Fact Check: सॉरी, इस वीडियो के बनने के समय मनमोहन सिंह पूर्व प्रधानमंत्री हो चुके थे

नई दिल्‍ली (विश्‍वास टीम)। टि्वटर पर अशोक पंडित ने एक वीडियो शेयर किया है जिसमें सोनिया गांधी को कुछ लोगों से हाथ मिलाते देखा जा सकता है। इस वीडियो में सोनिया गांधी के साथ पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी मौजूद हैं। वीडियो के साथ लिखे कैप्शन के अनुसार, यह वीडियो मनमोहन सिंह के प्रधानमंत्री होने के समय का है और सोनिया गाँधी मनमोहन सिंह को ख़ास तवज्जो न देकर प्रधानमंत्री पद की गरिमा का अपमान कर रहीं हैं। असल में यह वीडियो 2017 का है जब मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री नहीं थे। इस वीडियो के साथ लिखे तथ्य सही नहीं है।

Claim

वीडियो में सोनिया गाँधी की श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमासिंघे से मुलाकात दिखाई गयी है। इस वीडियो में मनमोहन सिंह को सोनिया गाँधी के पीछे चलते देखा जा सकता है। वीडियो में दिखाई दे रहा है कि श्रीलंका के प्रधानमंत्री के ठीक सामने सोनिया गांधी बैठती है, जबकि मनमोहन उनके साइड में बैठे हैं। वीडियो के साथ कैप्शन में लिखा है ‘एक बार मनमोहन सिंह के प्राइम मिनिस्टर रहते श्रीलंका के पीएम भारत डिप्लोमेटिक विजिट पर आए। बाकी आप इस वीडियो को देखकर खुद अनुमान लगा सकते हैं। गुड नाइट।’

Fact Check

अपनी पड़ताल को शुरू करने के लिए हमने सबसे पहले इस वीडियो के कीफ्रेम्स निकाले और उन्हें गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च किया। हमने इन कीफ्रेम्स के साथ कीवर्ड्स ‘सोनिया गांधी मीट्स श्रीलंकन प्राइम मिनिस्टर’ लिखा। इस वीडियो में ऊपर NNIC लिखा है, हमने यह भी कीवर्ड्स में डाला और हमारे हाथ 2017 का एक वीडियो लगा। 2017 में एनएनआईएस न्यूज़ नामक एक यूट्यूब चैनल द्वारा इस वीडियो को पोस्ट किया गया था और वीडियो का डिस्क्रिप्शन था – ‘अपनी चार दिवसीय भारत यात्रा के दौरान श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमासिंघे अपोजिशन पार्टी की लीडर सोनिया गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह से मिले।

हमने गूगल सर्च किया और पाया कि 2017 में श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमासिंघे भारत दौरे पर आये थे और उन्होंने सोनिया गाँधी से मुलाकात भी की थी।

आपको बता दें कि सोनिया गाँधी इस मीटिंग के वक़्त कांग्रेस पार्टी की अध्यक्ष थीं। दिसंबर 2017 में उन्होंने अपना कार्यभार अपने बेटे राहुल गाँधी को सौंपा था।

शेयर किये गए वीडियो को पहले और भी कई सोशल मीडिया पेजेज पर शेयर किया गया है।

आपको बता दें कि अशोक पंडित एक जाने-माने भारतीय फिल्म निर्माता और सामाजिक कार्यकर्ता हैं। वे अभी IFTDA (भारतीय फिल्म और टेलीविजन निदेशक संघ) के अध्यक्ष हैं। विडंबना यह है कि अशोक पंडित फिल्म ‘द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ के सह-निर्माता भी थे। उनका ट्विटर अकाउंट भी वेरिफाइड है।

निष्कर्ष: हमारी पड़ताल में हमने पाया कि अशोक पंडित द्वारा शेयर किये गए इस वीडियो का डिस्क्रिप्शन मिसलीडिंग है। इस वीडियो के शूट होने के वक़्त मनमोहन सिंह देश के प्रधानमंत्री नहीं थे।

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False
Symbols that define nature of fake news
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