नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो को लेकर दावा किया जा रहा है कि जम्मू-कश्मीर में रोहिंग्याओं ने रोशनी योजना के तहत अवैध रूप से बस्ती का निर्माण कर लिया था, जिसे अब हटाया जा रहा है।
विश्वास न्यूज की पड़ताल में यह दावा गलत निकला। लेक्स एंड वाटरवेज डिवेलपमेंट अथॉरिटी (एलएडब्ल्यूडीए) की एनफोर्समेंट ईकाई की तरफ श्रीनगर के इलाके में अवैध निर्माण को हटाने के लिए विशेष मुहिम चलाई गई थी, जिसे गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।
फेसबुक यूजर ‘P Roy’ ने वायरल वीडियो को शेयर (आर्काइव लिंक) करते हुए लिखा है, ”जम्मू-कश्मीर में #रोहिंग्या #जेहादियों की रोशनी के तहत बसायी गई बस्ती उखाड़ी जा रही है…।”
सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर कई अन्य लोगों ने इस वीडियो को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है। ट्विटर पर भी ‘@Doctorricha_IND’ हैंडल (आर्काइव लिंक) ने भी इस वीडियो को समान दावे से शेयर किया है।
न्यूज सर्च में ऐसी कोई खबर नहीं मिली, जिसमें रोहिंग्याओं के अवैध कब्जे को गिराए जाने का जिक्र हो। वायरल हो रहे वीडियो में ‘JAMMU LINKS NEWS’ का लोगो नजर आ रहा है।
सर्च में हमें यह न्यूज वेबसाइट मिली, जहां पर हमें कई वीडियो बुलेटिन में यही वीडियो लगा मिला। रिपोर्ट के मुताबिक यह वीडियो श्रीनगर के लश्करी मोहल्ला एनएफआर और लाम ब्रेन इलाके में अवैध कब्जे को हटाने के लिए लेक्स एंड वाटरवेज डिवेलपमेंट अथॉरिटी (एलएडब्ल्यूडीए) की एनफोर्समेंट ईकाई की तरफ से चलाई गई मुहिम का वीडियो है।
Jammu Links News के आधिकारिक यू-ट्यूब चैनल पर 8 मई 2021 को अपलोड किए गए बुलेटिन में पूरे वीडियो को देखा जा सकता है, जिसके एक हिस्से को सोशल मीडिया पर गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है
वीडियो बुलेटिन के साथ दी गई जानकारी के मुताबिक, ‘लेक्स एंड वाटरवेज डिवेलपमेंट अथॉरिटी की प्रवर्तन ईकाई ने प्रवर्तन अधिकारी अब्दुल अजीज कादरी के निरीक्षण में श्रीनगर के लश्करी मोहल्ला एनएफआर और लाम ब्रेन इलाके में विशेष कब्जा हटाओ अभियान का नेतृत्व किया।’
न्यूज सर्च में हमें यह खबर इंडिया टुडे की वेबसाइट पर भी लगी मिली। 28 मई 2021 को प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक एलएडब्ल्यूडीए ने डल झील के इलाके में 170 अवैध ढांचें को गिरा दिया।
हमारे सहयोगी दैनिक जागरण के जम्मू के प्रभारी रिपोर्टर राहुल शर्मा ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि वायरल हो रहा वीडियो श्रीनगर के इलाकों में LAWDA की तरफ से अवैध अतिक्रमण को हटाने के लिए चलाए गए अभियान का है। उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी के दौरान लगे लॉकडाउन का फायदा उठाकर कुछ लोगों ने अवैध रूप से अतिक्रमण कर लिया था, जिसे अब हटाया जा रहा है।
वायरल वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर को फेसबुक पर करीब 11 हजार से अधिक लोग फॉलो करते हैं।
निष्कर्ष: लेक्स एंड वाटरवेज डिवेलपमेंट अथॉरिटी (एलएडब्ल्यूडीए) की एनफोर्समेंट ईकाई की तरफ श्रीनगर के इलाके में अवैध निर्माण को हटाने के लिए विशेष मुहिम के वीडियो को जम्मू में रोहिंग्याओं की बस्ती को हटाने के दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।
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