विश्वास न्यूज ने पड़ताल में वायरल दावे को भ्रामक पाया। साल 2021 में दिल्ली सरकार ने कोरोना महामारी के कारण छठ पूजा पर बैन लगा दिया था। जिसके विरोध में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर के बाहर प्रदर्शन किया था। इस दौरान प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने वाटर कैनन का इस्तेमाल किया था, जिसमें मनोज तिवारी सहित कई अन्य कार्यकर्ता घायल हो गए थे। वायरल तस्वीर उसी समय की है, जिसे अब गलत दावे से शेयर किया जा रहा है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। उत्तर-पूर्वी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र बीजेपी उम्मीदवार मनोज तिवारी की एक तस्वीर सोशल मीडिया तेजी से वायरल हो रही। जिसमें उन्हें सिर और गर्दन पर पट्टी बांधे हुए अस्पताल के बेड पर लेटे हुए देखा जा सकता है। कुछ लोग इस तस्वीर को हालिया बताकर शेयर कर रहे हैं।
विश्वास न्यूज ने पड़ताल में वायरल दावे को भ्रामक पाया। असल में यह साल 2021 में हुई घटना की तस्वीर है। दरअसल, साल 2021 में दिल्ली सरकार ने कोरोना महामारी के कारण छठ पूजा पर बैन लगा दिया था। जिसके विरोध में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर के बाहर प्रदर्शन किया था। इस दौरान प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने वाटर कैनन का इस्तेमाल किया था, जिसमें मनोज तिवारी सहित कई अन्य कार्यकर्ता घायल हो गए थे। वायरल तस्वीर उसी समय की है, जिसे अब गलत दावे से शेयर किया जा रहा है।
फेसबुक यूजर Rupesh Kumar Yadav ने 23 मई को तस्वीर को शेयर कर लिखा है,” बेरोजगार ने ऐसा मारा तमाचा, सह ना पईले रिंकिया के पापा !!”
इसे सच मानकर सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर वायरल किया जा रहा है। पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां देखें।
वाइरल तस्वीर की पड़ताल के लिए हमने गूगल रिवर्स इमेज का इस्तेमाल किया। हमें तस्वीर से जुड़ी खबर (आर्काइव लिंक) जागरण.कॉम पर मिली। 12 अक्टूबर 2021 को प्रकाशित रिपोर्ट में बताया गया है,“यह तस्वीर साल 2021 की है, जब सार्वजनिक स्थानों पर छठ पूजा के आयोजन पर रोक के विरोध में भाजपा कार्यकर्ताओं ने सीएम अरविंद केजरीवाल के घर के बाहर प्रदर्शन किया था और इस दौरान पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने के लिए पानी की बौछार का प्रयोग किया था। जिसमें मनोज तिवारी सहित कई कार्यकर्ता घायल हो गए थे। तस्वीर उसी समय की है।”
हमें तस्वीर से जुड़ी रिपोर्ट न्यूज 18 की वेबसाइट पर मिली। रिपोर्ट को (आर्काइव लिंक) 12 अक्टूबर 2021 को प्रकाशित किया गया है। खबर में बताया गया है,”मनोज तिवारी अन्य कार्यकर्ताओं के साथ दिल्ली में छठ पूजा पर लगे बैन हटाने की मांग करने के लिए सीएम हाउस के पास प्रदर्शन कर रहे थे। इस दौरान दिल्ली पुलिस ने सीएम हाउस के चारों ओर बैरिकेडिंग की हुई थी। इसी दौरान मनोज तिवारी बैरिकेड पर चढ़कर उसे पार करने की कोशिश करने लगे,तभी पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछार का इस्तेमाल किया था। जिससे वह बैरिकेड से गिरकर बेसुध हो गए थे और उन्हें चोट लग गई थी।”
बीजेपी नेता मनोज तिवारी ने अपने एक्स हैंडल से 12 अक्टूबर 2021 को इस घटना के वीडियो को शेयर किया था।
तस्वीर से जुड़ी अन्य रिपोर्ट्स को यहां पढ़ा जा सकता है। अधिक जानकारी के लिए विश्वास न्यूज ने दिल्ली दैनिक जागरण के डिप्टी चीफ रिपोर्टर भगवान झा से संपर्क किया। उन्होंने तस्वीर को पुराना बताया है।
पहले भी यह तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी। उस समय विश्वास न्यूज ने इसकी पड़ताल की थी। पंजाबी भाषा की फैक्ट चेक रिपोर्ट को यहां देखा जा सकता है।
अंत में हमने तस्वीर को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर के अकाउंट को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर को 9 हजार से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं। यूजर ने स्वयं को मुजफ्फरपुर का रहने वाला बताया है।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने पड़ताल में वायरल दावे को भ्रामक पाया। साल 2021 में दिल्ली सरकार ने कोरोना महामारी के कारण छठ पूजा पर बैन लगा दिया था। जिसके विरोध में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर के बाहर प्रदर्शन किया था। इस दौरान प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने वाटर कैनन का इस्तेमाल किया था, जिसमें मनोज तिवारी सहित कई अन्य कार्यकर्ता घायल हो गए थे। वायरल तस्वीर उसी समय की है, जिसे अब गलत दावे से शेयर किया जा रहा है।
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