Fact Check : बुर्का पहनकर मतदान करने का वीडियो फर्जी है, 9 महीने पहले श्रीलंका में पकड़ा गया था यह आदमी

नई दिल्‍ली (विश्‍वास टीम)। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें एक आदमी बुर्के में पुलिस कस्‍टडी में है। दावा किया जा रहा है कि यह मुस्लिम महिला बनकर मतदान करने आया था। विश्‍वास टीम की जांच में यह दावा फर्जी साबित हुआ।

क्‍या है वायरल पोस्‍ट में

फेसबुक पर नवीन गिरि नाम के एक यूजर ने फर्जी वीडियो को अपलोड करते हुए लिखा : ”मतदान करने आई मुस्लिम महिला के साथ बदसलूकी।” इस वीडियो को फेसबुक पर 6 मई 2019 को 2:53 बजे दोपहर में अपलोड किया गया। इस वीडियो को अब तक 100 लोग शेयर कर चुके हैं।

पड़ताल

विश्‍वास टीम ने सबसे पहले वायरल वीडियो को ध्‍यान से देखा। हमने सबसे पहले ओरिजनल वीडियो को खोजने का प्रयास किया। फेसबुक पर मौजूद वायरल वीडियो के लिंक को हमने InVID टूल में डालकर सर्च किया। यहां इस वीडियो के कई फ्रेम बन गए। इसी में से एक फ्रेम को हमने गूगल रिवर्स इमेज के माध्‍यम से सर्च किया। हमें Youtube पर इसका ओरिजनल वीडियो मिल गया। 1:04 मिनट के इस वीडियो में महिला पुलिसकर्मी की यूनिफॉर्म पर हमारी नजर गई।

ऐसी यूनिफॉर्म हमारे देश में नहीं है। यानि यह वीडियो इंडिया का नहीं है। इसके अलावा Neth FM नाम के Youtube चैनल पर इसे 9 महीने पहले 29 अगस्‍त 2018 को अपलोड किया गया था। इसलिए इस वीडियो का मतदान का कहना भी गलत है।

इसके बाद हमने वीडियो से संबंधित खबर को सर्च करना शुरू किया। इसके लिए वीडियो से एक फ्रेम क्रॉप करके गूगल रिवर्स इमेज में सर्च किया। यहां से हमें nethgossip.lk की एक खबर का लिंक मिला। खबर श्रीलंका की सिंहली भाषा में थी। खबर के अनुवाद के लिए हमने गूगल ट्रांसलेशन टूल की मदद ली। हिंदी में अनुवाद करने के बाद पता चला कि वेलिकाडा प्‍लाजा के पास से बुर्का पहने एक आदमी को पुलिस ने गिरफ्तार किया।

इसके बाद हमने वीडियो के ऊपर हमें एक लोगो दिखा, जो किसी मीडियो कंपनी का लोगो दिख रहा था। इसे क्रॉप करके हमने इसे गूगल रिवर्स इमेज में सर्च किया तो हमें पता चला कि यह श्रीलंका की मीडिया कंपनी है। nethnews.lk साइट पर पहुंचने के बाद हमने उसके Contact वाले टैब पर क्लिक किया तो हमें पता लगा कि इसका मुख्‍यालय श्रीलंका के कोलम्‍बो में है। यह एक मीडिया कंपनी है।

अंत में हमने फर्जी वीडियो वायरल करने वाले फेसबुक यूजर की सोशल स्‍कैनिंग की। Stalkscan से हमें पता चला नवीन गिरि नाम का यह फेसबुक यूजर कोलकाता में रहता है। इसे एक हजार से अधिक लोग फॉलो करते हैं।

निष्‍कर्ष : विश्‍वास टीम की जांच में पता चला कि वायरल पोस्‍ट फर्जी है। जिस वीडियो को मतदान का बताया जा रहा है, वह करीब नौ महीने पुराना श्रीलंका का है।

पूरा सच जानें…

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

False
Symbols that define nature of fake news
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