Fact Check : अयोध्या में भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाने को लेकर नहीं हुआ प्रदर्शन, पुराना वीडियो गलत दावे के साथ हुआ वायरल

विश्वास न्यूज ने अयोध्या में हुए प्रदर्शन को लेकर वायरल दावे की पड़ताल की और पाया वायरल दावा गलत है। वीडियो हाल-फिलहाल का नहीं बल्कि साल 2018 का है। राम मंदिर निर्माण को लेकर साल 2018 में प्रवीण तोगड़िया ने अपने समर्थक के साथ रैली निकाली थी।

Fact Check : अयोध्या में भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाने को लेकर नहीं हुआ प्रदर्शन, पुराना वीडियो गलत दावे के साथ हुआ वायरल

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में लोग भगवा झंडा पकड़े हुए रैली निकालते हुए नजर आ रहे हैं। इस वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि हिन्दुस्तान को हिन्दू राष्ट्र घोषित किया जाए। अयोध्या में हिन्दू राष्ट्र की मांग को लेकर निकला जन सैलाब। विश्वास न्यूज ने वायरल वीडियो को लेकर किये जा रहे दावे की पड़ताल की और पाया कि वायरल दावा गलत है। वीडियो हाल-फिलहाल का नहीं, बल्कि साल 2018 का है। राम मंदिर निर्माण को लेकर साल 2018 में प्रवीण तोगड़िया ने अपने समर्थकों के साथ रैली निकाली थी। 

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक यूजर ने Jatin Gori वायरल वीडियो को शेयर करते हुए लिखा हुआ है, “हिंदुस्तान को हिन्दू राष्ट्र घोषित किया जाए। अयोध्या में हिन्दू राष्ट्र की मांग को लेकर निकला जन सैलाब।”

सोशल मीडिया पर कई अन्य यूजर्स ने इस वीडियो को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है। फेसबुक पोस्‍ट के कंटेंट को यहां ज्‍यों का त्‍यों लिखा गया है। इसके आकाईव्‍ड वर्जन को यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल –

वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए विश्वास न्यूज ने इनविड टूल का इस्तेमाल किया। इस टूल की मदद से हमने वीडियो के कई ग्रैब्स निकाले और उन्हें गूगल रिवर्स इमेज के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल वीडियो गौरी शंकर नामक एक फेसबुक अकाउंट पर 26 अक्टूबर 2018 को अपलोड हुआ मिला। वीडियो को पोस्ट करते हुए कैप्शन में लिखा गया है, प्रवीण तोगड़िया जी के नेतृत्व में अयोध्या जी में राम मंदिर निर्माण को ले के राम भक्तों का जनसैलाब। मंदिर वहीं बनाएंगे चाहे जो हो। याद रखना मंदिर नहीं तो वोट नहीं। जय श्री राम। कई अन्य फेसबुक यूजर्स ने भी साल 2018 में इस वीडियो को इसी कैप्शन के साथ शेयर किया हुआ है।

प्राप्त जानकारी के आधार पर हमने गूगल पर कुछ कीवर्ड्स के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल वीडियो से जुड़ी एक रिपोर्ट न्यूज 18 के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर 23 अक्टूबर 2018 को अपलोड हुई मिली। रिपोर्ट में दी गई जानकारी के मुताबिक, प्रवीण तोगड़िया ने अपने समर्थकों के साथ मिलकर अयोध्या में राममंदिर निर्माण के लिए सरकार पर दबाव बनाने के लिए रैली निकाली थी। प्रवीण तोगड़िया ने अयोध्या के रामकोट की परिक्रमा करने की कोशिश की, जिसे पुलिस ने रोक दिया। परिक्रमा रोके जाने से नाराज वीएचपी कार्यकर्ताओं की पुलिस से झड़प हो गई। मामले को बढ़ता देख पुलिस ने टकराव की आशंका को देखते हुए इलाके में निषेधाषा लागू कर दी गई है। Live Hindustan और In Khabar ने भी इस घटना को कवर किया था।

अधिक जानकारी के लिए हमने अयोध्या के दैनिक जागरण के ब्यूरो चीफ राम शरण अवस्थी से संपर्क किया। हमें वायरल वीडियो को उनके साथ शेयर किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। हाल-फिलहाल में अयोध्या में इस तरह की कोई रैली नहीं निकाली गई है। साल 2018 में प्रवीण तोगड़िया ने अपने समर्थकों के साथ मिलकर राम मंदिर निर्माण को लेकर ये रैली निकाली थी।

विश्वास न्यूज ने जांच के आखिरी चरण में उस प्रोफाइल की पृष्ठभूमि की जांच की, जिसने वायरल पोस्ट को साझा किया था। हमने पाया कि यूजर को फेसबुक पर 54 हजार लोग फॉलो करते हैं। Jatin Gori दिल्ली का रहने वाला है।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अयोध्या में हुए प्रदर्शन को लेकर वायरल दावे की पड़ताल की और पाया वायरल दावा गलत है। वीडियो हाल-फिलहाल का नहीं बल्कि साल 2018 का है। राम मंदिर निर्माण को लेकर साल 2018 में प्रवीण तोगड़िया ने अपने समर्थक के साथ रैली निकाली थी।

Misleading
Symbols that define nature of fake news
पूरा सच जानें...

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

Related Posts
नवीनतम पोस्ट