Fact Check: आचार्य प्रमोद कृष्णम का असली नाम गुल शमद खान नहीं, वायरल पोस्ट उनके खिलाफ दुष्प्रचार है

आचार्य प्रमोद कृष्णन का असली नाम गुल शमद खान नहीं है। सोशल मीडिया पर उनकी धार्मिक पहचान को लेकर दुष्प्रचार किया जा रहा है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। उत्तर प्रदेश की लखनऊ लोकसभा सीट से पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ चुके आचार्य प्रमोद कृष्णम की धार्मिक पहचान को लेकर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि वह हिंदू नहीं बल्कि मुस्लिम हैं और उनका असली नाम आचार्य प्रमोद कृष्णम नहीं गुल शमद खान है।

विश्वास न्यूज की पड़ताल में यह दावा गलत और दुष्प्रचार निकला। आचार्य प्रमोद कृष्णम की धार्मिक पहचान हिंदू है और उनका जन्म बिहार के एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था। आचार्य कृष्णम ने संभल में श्री कल्कि फाउंडेशन की स्थापना की है और वह कल्कि धाम के पीठाधीश्वर भी हैं।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक यूजर ‘Aloke Kumar Singh’ ने वायरल पोस्ट (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, ”हिन्दू नाम होने से कोई हिन्दू नहीं हो जाता…अपना नाम बदल कर हिंदुओं को बरगलाने वाले इस ढोंगी पर कड़ी कार्यवाही होनी चाहिये। कांग्रेस के नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम , जो टीवी पर साधु बन के आता है उसका असली नाम है ,गुल शमद खान।।”

सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर कई अन्य यूजर्स ने इसे समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है। ट्विटर यूजर ‘झालवाडी’ ने भी अपनी प्रोफाइल से इसे शेयर किया है।

https://twitter.com/PMPATEl1969/status/1420595692028841988

पड़ताल

वायरल पोस्ट में किए गए दावे के साथ विकी डेटा के पेज का स्क्रीनशॉट वायरल हो रहा है। पेज की एडिटिंग हिस्ट्री देखने पर हमें पता चला कि इस पेज को कई बार एडिट कर कभी आचार्य को मुस्लिम तो कभी पारसी बताया गया। जाहिर तौर पर ऐसा आचार्य कृष्णम के खिलाफ दुष्प्रचार फैलाने के इरादे से किया गया।

आचार्य कृष्णम के विकी डेटा पेज पर गलत इरादे से की गई एडिटिंग

विकी डेट पर उनकी प्रोफाइल के साथ की गई एडिटिंड हिस्ट्री को यहां क्लिक कर देखा जा सकता है।

आचार्य प्रमोद कृष्णम ने 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान लखनऊ लोकसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था और इसी दौरान उन्होंने चुनाव आयोग को दिए गए हलफनामे में अपना नाम आचार्य प्रमोद कृष्णम और अपने पिता का नाम स्वर्गीय जसवंत सिंह बतााय है।

वर्ष 2019 में चुनाव आयोग को दिया गया हलफनामा

न्यूज सर्च में हमें बिजनस स्टैंडर्ड की वेबसाइट पर 20 अप्रैल 2019 को प्रकाशित न्यूज रिपोर्ट मिली, जो आचार्य कृष्णम के साक्षात्कार पर आधारित है।

बिजनस स्टैंडर्ड में प्रकाशित रिपोर्ट

रिपोर्ट में दी गई जानकारी के मुताबिक, ‘चार जनवरी 1965 को बिहार के ब्राह्मण परिवार में पैदा हुए आचार्य कृष्णम ने संभल में श्री कल्कि फाउंडेशन की स्थापना की है और वह कल्कि धाम के पीठाधीश्वर हैं।’ इन सभी बातों से स्षप्ट होता है कि आचार्य कृष्णम हिंदू परिवार में पैदा हुए और उनकी धार्मिक पहचान हिंदू है।

वायरल पोस्ट में किए जा रहे दुष्प्रचार को लेकर हमने आचार्य कृष्णम से संपर्क किया। वह इस दुष्प्रचार को लेकर वह क्षुब्ध नजर आए। उन्होंने कहा, ‘इस तरह के दुष्प्रचार करने वालों को परमात्मा क्षमा करें। मुझे इस मामले में कुछ और नहीं कहना।’

वायरल पोस्ट को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर ने अपनी प्रोफाइल में खुद को बिहार के आरा का रहने वाला बताया है। इस पोस्ट से विचारधारा विशेष से प्रेरित सामग्री को साझा किया जाता है।

निष्कर्ष: आचार्य प्रमोद कृष्णम की धार्मिक पहचान को लेकर वायरल हो रहा पोस्ट गलत और उनके खिलाफ चलाया जा रहा दुष्प्रचार है। उनका नाम गुल शमद खान नहीं है।

False
Symbols that define nature of fake news
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