Fact Check: राजस्थान के गंगापुर में मुस्लिमों को नहीं मारने आई भीड़, गलत दावे के साथ वीडियो हो रहा वायरल

नई दिल्ली (विश्वास टीम)। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें भीड़ नजर आ रही है। दावा किया जा रहा है कि गंगापुर में कथित रूप से हिंदू युवा वाहिनी के लोग मुसलमानों को मारने आए थे, लेकिन मुसलमानों की एकता देखकर उन्हें वहां से भागने के लिए मजबूर होना पड़ा। विश्वास न्यूज की पड़ताल में यह दावा गलत निकला। जिस वीडियो को हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं का बताकर वायरल किया जा रहा है, वह विश्व हिंदू परिषद की रैली थी, जिसे तयशुदा कार्यक्रम के तहत निकाला जा रहा था। न कि वैसी भीड़, जो मुसलमानों को पीटने के लिए निकली थी।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक पर वायरल हो रहे पोस्ट में वीडियो को शेयर किया गया है। वीडियो शेयर करते हुए लिखा गया है, ‘गंगापुर का माहौल खराब हो गया हिंदू युवा वाहिनी के लोग मुस्लिम इलाके में मुसलमानों को मारने के लिए आए थे मुसलमानों की एकता को देखकर दुम दबाकर भागे है। जो भी भाई जहां है। हिफाजत से रहे और एकता बनाए रखें अब वक्त आ गया है मुसलमानों को एक होने का.. एक दूसरे की मदद करें अकेला छोड़कर ना भागे…।’

एक दिन पहले फेसबुक यूजर्स सुभान सईद (Subhan Sayed) की वॉल से इस वीडियो को शेयर किया गया है, जिसे अब तक करीब दो हजार से अधिक व्यूज मिल चुके हैं।

पड़ताल

सोशल मीडिया सर्च में हमें पता चला कि यह वीडियो कई और यूजर्स ने समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है। पिछले शनिवार फेसबुक यूजर्स आसिफ सदी (Asif Saadi) की वॉल पर इस वीडियो को समान दावे के साथ शेयर किया गया था।

फेसबुक पर गलत दावे के साथ वायरल हो रही पोस्ट

पड़ताल की शुरुआत में हमें पता चला कि सोशल मीडिया पर गलत दावे के साथ वायरल हो रहा वीडियो राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले के शहर गंगापुर का है। वीडियो से मिले कीफ्रेम्स को इन सभी कीवर्ड्स (Rajasthan gangapur city video) के साथ रिवर्स इमेज सर्च करने पर ‘राजस्थान पत्रिका’ के यू-ट्यूब चैनल पर 27 अगस्त 2019 को अपलोड किया गया बुलेटिन मिला। बुलेटिन को ‘’Gangapur City में बवाल और पत्थरबाजों का पूरा सच, इस वीडियो में देखें’’ शीर्षक से अपलोड किया गया है।

पत्रिका की इस वीडियो रिपोर्ट में उसी वीडियो का इस्तेमाल किया गया है, जो वायरल पोस्ट में है। वीडियो रिपोर्ट के मुताबिक, संबंधित रैली विश्व हिंदू परिषद की थी।

रिपोर्ट में कहा गया है, ‘’विहिप की रैली पर रविवार को हुए पथराव के बाद उपजे बवाल पर पुलिस अफसरों की नजर है। मोबाइल फोन की रिकॉर्डिंग के बाद अब पुलिस उन लोगों को अरेस्ट करने में लग गई है जो इस तनाव और बवाल की मुख्य वजह है। इस बवाल के पीछे कौन लोग हैं और उन्होनें पुलिस के सामने ही उस दिन क्या किया, ये बताने के लिए ये वीडियो काफी है।’’

न्यूज सर्च में लाइव हिंदुस्तान के वेब पोर्टल पर एजेंसियों के हवाले से  25 अगस्त 2019 को लिखी गई रिपोर्ट मिली, जो पत्रिका की खबर की पुष्टि करती है।

हिंदी अखबार हिंदुस्तान के वेब पोर्टल पर प्रकाशित खबर

खबर के मुताबिक, ‘राजस्थान के सवाईमाधोपुर जिले के गंगापुरसिटी कस्बे में रविवार को विश्व हिन्दू परिषद की ओर से निकाली जा रही एक रैली पर फव्वारा चौक के पास एक मस्जिद और आसपास के घरों से पथराव किये जाने के बाद कस्बे में तनाव उत्पन्न हो गया। गंगापुर सिटी के वृत्ताधिकारी (सर्किल ऑफिसर) प्रतापमल ने बताया कि कस्बे में कानून-व्यवस्था बनाये रखने के लिये अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है और कस्बे में शांति है।’

राजस्थान के स्थानीय वेब पोर्टल हिंदुस्तान पत्रिका में भी इस घटना के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है।

यानी वायरल पोस्ट का यह दावा गलत है कि हिंदू युवा वाहिनी के लोग गंगापुर में मुस्लिमों को मारने-पीटने आए थे। सच्चाई यह है कि 25 अगस्त 2019 को राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले के गंगापुर में विश्व हिंदू परिषद (विहिप) की रैली निकाली गई थी, जिस पर पथराव के बाद इलाके में तनाव की स्थिति पैदा हो गई थी

इसके बाद विश्वास न्यूज ने सवाई माधोपुर जिले के पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी से बात की। उन्होंने वीडियो की पुष्टि करते हुए वायरल दावे का खंडन किया। चौधरी ने कहा, ‘घटना पिछले महीने की है, जब गंगापुर में मंजूरी के बाद विश्व हिंदू परिषद की एक रैली निकली थी, जिस पर पथराव के बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गई थी, लेकिन पुलिस ने इसे तत्काल काबू कर लिया।’ उन्होंने कहा, ‘इस मामले में शुरुआती तौर पर 45 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। बाद में 25 लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया।’

पथराव में हुए घायलों के बारे में पूछे जाने पर चौधरी ने कहा, ‘भीड़ में शामिल कुछ लोगों को मामूली चोटें आई थीं, जिन्हें उपचार के बाद घर भेज दिया गया।’

चौधरी ने बताया कि इस मामले में पुलिस ने तत्काल कार्रवाई की और निषेधाज्ञा को लागू किया। इसके बाद दोनों पक्षों के लोगों को साथ बिठाकर शांतिपूर्ण तरीके से मध्यस्थता कराई गई। मौजूदा स्थिति के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘इलाके में हालात शांतिपूर्ण हैं और जनजीवन पूरी तरह से सामान्य हैं।’

निष्कर्ष: राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले के गंगापुर में हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं का एकजुट होकर मुस्लिमों को पीटे जाने के दावे के साथ वायरल हो रहा वीडियो गलत है। गंगापुर में विश्व हिंदू परिषद की रैली हुई थी, न कि हिंदू युवा वाहिनी की, जिसका दावा वायरल वीडियो में किया जा रहा है। इस रैली पर हुए पथराव के बाद स्थित तनावपूर्ण हुई थी, जिस पर जल्द ही काबू पा लिया गया। यह रैली पुलिस की मंजूरी के बाद निकली थी, न कि कोई वैसी भीड़ थी, जो मुस्लिमों को पीटने के लिए आई थी।

False
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