Fact Check : पीएम मोदी के खिलाफ मुरली मनोहर जोशी ने नहीं दिया वायरल बयान

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में पता चला कि मुरली मनोहर जोशी के नाम से वायरल बयान पूरी तरह फर्जी है। उन्‍होंने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है। हमारी जांच में वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित होती है।

विश्‍वास न्‍यूज (नई दिल्‍ली)। सोशल मीडिया में भाजपा के वरिष्‍ठ नेता मुरली मनोहर जोशी को लेकर एक फर्जी पोस्‍ट वायरल हो रही है। इस पोस्‍ट में भाजपा नेता की तस्‍वीर का इस्‍तेमाल करते हुए उनका एक फर्जी बयान वायरल किया जा रहा है। यूजर्स दावा कर रहे हैं कि प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ यह बयान मुरली मनोहर जोशी ने दिया है। विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। पड़ताल में यह बयान फर्जी साबित हुआ।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर अश्विन जगताप ने 17 जून को एक पोस्‍ट किया। इसमें मुरली मनोहर जोशी की तस्‍वीर का इस्‍तेमाल करते हुए बनाया गया। इसमें लिखा गया : ‘अगर मोदी इसी तरह घमंड में रहे तो 2024 में मोदी बुरी तरह हारेंगे और देश की जनता उध्‍दव साहेब ठाकरे की सादगी को जिताएगी- मुरली मनोहर जोशी, भाजपा नेता’

फेसबुक पोस्‍ट का आर्काइव्‍ड वर्जन यहां देखें। इस पोस्‍ट को सच मानकर दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने पड़ताल की शुरुआत गूगल ओपन सर्च से की। सबसे पहले हमने मुरली मनोहर जोशी के नाम से वायरल बयान को गूगल में सर्च करने की कोशिश की। हमें एक भी ऐसी खबर नहीं मिली, जो इस वायरल बयान की सत्‍यता पर मुहर लगाती हो। मतलब साफ था कि वायरल बयान पूरी तरह फर्जी है, क्‍योंकि यदि मुरली मनोहर जोशी जैसे वरिष्‍ठ नेता कोई बयान देते तो वह खबर जरूर बनती।

वायरल पोस्‍ट की सच्‍चाई जानने के लिए विश्‍वास न्‍यूज ने मुरली मनोहर जोशी के निजी सचिव राजीव बेरवाल से संपर्क किया। उन्‍होंने बताया कि मुरली मनोहर जोशी के नाम पर जो बयान वायरल हो रहा है, वह पूरी तरह फर्जी है।

अब तक की पड़ताल से यह साबित हो गया कि मुरली मनोहर जोशी के नाम पर वायरल बयान पूरी तरह फेक है। अब हमें जानना था कि फेक बयान को वायरल करने वाला यूजर कौन है। तो हमें पता चला कि फेसबुक यूजर अश्‍विन जगताप महाराष्‍ट्र का रहने वाला है। उसके 4.9 हजार फ्रेंड हैं।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में पता चला कि मुरली मनोहर जोशी के नाम से वायरल बयान पूरी तरह फर्जी है। उन्‍होंने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है। हमारी जांच में वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित होती है।

False
Symbols that define nature of fake news
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