Fact Check : वायरल हो रही इस तस्‍वीर में अन्‍ना हजारे नहीं, लक्ष्‍मणराव इनामदार हैं

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में अन्‍ना हजारे के नाम पर वायरल तस्‍वीर फेक साबित हुई। तस्‍वीर में अन्‍ना हजारे नहीं, संघ से जुड़े लक्ष्‍मणराव इनामदार हैं।

नई दिल्‍ली (Vishvas News)। सोशल मीडिया में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और समाजिक कार्यकर्ता अन्‍ना हजारे के नाम पर एक बहुत पुरानी तस्‍वीर वायरल हो रही है। यूजर्स दावा कर रहे हैं कि तस्‍वीर में नरेंद्र मोदी के कंधे पर हाथ रखकर उनके बगल में खड़े शख्‍स अन्‍ना हजारे हैं।

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की हकीकात की। पड़ताल में हमें पता चला कि तस्‍वीर में मोदी के साथ खड़े शख्‍स अन्‍ना हजारे नहीं हैं, बल्कि इनका नाम लक्ष्‍मण राव इनामदार है। जो राष्‍ट्रीय स्‍वयंसेवक संघ से जुड़े हुए थे।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर राहुल शिंदे ने 28 दिसंबर को एक तस्‍वीर को अपलोड करते हुए इसे नरेंद्र मोदी और अन्‍ना हजारे का बताया। तस्‍वीर काफी पुरानी थी। इसे सच मानकर दूसरे यूजर्स भी लगातार वायरल कर रहे हैं। यह तस्‍वीर फेसबुक, ट्विटर, वॉट्सऐप पर वायरल हैं।

फेसबुक पोस्‍ट का आर्काइव्‍ड वर्जन यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने सबसे पहले वायरल हो रही तस्‍वीर को गूगल रिवर्स इमेज टूल में अपलोड करके सर्च किया। हमें ओरिजनल तस्‍वीर इकोनॉमिक टाइम्‍स की वेबसाइट पर मिली। तस्‍वीर में दिख रहे शख्‍स का नाम लक्ष्‍मणराव इनामदार है, जिन्‍हें संघ से जुड़े लोग वकील साहब के नाम से जानते थे।

इसके बाद हमने यूट्यूब पर लक्ष्‍मणराव इनामदार के बारे में खोजना शुरू किया। हमें डीडी न्‍यूज पर एक लघु फिल्‍म मिली। इसमें बताया गया कि लक्ष्‍मणराव इनामदार का जन्‍म 21 सितंबर 1917 के सतारा जिले के एक गांव में हुआ था। इस वीडियो में हमें वायरल तस्‍वीर भी दिखी।

https://www.youtube.com/watch?v=bxe0icLfL4E

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए विश्‍वास न्‍यूज ने राष्‍ट्रीय स्‍वयंसेवक संघ (RSS) के विदर्भ क्षेत्र के मीडिया इंचार्ज अनिल सांब्रे से संपर्क किया। उन्‍होंने बताया कि वायरल तस्‍वीर में दिख रहे शख्‍स अन्‍ना हजारे नहीं, बल्कि लक्ष्‍मणराव इनामदार हैं। वे महाराष्‍ट्र के क्षेत्र प्रचारक और गुजरात के प्रांत प्रचारक थे। लोगों के बीच वे वकील साहब के नाम से प्रसिद्ध थे।

जांच को आगे बढ़ाते हुए हम उस यूजर की जांच की, जिसने लक्ष्‍मणराव इनामदार की तस्‍वीर को अन्‍ना हजारे बताकर झूठ फैला रहे हैं। हमें पता चला कि फेसबुक यूजर राहुल शिंदे एक खास विचारधारा से प्रभावित हैं।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में अन्‍ना हजारे के नाम पर वायरल तस्‍वीर फेक साबित हुई। तस्‍वीर में अन्‍ना हजारे नहीं, संघ से जुड़े लक्ष्‍मणराव इनामदार हैं।

False
Symbols that define nature of fake news
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