Fact Check : यूपी में हुई मॉकड्रिल का वीडियो असली घटना के नाम पर वायरल

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में पता चला कि जिस वीडियो को यूपी पुलिस का असली वीडियो बताकर वायरल किया जा रहा है, वह एक मॉकड्रिल का वीडियो है। यह मॉकड्रिल 2 अप्रैल को अयोध्‍या बॉर्डर पर हुई थी।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया में मॉकड्रिल के एक वीडियो को सच मानकर वायरल किया जा रहा है। यूजर्स दावा कर रहे हैं कि यूपी पुलिस ने अयोध्‍या में जेहादियों का मारा। विश्‍वास न्‍यूज ने जब वायरल वीडियो की पड़ताल की तो सच्‍चाई कुछ और ही सामने आई। दरअसल 2 अप्रैल को अयोध्या जिले के बॉर्डर पर हुई एक मॉकड्रिल के वीडियो को लेकर फर्जी दावों के साथ वायरल कर रहे हैं।

क्‍या हो रहा है वायरल

Main Bhi Chowkidar – सुधीर चौधरी नाम के एक फेसबुक ग्रुप ने यूपी पुलिस के मॉ‍कड्रिल के वीडियो को अपलोड करते हुए दावा किया : ”उत्तरप्रदेश के चौरे बाजार की घटना … जय #योगी राज👌👌 #जेहादियों क्या तुम्हें नही पता था कि ये UP का #अयोध्या मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम की धरातल है God job UP police जय हिंद जय भारत!”

मॉकड्रिल के वीडियो को दूसरे यूजर्स भी झूठे दावों के साथ लगातार वायरल करते हुए दिखे।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने सबसे पहले वायरल वीडियो को ध्‍यान से देखा। वीडियो देखकर ही हमें समझ में आ गया कि कहीं न कहीं ये किसी मॉकड्रिल का वीडियो है। इसके बाद हमने वीडियो को InVID में अपलोड करके कई स्‍क्रीनशॉट निकाला। इसे फिर गूगल रिवर्स इमेज में सर्च किया। हमारे हाथ कई ऐसे वीडियो लगे, जिसमें बताया गया कि वायरल वीडियो दरअसल अयोध्‍या जिले (फैजाबाद) में हुई एक मॉकड्रिल का है।

हस्‍तसाल पोस्‍ट नाम के एक यूटयूब चैनल पर हमें वायरल वीडियो की सच्‍चाई पता चली। इसमें बताया गया कि आतंकी खतरे को ध्‍यान रखते हुए अयोध्‍या जिले में यह मॉकड्रिल की गई थी। वीडियो को चैनल ने 4 अप्रैल को अपलोड किया था।

जांच के अगले चरण में हमें फैजाबाद के बीकापुर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक इंद्रेश यादव से संपर्क किया। उन्‍होंने विश्‍वास न्‍यूज को बताया, ”वायरल वीडियो फर्जी दावों के साथ वायरल होने की खबर पता चला। यह मॉक ड्रिल हमने ही करवाई थी। 2 अप्रैल को सुल्‍तानपुर-अयोध्‍या बॉर्डर पर चौरे बाजार इलाके में यह मॉक ड्रिल हुई थी।”

पड़ताल के अंत में हमने ‘Main Bhi Chowkidar – सुधीर चौधरी’ ग्रुप की सोशल स्‍कैनिंग की। हमें पता चला कि इस ग्रुप को 32 हजार से ज्‍यादा लोगा फॉलो करते हैं। ग्रुप को 17 मार्च 2019 को बनाया गया था।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में पता चला कि जिस वीडियो को यूपी पुलिस का असली वीडियो बताकर वायरल किया जा रहा है, वह एक मॉकड्रिल का वीडियो है। यह मॉकड्रिल 2 अप्रैल को अयोध्‍या बॉर्डर पर हुई थी।

False
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