Fact Check : नारे सुनकर भड़कतीं ममता बनर्जी का यह वीडियो साढ़े चार साल पुराना है, हाल का नहीं

नारे सुनकर भड़कतीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री का यह वीडियो मई 2019 का है, हाल का नहीं। सोशल मीडिया पर वायरल दावा भ्रामक है।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का एक वीडियो सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म पर शेयर किया जा रहा है। इसमें ‘जय श्री राम’ का नारा लगने पर ममता बनर्जी को नाराज होते हुए देखा जा सकता है। वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि यह हाल की घटना है।

विश्‍वास न्‍यूज ने अपनी जांच में पाया कि यह मामला 30 मई 2019 का है। जब ममता बनर्जी नॉर्थ 24 परगना जिले से गुजर रही थीं, तब यह वाकया हुआ था। इसका हाल-फिलहाल से कोई संबंध नहीं है।  

क्या है वायरल पोस्ट

विश्वास न्यूज के टिपलाइन नंबर +91 9599299372 पर यूजर ने इस पोस्ट को भेजकर इसकी सच्चाई बताने का अनुरोध किया।

फेसबुक यूजर Shivkumar Jha (आर्काइव लिंक) ने 8 जनवरी को वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा,

“अभी कल हि की घटना हे

_”जय श्री राम”! सुनते ही चलती स्कार्पियो से कूदी ……_”

पड़ताल

वायरल वीडियो की जांच के लिए हमने कीवर्ड से इस बारे में गूगल पर सर्च किया। इंडिया टुडे के यूट्यूब चैनल पर 31 मई 2019 को अपलोड वीडियो न्यूज में वायरल वीडियो से मिलते-जुलते वीडियो क्लिप को देखा जा सकता है। इसमें वायरल वीडियो की लोकेशन और लोगों को देखा जा सकता है। इसमें बताया गया है कि 30 मई को उत्तर 24 परगना जिले में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के काफिले के सामने किसी ने जय श्री राम का नारा लगा दिया, जिसके बाद उन्होंने कार से उतरकर नाराजगी जाहिर की। ममता बनर्जी का काफिला जिले के संवेदनशील क्षेत्र भाटपरा से गुजर रहा था।  

वायरल वीडियो में एबीपी न्यूज की क्लिप भी दिख रही है। यह देखते हुए हमने एबीपी न्यूज पर भी इसके बारे में सर्च किया। 30 मई 2019 को एबीपी न्यूज के यूट्यूब चैनल पर इस क्लिप को देखा जा सकता है। इसके डिस्क्रिप्शन में लिखा है, “जय श्री राम के नारे सुनने के बाद पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने अपनी कार से उतरकर लोगों पर भड़कते हुए कहा कि ये सभी बाहरी और बीजेपी के लोग हैं, वे अपराधी हैं और उन्हें गाली दे रहे थे। वे बंगाल से नहीं हैं।”

31 मई 2019 को आजतक की वेबसाइट पर अपलोड वीडियो न्यूज में इस बारे में खबर देखी जा सकती है। इसमें अपलोड वीडियो ज्यादा साफ है।

इस बारे में कोलकाता में दैनिक जागरण के पत्रकार जेके बाजपेयी का कहना है, “ऐसा कोई मामला हाल-फिलहाल में नहीं हुआ है। वायरल वीडियो पुराना है।

भ्रामक दावा करने वाले यूजर की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। वह एक विचारधारा से प्रभावित हैं।

निष्कर्ष: नारे सुनकर भड़कतीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री का यह वीडियो मई 2019 का है, हाल का नहीं। सोशल मीडिया पर वायरल दावा भ्रामक है।

Misleading
Symbols that define nature of fake news
पूरा सच जानें...

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

Related Posts
नवीनतम पोस्ट