X
X

Fact Check: अयोध्या में मस्जिद निर्माण के लिए मिली जमीन पर केजरीवाल ने नहीं दिया हॉस्पिटल बनाने का प्रस्ताव, इस दावे के साथ उनके नाम से वायरल हो रहा ट्वीट फर्जी है

  • By: Abhishek Parashar
  • Published: Aug 9, 2020 at 04:55 PM
  • Updated: Aug 30, 2020 at 08:03 PM

नई दिल्ली (विश्वास टीम)। सोशल मीडिया पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का एक कथित ट्वीट वायरल हो रहा है, जिसमें अयोध्या में मस्जिद निर्माण के लिए मिली जमीन पर उनकी तरफ से सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल बनाने का प्रस्ताव दिया गया है। इस ट्वीट में उस अस्पताल के 3D वास्तुशिल्प (आर्किटेक्ट डिजाइन) की तस्वीर को भी देखा जा सकता है।

विश्वास न्यूज की जांच में केजरीवाल के नाम से वायरल हो रहा ट्वीट फर्जी निकला। बाबरी मस्जिद के निर्माण के लिए आवंटित जमीन पर जिस प्रस्तावित अस्पताल के डिजाइन को शेयर किया गया है, वह वास्तव में गुरुग्राम के नारायणा सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के वास्तुशिल्प (आर्किटेक्चरल डिजाइन) की तस्वीर है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक यूजर ‘साकेत कुमार शर्मा’ ने वायरल पोस्ट (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, ”देश का नेता कैसा हो🙋🏻‍♂️ केजरीवाल जैसा हो🙋🏻‍♂️ भक्तों को करारा जवाब दिया जाएगा।”

अरविंद केजरीवाल के नाम से वायरल हो रहा फर्जी ट्वीट

पड़ताल किए जाने तक कई अन्य यूजर्स ने इस तस्वीर को समान दावे के साथ शेयर किया है।

पड़ताल

वायरल पोस्ट में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के ‘ट्वीट’ का स्क्रीन शॉट लगा हुआ है। ट्विटर पर केजरीवाल का वेरिफाइड प्रोफाइल है, इसलिए हमने उनकी टाइमलाइन पर इस ट्वीट को सर्च किया। वायरल पोस्ट में जिस स्क्रीनशॉट का इस्तेमाल किया गया है, उसमें छह अगस्त की तारीख नजर आ रही है।

लेकिन हमें अरविंद केजरीवाल की ट्विटर टाइमलाइन पर 6 अगस्त या उसके बाद भी ऐसा कोई ट्वीट नजर नहीं आया है, जो अयोध्या के बाबरी मस्जिद निर्माण के लिए आवंटित जमीन से संबंधित हो। 6 अगस्त को उनकी प्रोफाइल से दो ट्वीट और एक रिट्वीट किया गया है।

अरविंद केजरीवाल के वेरिफाइड हैंडल से छह अगस्त को किया गया ट्वीट

वहीं पांच अगस्त को उन्होंने भूमि पूजन को लेकर ट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने इसे लेकर पूरे देश को बधाई दी थी।

न्यूज सर्च में हमें ऐसी कोई खबर नहीं मिली, जिसमें केजरीवाल की तरफ से बाबरी मस्जिद निर्माण के लिए आवंटित जमीन पर अस्पताल बनाए जाने के प्रस्ताव दिए जाने का जिक्र हो।

ट्विटर एडवांस सर्च में हमें अरविंद केजरीवाल के नाम से चलने वाला एक पैरोडी अकाउंट (आर्काइव लिंक) मिला, जिससे छह अगस्त को किया गया ट्वीट वायरल हो रहे ट्वीट की कॉपी है।

https://twitter.com/ArvindKjerival/status/1291256918623711239

यह अकाउंट अरविंद केजरीवाल के नाम से चलने वाला पैरोडी अकाउंट है, जिसके एक ट्वीट को अरविंद केजरीवाल के वेरिफाइड हैंडल के साथ एडिट कर वायरल किया गया। अरविंद केजरीवाल का वेरिफाइड ट्विटर हैंडल ‘@ArvindKejriwal’ है, जबकि पैरोडी अकाउंट का हैंडल ‘@ArvindKjerival’ नाम से मौजूद है। दोनों में बस एक अल्फाबेट का फर्क है।

अरविंद केजरीवाल के नाम पर चलने वाला पैरोडी अकाउंट

यानी जिस ट्वीट को अरविंद केजरीवाल के नाम से वायरल किया जा रहा है, वह उनके नाम से चलने वाले फर्जी पैरोडी हैंडल से ट्वीट किया गया है।

आम आदमी पार्टी के सोशल मीडिया सेल के प्रमुख अंकित लाल ने भी केजरीवाल के नाम से वायरल हो रहे ट्वीट को फर्जी बताया। उन्होंने कहा, ‘ऐसा कोई ट्वीट अरविंद केजरीवाल के ट्विटर हैंडल से नहीं किया गया।’

