विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल पोस्ट फर्जी साबित हुई। जिस तस्वीर को काठमांडू के पशुपतिनाथ मंदिर का बताकर वायरल किया जा रहा है, वह राजस्थान के मंडावा के मंदिर की तस्वीर है।
विश्वास न्यूज (नई दिल्ली)। सोशल मीडिया में एक पारदर्शी शिवलिंग की तस्वीर फर्जी दावे के साथ वायरल हो रही है। यूजर्स इसे नेपाल में स्थित पशुपतिनाथ मंदिर का बताकर वायरल कर रहे हैं। विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की जांच की। हमें पता चला कि वायरल तस्वीर का नेपाल से कोई संबंध नहीं है। यह तस्वीर राजस्थान के मंडावा में स्थित एक मंदिर में मौजूद शिवलिंग की है।
फेसबुक यूजर संजय सूर्यवंशी ने 14 अगस्त को एक पोस्ट को अपलोड किया। इसमें शिवलिंग की एक तस्वीर के साथ दावा किया गया : ‘ये फोटो श्री पशुपति नाथ जी काठमांडू का है जो की नेपाल में है, इस शिवलिंग का फोटो बहुत मुश्किल से उपलब्ध हुआ है आप इसे अपने मित्रों को भेजे ताकि वो भी दर्शन का लाभ ले सके।’
फेसबुक पोस्ट के कंटेंट को यहां ज्यों का त्यों लिखा गया है। इसका आर्काइव्ड वर्जन यहां देखें।
विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की सच्चाई जानने के लिए सबसे पहले गूगल रिवर्स इमेज टूल की मदद ली। शुरुआती खोज में ही हमें एक फेसबुक पेज और यूट्यूब वीडियो से जानकारी मिली कि वायरल तस्वीर नेपाल की नहीं, बल्कि राजस्थान के मंडावा कस्बे के एक शिव मंदिर की है।
गूगल रिवर्स इमेज टूल की मदद से हम फेसबुक पेज Mandawa-पारदर्शी शिव मंदिर पर पहुंचे। वहां डीपी में वही तस्वीर लगाई गई थी, जो अब नेपाल के नाम पर वायरल है।
इस फेसबुक पेज पर हमें एक स्थानीय अखबार की न्यूज मिली। इसमें बताया गया कि मंडावा के वार्ड 18 में एक मंदिर में पारदर्शी शिवलिंग है। यह खबर आप नीचे पढ़ सकते हैं।
पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने फेसबुक पर दिए गए मोबाइल नंबर से संपर्क किया। मोबाइल नंबर यूजर दीपेश ने बताया कि नेपाल के पशुपतिनाथ मंदिर के नाम पर वायरल पोस्ट फेक है। यह तस्वीर मंडावा के एक शिव मंदिर की है।
जांच के दौरान हमें एक यूट्यूब चैनल पर 5 दिसंबर 2020 को अपलोड एक वीडियो मिला। इसमें पारदर्शी शिवलिंग मंदिर के बारे में बताते हुए बताया गया कि यह शिवलिंग मंडावा में है। पूरा वीडियो नीचे देखें।
अब हमें यह जानना था कि नेपाल के पशुपतिनाथ मंदिर का शिवलिंग कैसा दिखता है। एबीपी न्यूज के एक वीडियो से हमें पता चला कि बागमती नदी किनारे यह मंदिर है। यहां भगवान शिव के चार मुख हैं। पूरा वीडियो आप नीचे देखें।
अब बारी थी उस यूजर की जांच करने की, जिसने मंडावा की तस्वीर को नेपाल का समझकर वायरल किया। हमें पता चला कि फेसबुक यूजर संजय सूर्यवंशी महाराष्ट्र के नासिक में रहते हैं।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल पोस्ट फर्जी साबित हुई। जिस तस्वीर को काठमांडू के पशुपतिनाथ मंदिर का बताकर वायरल किया जा रहा है, वह राजस्थान के मंडावा के मंदिर की तस्वीर है।
सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्यम से भी सूचना दे सकते हैं।