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Fact Check : रैली के वीडियो को एडिट करके फैलाया गया मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ झूठ

दावा किया जा रहा है कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी के सामने कांग्रेस अध्‍यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे खड़े रहे।

  • By: Ashish Maharishi
  • Published: May 10, 2023 at 05:36 PM
  • Updated: May 10, 2023 at 06:18 PM

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। कांग्रेस अध्‍यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी और राहुल गांधी की एक वीडियो क्लिप वायरल हो रही है। इसमें सोनिया गांधी और राहुल गांधी को बैठे हुए दिखाया गया है, जबकि मल्लिकार्जुन खरगे उनके सामने खड़े हुए नजर आ रहे हैं। सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स इस वीडियो क्लिप को वायरल करते हुए सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर प्रश्‍न खड़ा कर रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी के सामने कांग्रेस अध्‍यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे खड़े रहे।

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। यह भ्रामक साबित हुई। दरअसल असली वीडियो में से मात्र 17 सेकंड की क्लिप एडिट करके दुष्‍प्रचार फैलाने की कोशिश की गई। असली वीडियो 6 मई का है। कर्नाटक के हुबली में कांग्रेस की रैली में मल्लिकार्जुन खरगे , सोनिया गांधी, राहुल गांधी समेत कई दिग्‍गज नेता शामिल हुए थे। पूरा वीडियो देखने के बाद यह स्‍पष्‍ट हो गया कि मल्लिकार्जुन खरगे को सोनिया गांधी व राहुल गांधी की ओर से पूरा सम्‍मान दिया गया था।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर ‘पंडित भीमसेन त्रिपाठी बी एस त्रिपाठी‘ ने 8 मई को 19 सेकंड की एक वीडियो क्लिप को पोस्‍ट करते हुए लिखा, “काहे का अध्यक्ष हो खड़गे जी। राजमाता और राजकुमार दोनों कुर्सी पर बैठ गए और आप को तो चमचों की तरह खड़ा ही रहना है कुछ लोग पोस्ट पाकर इठलाने लगतै है लेकिन हैसियत सामने है।”

पोस्‍ट के कंटेंट को यहां ज्‍यों का त्‍यों ही लिखा गया है। इसका आर्काइव वर्जन यहां देखा जा सकता है। एडिट किए गए वीडियो को अमित मालवीय, कंचन गुप्‍ता, ऋषि बागरी के अलावा दूसरे यूजर्स ने भी शेयर किया।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल वीडियो के बारे में सच्‍चाई पता लगाने के लिए सबसे पहले इनविड टूल का इस्‍तेमाल किया। इस टूल के माध्‍यम से वायरल वीडियो क्लिप के कई कीफ्रेम्‍स निकाले गए। जांच को आगे बढ़ाते हुए गूगल रिवर्स सर्च इमेज टूल के माध्‍यम से इन कीफ्रेम्‍स को अपलोड करके सर्च किया गया। असली वीडियो हमें कांग्रेस के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर मिला। 6 मई को चैनल पर कर्नाटक के हुबली में कांग्रेस की रैली हुई थी। इसमें कांग्रेस अध्‍यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी और राहुल गांधी शामिल हुए थे। उसी रैली को चैनल पर लाइव किया गया था। वीडियो में 22:30 मिनट के बाद से वायरल क्लिप वाला हिस्‍सा देखा जा सकता है। इसमें देखा जा सकता है कि सोनिया गांधी अपनी स्‍पीच के बाद जब वापस अपनी सीट पर लौटती हैं तो सभी नेता उनके सम्‍मान में खड़े हो जाते हैं। इसके बाद मल्लिकार्जुन खरगे भाषण के लिए आगे बढ़ते हैं तो सोनिया गांधी समेत सभी नेता खरगे के लिए खड़े हो जाते हैं।

इसी तरह इस वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि जब कांग्रेस के नेता मंच पर आते हैं तो सोनिया गांधी सबसे पहले मल्लिकार्जुन खरगे को सीट पर बैठने का इशारा करती हैं। इसके बाद ही सोनिया गांधी अपनी सीट पर बैठती हैं। यह वीडियो के शुरुआत में एक मिनट के बाद देखा जा सकता है। इसी तरह 37:55 के बाद जब मल्लिकार्जुन खरगे भाषण खत्‍म करने के बाद वापस सीट पर आते हैं तो सोनिया गांधी और राहुल गांधी समेत सभी नेता खड़े हो जाते हैं। वीडियो को पूरा देखने से यह बात स्‍पष्‍ट हो गई कि वायरल क्लिप को असली वीडियो में से एडिट करके जानबूझकर झूठ फैलाने की कोशिश की गई।

पड़ताल के अगले चरण में विश्‍वास न्‍यूज ने कांग्रेस के नेशनल कोऑर्डिनेटर नितिन अग्रवाल से संपर्क किया। उनके साथ वायरल क्लिप को शेयर किया। उन्‍होंने बताया कि मल्लिकार्जुन खरगे पार्टी के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष हैं। उनका सम्‍मान हर कोई करता है। चाहे सोनिया गांधी हों या राहुल गांधी। ट्रोल ऑर्मी कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस की बढ़त को देखकर बौखला गई है। इसलिए वीडियो के साथ छेड़छाड़ करके कांग्रेस को बदनाम करने का प्रयास कर रही है।

जांच के अंतिम चरण में उस यूजर की जांच की गई, जिसने पोस्‍ट को वायरल किया। फेसबुक यूजर ‘पंडित भीमसेन त्रिपाठी बी एस त्रिपाठी’ को 2.71 लाख लोग फॉलो करते हैं। यूजर मथुरा के रहने वाले हैं।

निष्‍कर्ष : विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में कांग्रेस अध्‍यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और सोनिया गांधी व राहुल गांधी से जुड़ी वीडियो क्लिप एडिटेड साबित हुई। पूरे वीडियो में से एक छोटा-सा हिस्‍सा एडिट करके गलत दावे के साथ वायरल किया गया।

  • Claim Review : सोनिया गांधी और राहुल गांधी कुर्सी पर बैठ गए, मल्लिकार्जुन खड़गे खड़े रहे।
  • Claimed By : फेसबुक यूजर 'पंडित भीमसेन त्रिपाठी बी एस त्रिपाठी'
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