Fact Check: सपा और बसपा सरकार में हुआ था कोलाघाट पुल का निर्माण, वायरल दावा भ्रामक

कोलाघाट पुल का निर्माण सपा शासन में शुरू जरूर हुआ लेकिन पूरा बसपा शासन में हुआ था। सपा और बसपा दोनों के ही शासन में इसका निर्माण हुआ था। करीब 12 साल पहले मायावती ने इसका उद्घाटन किया था।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। शाहजहांपुर में विकास खंड जलालाबाद को मिर्जापुर से जोड़ने वाला कोलाघाट पुल 29 नवंबर को तड़के गिर गया था। इसके बाद सोशल मीडिया पर एक फोटो तेजी से वायरल हुई। इस पर ANI का लोगो है और इसमें एक टूटा हुआ पुल दिख रहा है। इसके साथ में दावा किया जा रहा है कि इसका निर्माण सपा सरकार में हुआ था।

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में दावे को भ्रामक पाया। दरअसल, कोलाघाट पुल का शिलान्यास भले ही सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव ने अपने कार्यकाल 2003 में किया था लेकिन इसका निर्माण सपा और बसपा दोनों के शासनकाल में हुआ था। 2009 में तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती ने इसका लोकार्पण किया था।

क्या है वायरल पोस्ट में

ट्विटर यूजर ‘ठा० योगेन्द्र सिंह “योगी”’ ने 30 नवंबर को फोटो पोस्ट करते हुए लिखा, शाहजहांपुर में सपा जिलाध्यक्ष तनवीर खां कई दिनों से चिल्ला रहे है काम बोलता है फिर एकदिन महादेव ने उनकी सुन ली और कोलाघाट पुल पर उनकी सरकार द्वारा करवाया काम धड़ाम से बोल गया।

फेसबुक और ट्विटर पर कई अन्य यूजर्स ने भी इस फोटो को इससे मिलते—जुलते दावे के साथ शेयर किया।

पड़ताल

हमें कीवर्ड से न्यूज सर्च में 30 नवंबर 2021 को दैनिक जागरण में प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। इसके मुताबिक, कोलाघाट पुल को 50 साल के लिए तैयार किया गया था लेकिन यह 12 साल में ही गिर गया। इस पुल को बनवाने का वादा 1993 में तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने किया था। सपा सरकार में 2003 में पुल को मंजूरी मिली। 2005-06 में तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने इसका शिलान्यास किया। 2007 में बसपा की सरकार आ गई और मायावती मुख्यमंत्री बनीं। बसपा शासन में भी पुल का निर्माण चलता रहा। 2009 में तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती ने इसका उद्घाटन किया था।

दैनिक जागरण शाहजहांपुर के ब्यूरो चीफ अंबुज का कहना है कि 2005—06 में मुलायम सिंह ने इसका शिलान्यास किया था। इसके बाद निर्माण शुरू हो गया था। 2007 में मायावती की सरकार आने पर भी इसका निर्माण चलता रहा। 2009 में मायावती ने मुख्यमंत्री रहते हुए इसका लोकार्पण किया था। सपा शासन में इसका निर्माण पूरा होने की बात गलत है।

हमने फोटो को भ्रामक दावे के साथ शेयर करने वाले ट्विटर यूजर ‘ठा० योगेन्द्र सिंह “योगी”’ की प्रोफाइल खंगाली। इसमें पता चला कि वह एक राजनीतिक पार्टी से जुड़े हैं। फरवरी 2017 से वह ट्विटर पर सक्रिय हैं। उनको 15 हजार से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में पता चला कि वायरल फोटो के साथ किया गया दावा भ्रामक है। इसका निर्माण सपा शासन में शुरू जरूर हुआ लेकिन पूरा बसपा शासन में हुआ था। सपा और बसपा दोनों के ही शासन में इसका निर्माण हुआ था। करीब 12 साल पहले मायावती ने इसका उद्घाटन किया था।

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