नई दिल्ली (विश्वास टीम)। सोशल मीडिया पर चंडीगढ़ से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सांसद किरण खेर के नाम से एक बयान वायरल हो रहा है, जिसमें कहा गया है, ‘बलात्कार तो सदियों से हो रहा है, ये संस्कृति का हिस्सा है, इसे हम रोक नहीं सकते।’ विश्वास न्यूज की पड़ताल में यह बयान फर्जी साबित होता है। फोटोशॉप की मदद से किरण खेर के नाम से ऐसे बयान को वायरल किया गया, जो उन्होंने कभी नहीं दिया।
फेसबुक पर अभिषेक यादव (Abhishek Yadav) के प्रोफाइल से 9 जून को एक ग्राफिक्स प्लेट शेयर किया गया है, जिसमें किरण खेर की तस्वीर के साथ उनके कथित बयान का जिक्र किया गया है।
अभिषेक यादव ने लिखा है, ‘बलात्कार जैसी घिनौनी घटना पे भाजपा की नीच सोच।’ पड़ताल किए जाने तक पोस्ट को करीब 350 लोग शेयर कर चुके हैं।
पड़ताल की शुरुआत हमने गूगल रिवर्स इमेज से की। सर्च के दौरान हमें करीब दो साल पुराना किरण खेर का एक वीडियो मिला, जिसमें वह उन्हीं परिधान में नजर आ रही हैं, जो वायरल पोस्ट में इस्तेमाल की गई है।
इससे यह साफ हो गया कि किरण खेर के जिस कथित बयान का इस्तेमाल वायरल पोस्ट में किया गया है, वह इसी प्रेस कॉन्फ्रेंस का है। 29 नवंबर 2017 को न्यूज एजेंसी एएनआई के ट्विटर फीड उनके इस प्रेस कॉन्फ्रेंस को देखा जा सकता है।
उनका यह प्रेस कॉन्फ्रेंस नवंबर 2017 के चंडीगढ़ बलात्कार कांड को लेकर था। खेर, चंडीगढ़ से बीजेपी की लोकसभा सासंद हैं। 17 नवंबर को चंडीगढ़ में देहरादून की एक महिला के साथ ऑटो रिक्शा में बलात्कार का वाकया सामने आया था।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा, ‘बच्ची की समझदारी को भी मैं थोड़ा सा कहना चाहती हूं। सारी बच्चियों को…कि ऑलरेडी जब कोई तीन आदमी बैठे हुए हैं उसके अंदर…तो आपको, बेटा, उसे नहीं जाना चाहिए।’
उन्होंने कहा, ‘मैं सभी लड़कियों को कहना चाहती हूं। जब ऑटो रिक्शा में तीन लड़के पहले से मौजूद थे, तो आपको उसमें नहीं बैठना चाहिए।’ उनके पूरे बयान को उपरोक्त वीडियो में पूरा सुना जा सकता है। खेर के इस बयान को लेकर काफी विवाद हुआ था।
उनके इस बयान को सभी अखबारों और मीडया संस्थानों ने प्रकाशित किया था। अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस में प्रकाशित इस खबर को देखा जा सकता है।
चंडीगढ़ के पूर्व सांसद पवन बंसल ने भी उनके इस बयान को लेकर खेर पर निशाना साधा था। इतना ही नहीं, सोशल मीडिया पर उनके इस बयान को लेकर हंगामा हुआ था।
विवाद बढ़ता देख किरण खेर ने इस मामले में सफाई भी दी थी। 30 नवंबर 2017 को इस मामले में अपना पक्ष रखते हुए किरण खेर ने कहा, ‘मैंने तो यह कहा था कि जमाना बहुत खराब है, बच्चियों को एहतियात बरतना चाहिए। चंडीगढ़ पुलिस पीसीआर भेजती है अगर कोई कोई लड़की रात में 100 नंबर पे फोन करती है तो। इसमें राजनीति नहीं होनी चाहिए।’
उन्होंने कहा, ‘लानत है उन पर जिन्होंने इसका राजनीतिकरण करने की कोशिश की है। आपके घर में बच्चियां है, आपको भी मेरी तरह सार्थक बातचीत करनी चाहिए, न कि नुकसान पहुंचाने वाली।’ नई दुनिया में 30 नवंबर 2017 को खेर के इस बयान को लेकर खबर भी प्रकाशित हुई थी।
इसके बाद हमने पोस्ट करने वाले प्रोफाइल को स्कैन किया। फेसबुक यूजर्स अभिषेक यादव ने खुद के राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) से जुड़े होने का दावा किया है और उनकी फीड में ऐसे कोई पोस्ट नजर आए, जो गलत और गुमराह करने के साथ ही राजनीतिक विचारधारा विशेष से प्रेरित है। विश्वास न्यूज, हालांकि उनके आरजेडी से जुड़े होने के दावे की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं करता है।
निष्कर्ष: बलात्कार को लेकर चंडीगढ़ से बीजेपी की सांसद किरण खेर के हवाले से वायरल हो रहा बयान फर्जी है। खेर ने नवंबर 2017 में चंडीगढ़ में हुए बलात्कार को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए अपनी बात रखी थी, लेकिन इस दौरान उन्होंने ऐसा कुछ नहीं कहा, जैसा फर्जी पोस्ट में बताया जा रहा है। विश्वास न्यूज की पड़ताल में किरण खेर के हवाले से वायरल हो रहा बयान फर्जी साबित होता है।
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