Fact Check : पीएम मोदी के साथ मेकअप आर्टिस्ट नहीं, मैडम तुसाद म्यूजियम की टीम है

विश्वास न्यूज़ की जांच में वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा भ्रामक निकला। वीडियो में पीएम मोदी मेकअप नहीं करवा रहे, बल्कि मैडम तुसाद म्यूजियम के आर्टिस्ट और एक्सपर्ट्स की टीम को मैडम तुसाद में लगे अपने स्टैचू के लिए माप दे रहे थे। वीडियो पुराना है, हालिया नहीं।

नई दिल्ली (विश्वास टीम)। सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक वीडियो वायरल हो रहा है। 26 सेकंड के इस वीडियो में कुछ लोगों को पीएम मोदी का माप लेते हुए और तस्वीरें खींचते हुए देखा जा सकता है। अब इस वीडियो को हालिया बताकर दावा किया जा रहा है कि वीडियो में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मेकअप आर्टिस्ट के साथ हैं। विश्वास न्यूज़ की पड़ताल में यह दावा भ्रामक साबित हुआ। पीएम मोदी का वायरल हो रहा वीडियो वास्तव में पुराना है, जब मैडम तुसाद म्यूजियम में पीएम मोदी का स्टैचू लगाने के लिए मैडम तुसाद म्यूजियम के आर्टिस्ट और एक्सपर्ट्स की टीम ने वर्ष 2016 में उनके आधिकारिक निवास पर जाकर उनका नाप लिया था।

क्या है वायरल पोस्ट

फेसबुक यूजर “गौरव वर्मा” ने 10 सितंबर को वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है ,”चलो टी शर्ट का मान लिया महंगी पहन लिया,पर ये मेकअप किस बात के लिए हो रहा है इसे कौन सी शादी रचानी थी और इसका सारा खर्चा कहा से आ रहा है।।”

सोशल मीडिया पर कई यूज़र्स इस वीडियो को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ वायरल कर रहे हैं। पोस्ट का आर्काइव लिंक यहां देखें।

पड़ताल

वायरल दावे का सच जानने के लिए हमने वीडियो के स्क्रीनशॉट को गूगल इमेज के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें  ‘Madame Tussauds London’ के यूट्यूब चैनल पर 16 मार्च 2016 को वीडियो अपलोड मिला। रिपोर्ट में दी गई जानकारी के मुताबिक, मैडम तुसाद की एक्सपर्ट टीम के साथ पीएम मोदी उनके आकृति निर्माण में शामिल हुए थे। पीएम मोदी ने नई दिल्ली स्थित अपने आवास पर म्यूजियम के आर्टिस्ट टीम और एक्सपर्ट्स को सिटिंग दी थी।”

सर्च के दौरान हमें दैनिक जागरण की वेबसाइट पर भी वीडियो से जुड़ी खबर मिली। 16 मार्च 2016 को प्रकाशित खबर में वीडियो के स्क्रीनशॉट का इस्तेमाल कर बताया गया,” प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की उपलब्धियों को देखते हुए लंदन स्थित मैडम तुसाद म्यूजियम सहित कई देशों में उनकी मोम की मूर्ति लगाने का फैसला किया गया है। मैडम तुसाद के कलाकार जब कुछ महीनों पहले दिल्ली आए थे तो उन्होंने पीएम मोदी से मुलाकात कर मूर्ति बनाने के लिए पीएम मोदी के शरीर की नाप ली थी। म्यूजियम में लगने वाली प्रतिमा में पीएम मोदी को क्रीम कलर के कुर्ते-पायजामे में हाथ जोड़े दिखाया जाएगा।” पूरी खबर को यहां पढ़ें।

16 मार्च 2016 को “Madame Tussauds Hong Kong” के यूट्यूब चैनल पर भी वायरल वीडियो के पूरे वर्जन को देखा जा सकता है। वीडियो के साथ दिए कैप्शन में भी यही बताया गया कि वीडियो में मौजूद लोग मैडम तुसाद के आर्टिस्ट हैं।

वीडियो से जुड़ी खबर को अन्य न्यूज़ वेबसाइट पर भी पढ़ा जा सकता है। इससे पहले भी कई बार इस वीडियो और वीडियो के स्क्रीनशॉट को गलत दावे के साथ सोशल मीडिया पर साझा किया जा चुका है। तब विश्वास न्यूज ने इसकी पड़ताल की थी, जिसकी पूरी रिपोर्ट को यहां पढ़ा जा सकता है।

वायरल दावे के बारे में जानकारी के लिए हमने बीजेपी के प्रवक्ता विजय सोनकर शास्त्री से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल दावा गलत है। पहले भी कई बार ये वीडियो और इससे जुड़ी तस्वीरें गलत दावे के साथ वायरल हो चुकी है। वीडियो में पीएम मोदी मेकअप नहीं करवा रहे हैं, बल्कि मैडम तुसाद म्यूजियम की टीम को माप दे रहे हैं।

पड़ताल के अंत में विश्वास न्यूज़ ने इस वीडियो को शेयर करने वाले यूजर गौरव वर्मा की सोशल स्कैनिंग की। स्कैनिंग से पता चला की यूजर मथुरा का रहने वाला है और फेसबुक पर यूजर को 305 लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ की जांच में वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा भ्रामक निकला। वीडियो में पीएम मोदी मेकअप नहीं करवा रहे, बल्कि मैडम तुसाद म्यूजियम के आर्टिस्ट और एक्सपर्ट्स की टीम को मैडम तुसाद में लगे अपने स्टैचू के लिए माप दे रहे थे। वीडियो पुराना है, हालिया नहीं।

Misleading
Symbols that define nature of fake news
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