Fact Check: न्यूयॉर्क टाइम्स ने पीएम मोदी पर नहीं लिखी वायरल खबर,फर्जी पोस्ट वायरल

न्‍यूयॉर्क टाइम्‍स ने पीएम मोदी को लेकर ऐसा कोई लेख नहीं छापा है। ना ही न्‍यूयॉर्क टाइम्‍स के मुख्‍य संपादक का नाम जोसेफ होप है। विश्वास न्यूज की जांच में न्‍यूयॉर्क टाइम्‍स के नाम पर वायरल अखबार की कटिंग फर्जी साबित हुई।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जुड़ी एक अखबार की कटिंग वायरल हो रही है। कुछ यूजर दावा कर रहे हैं कि न्यूयॉर्क टाइम्स के मुख्य संपादक जोसेफ होप ने पीएम मोदी को लेकर कहा है कि मोदी को न रोका तो भारत बहुत शक्तिशाली हो जाएगा।

विश्‍वास न्‍यूज की जांच वायरल दावा फर्जी साबित हुआ। न तो द न्यूयॉर्क टाइम्स ने कभी भी ऐसा कोई लेख प्रकाशित किया है, और न ही उनके मुख्य संपादक का नाम जोसेफ होप है।

क्या है वायरल पोस्ट में ?

फेसबुक यूजर Suresh Bhati ने वायरल पोस्ट को 1 नवंबर 2023 को शेयर किया है। वायरल कटिंग पर लिखा हुआ है, इस पेपर की कटिंग का एक एक अक्षर पढ़ने योग्य है जिसको कम दिखाई देता है वह चश्मा लगाकर पढ़े किंतु पढ़े अवश्य।”

इस खबर की हेडलाइन लिखी हुई  है : मोदी को नहीं रोका तो भारत बहुत शक्तिशाली हो जायेगा।

पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने न्यूयॉर्क टाइम्स की वेबसाइट को खंगालना शुरू किया। हमें यहां दावे से जुड़ी कोई जानकारी नहीं मिली। पर पीएम नरेंद्र मोदी से जुड़ी कई खबरें मिली।

जांच में आगे हमने न्यूयॉर्क टाइम्स के सोशल मीडिया हैंडल को सर्च किया। हमें न्यूयॉर्क टाइम्स के वेरिफाइड एक्स हैंडल से दावे के खंडन से जुड़ी एक पोस्ट शेयर की हुई मिली ।

वायरल पोस्ट में जोसेफ होप का जिक्र किया गया है। इसलिए हमने न्यूयॉर्क टाइम्स की वेबसाइट के आवर  पीपल सेक्शन में जोसेफ हॉप के बारे में खोजा। इस सेक्शन में न्यूयॉर्क टाइम्स से जुड़े सभी कर्मचारियों की डिटेल्स होती हैं। हमें जोसेफ होप नाम के किसी भी रिपोर्टर या संपादक से जुड़ी कोई जानकारी नहीं मिली ।

यह पहली बार नहीं है, जब ये पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हुई है। पहले भी कई बार इस कटिंग को समान दावे के साथ शेयर किया जा चुका है। जिसकी विश्‍वास न्‍यूज ने समय-समय पर पड़ताल की है। इस दावे की पुष्टि के लिए हमने न्यूयॉर्क टाइम्स से मेल के जरिये संपर्क किया था। न्यूयॉर्क टाइम्स के प्रवक्ता निकोल टेलर ने हमारी मेल का जवाब देते हुए बताया था, “न्यूयॉर्क टाइम्स में ‘जॉन होप्स’ या ‘जोसेफ होप’ नाम से कोई व्यक्ति नहीं है। इसमें  दिखाया गया अखबार का लेख मनगढ़ंत और असत्य है। द न्यूयॉर्क टाइम्स में जोसेफ होप के नाम से कोई कर्मचारी नहीं है।”

पड़ताल के अंत में हमने फर्जी पोस्ट शेयर करने वाले यूजर सुरेश भाटी की जांच की। पता चला कि फेसबुक पर यूजर के लगभग 5 हजार मित्र हैं।

निष्कर्ष: न्‍यूयॉर्क टाइम्‍स ने पीएम मोदी को लेकर ऐसा कोई लेख नहीं छापा है। ना ही न्‍यूयॉर्क टाइम्‍स के मुख्‍य संपादक का नाम जोसेफ होप है। विश्वास न्यूज की जांच में न्‍यूयॉर्क टाइम्‍स के नाम पर वायरल अखबार की कटिंग फर्जी साबित हुई।

False
Symbols that define nature of fake news
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