसके पीछे गलत मंशा छिपी है। न तो मैंने और न ही मेरे भाई अमित देशमुख ने कोई लोन लिया, जिसका जिक्र आपकी तरफ से शेयर किए गए पेपर में किया गया है। इसलिए किसी भी कर्ज माफी का सवाल ही नहीं उठता है। कृपया गुमराह न हों। धन्यवाद।’

निष्कर्ष: सोशल मीडिया पर उद्धव ठाकरे की सरकार बनने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री विलासराव देशमुख के बेटे अमित देशमुख की कर्ज माफी का दावा झूठा है। अमित देशमुख ने ऐसा कोई कर्ज नहीं लिया है, जिसकी माफी का दावा किया जा रहा है और न ही उद्धव ठाकरे सरकार ने अभी तक राज्य में किसानों की कर्ज माफी की घोषणा की है।

False
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