Fact Check: फरीदाबाद सेक्टर 3 में पकड़ा गया व्यक्ति बच्चा चोर नहीं था

नई दिल्‍ली (विश्‍वास टीम)।सोशल मीडिया पर आज कल एक पोस्ट वायरल हो रहा है जिसमें पुलिस को एक व्यक्ति को लेकर गाड़ी में बैठाते देखा जा सकता है। पोस्ट के साथ लिखे डिस्क्रिप्शन के अनुसार, ये व्यक्ति एक बच्चा चोर है जिसे सेक्टर 3 से गिरफ्तार किया गया है। हमने पड़ताल में पाया कि ये दावा गलत है। ये घटना अगस्त की है। ये व्यक्ति अपने एक जानकार के बच्चों को सड़क पार करवा रहा था, जब इसे लोगों ने बच्चा चोरी के शक में पकड़ लिया और इसे पुलिस के हवाले कर दिया। इसका बच्चा चोरी से कोई लेना-देना नहीं है।

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वायरल पोस्ट में एक वीडियो है और कुछ फोटो हैं जिनमें पुलिस को एक व्यक्ति को गाड़ी में बैठाते देखा जा सकता है। पोस्ट के साथ डिस्क्रिप्शन में लिखा है, “यह देखो 3 सेक्टर में बच्चा चोर पकड़ा गया।”

FACT CHECK

इस पोस्ट को जांचने के लिए हमने इस पोस्ट को ठीक से देखा। पोस्ट में एक फोटो है जिसमें एक पुलिस की गाडी नज़र आ रही है जिसपे Sec 3 BLB FBD लिखा है। जिसका मतलब है ये सेक्टर 3 फरीदाबाद की घटना रही होगी।

ज़्यादा पुष्टि के लिए हमने फरीदाबाद के सेक्टर 3 पुलिस स्टेशन स्टेशन में बात की। जहाँ हमें बताया गया कि इस मामले को अग्रसेन चौक पुलिस चौकी में रिपोर्ट किया गया था। हमने पुष्टि के लिए अग्रसेन चौक पुलिस चौकी के इंचार्ज सब इंडपेक्टर विनोद गौतम से बात की। उन्होंने हमें बताया कि ये घटना अगस्त की है, जब सेक्टर 3 में जनता ने एक आदमी को बच्चा चोरी के शक में पकड़ लिया था। इस व्यक्ति को पुलिस के हवाले कर दिया गया था और उसे उनकी चौकी में लाया गया था। असल में ये आदमी अपने एक जानकार के बच्चों को सेक्टर 3 में सड़क पार करवा रहा था, जब लोगों ने इसे पकड़ लिया। बाद में बच्चों के माता-पिता ने बताया कि ये उनका जानकार था और बच्चा चोरी का इल्ज़ाम गलत है।

अग्रसेन चौक पुलिस चौकी के इंचार्ज सब इंडपेक्टर विनोद गौतम ने हमें बताया कि इस महीने की शुरुआत में उनके एरिया में ऐसी ही एक और घटना सामने आयी थी। जब लोगों ने एक महिला को पकड़ लिया था जो अपने बच्चे को पार्क में खिला रही थी। लोगों को शक हुआ कि ये बच्चा उसका नहीं है। बाद में पता चला कि बच्चा उसी महिला का था।

इस पोस्ट को ‘चौपाल पर चर्चा – Yogesh Garg -अटल हिन्द’ नाम के फेसबुक पेज ने शेयर किया था। इस पेज के कुल 6,833 फेसबुक फ़ॉलोअर्स हैं।

निष्कर्ष: हमने पड़ताल में पाया कि ये दावा गलत है। ये घटना अगस्त की है और ये व्यक्ति अपने एक जानकार के बच्चों को सड़क पार करवा रहा था जब इसे लोगों ने बच्चा चोरी के शक में पकड़ लिया और इसे पुलिस के हवाले कर दिया। इसका बच्चा चोरी से कोई लेना-देना नहीं है।

बच्चा चोरी को लेकर विश्वास न्यूज़ ने अब तक कई फैक्ट चेक किये हैं, जिन्हें यहाँ पढ़ा जा सकता है।

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Symbols that define nature of fake news
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