ट्वीट में बाबरी मस्जिद के लिए आवंटित पांच एकड़ की जमीन पर बनाए जाने वाले अस्पताल के 3D वास्तुशिल्प की तस्वीर को शेयर किया गया। इस तस्वीर की सच्चाई का पता लगाने के लिए हमने इसे गूगल रिवर्स इमेज की मदद से सर्च किया।

सर्च में हमें यह तस्वीर hosmac.com की वेबसाइट पर अपलोडेड मिली। दी गई जानकारी के मुताबिक यह तस्वीर गुरुग्राम में स्थित नारायणा स्पेशियलिटी हॉस्पिटल की है।

गुरुग्राम स्थित नारायणा सुपर स्पेशिलिएटी अस्पताल का आर्किटेक्चरल डिजाइन (Source-hosmac.com)

गौरतलब है कि (सुप्रीम कोर्ट के फैसले के मुताबिक) अयोध्या जिला प्रशासन की तरफ से सुन्नी वक्फ बोर्ड को पांच एकड़ भूमि का आवंटन किए जाने के बाद बोर्ड ने इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन का गठन किया है, जो इस भूमि पर मस्जिद, अस्पताल, रिसर्च सेंटर सहित अन्य जरूरी सुविधाएं विकसित किए जाने संबंधी निर्णय लेगा।

न्यूज रिपोर्ट के मुताबिक, श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन संपन्न होने के साथ ही उत्तर प्रदेश सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड द्वारा गठित इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन ने भी अपनी गतिविधियां बढ़ा दी हैं।

दैनिक जागरण में सात अगस्त को प्रकाशित रिपोर्ट

न्यूज सर्च में हमें ऐसी कोई खबर नहीं मिली जिसमें इस बात की जानकारी मिली कि इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन ने किसी अस्पताल के निर्माण या उसके डिजाइन को मंजूरी दी हो।

विश्वास न्यूज ने इसे लेकर उत्तर प्रदेश सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड के सीईओ सैयद मोहम्मद शोएब से संपर्क किया। शोएब ने बताया, ‘इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन की अभी पहली बैठक हुई है, जिसमें मस्जिद निर्माण के साथ अन्य बातों पर चर्चा हुई। कुछ सदस्यों ने मस्जिद परिसर में अस्पताल के निर्माण की बात कही है, ताकि सभी धर्म और मतों के लोगों की सेवा की जा सके। इस बारे में अभी तक कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है। ऐसे में अस्पताल के नाम या उसके डिजाइन के बारे में जो कुछ भी कहा जा रहा है वह पूरी तरह से बेबुनियाद है।’

वायरल पोस्ट शेयर करने वाले यूजर ने अपनी प्रोफाइल में खुद को प्रयागराज का रहने वाला बताया है। इस प्रोफाइल पर करीब तीन सौ से अधिक लोग फॉलो करते हैं।

इससे पहले भी अयोध्या में ‘बाबरी अस्पताल’ को लेकर एक एडिटेड तस्वीर वायरल हुई थी, जिसकी पड़ताल विश्वास न्यूज ने की थी।

निष्कर्ष: अयोध्या में मस्जिद निर्माण के लिए आवंटित जमीन पर मल्टी स्पेशिलिएटी अस्पताल बनाए जाने के प्रस्ताव के दावे के साथ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने नाम से वायरल हो रहा ट्वीट फर्जी है। अरविंद केजरीवाल ने ऐसा कोई ट्वीट नहीं किया। उनके नाम से चलने वाले पैरोडी अकाउंट के ट्वीट को एडिट कर उनके नाम से वायरल किया जा रहा है। इसके साथ ही जिस वास्तुशिल्प को बाबरी मस्जिद के लिए आवंटित भूमि पर बनने वाले अस्पताल के डिजाइन के तौर पर शेयर किया गया है, वह गुरुग्राम के नारायणा सुपरस्पेशिलिएटी अस्पताल का वास्तुशिल्प यानी आर्किटेक्चरल डिजाइन है।

  • Claim Review : अरविंद केजरीवाल ने अयोध्या में मस्जिद निर्माण के लिए मिली जमीन पर दिया अस्पताल बनाने का प्रस्ताव
  • Claimed By : FB User-साकेत कुमार शर्मा
  • Fact Check : झूठ
झूठ
फेक न्यूज की प्रकृति को बताने वाला सिंबल
  • सच
  • भ्रामक
  • झूठ

पूरा सच जानें... किसी सूचना या अफवाह पर संदेह हो तो हमें बताएं

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी मैसेज या अफवाह पर संदेह है जिसका असर समाज, देश और आप पर हो सकता है तो हमें बताएं। आप हमें नीचे दिए गए किसी भी माध्यम के जरिए जानकारी भेज सकते हैं...

टैग्स

अपनी प्रतिक्रिया दें

No more pages to load

संबंधित लेख

Next pageNext pageNext page

Post saved! You can read it later