Fact Check : कर्नाटक में दिनदहाड़े हुए अपहरण की वारदात के वीडियो को यूपी का बताकर किया गया वायरल

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में यूपी के नाम पर वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई। कर्नाटक के कोलार में घटी अपहरण की वारदात के एक वीडियो को अब कुछ लोग यूपी का बताकर वायरल कर रहे हैं।

नई दिल्‍ली (Vishvas News)। सोशल मीडिया में 14 सेकंड का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें सड़क किनारे चल रहीं दो युवतियों में से एक युवती को अपहरण करते हुए ले जाते हुए देखा जा सकता है। सोशल मीडिया में इस वीडियो को उत्तर प्रदेश का बताकर वायरल किया जा रहा है।

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल वीडियो की जांच की। हमारी पड़ताल में पता चला कि कर्नाटक के कोलार जिले में हुई एक वारदात के सीसीटीवी फुटेज को कुछ लोग यूपी का बताकर वायरल कर रहे हैं। हमारी जांच में यूपी के नाम पर वायरल पोस्‍ट झूठी साबित हुई।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर आनंद कुमार यादव ने 2 अक्‍टूबर को अपहरण का वीडियो अपलोड करते हुए दावा किया : ‘उत्तर प्रदेश में दिनदहाड़े बेटियों को उठाया जा रहा है! अंधभक्त अभी भी आंखों पर पट्टी चढ़ाए हैं!’

इसी वीडियो को दूसरे यूजर्स भी सच मानकर यूपी के नाम पर वायरल कर रहे हैं। वायरल पोस्‍ट का आर्काइव्‍ड वर्जन देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने सबसे पहले वायरल वीडियो को InVID टूल में अपलोड करके कई ग्रैब्‍स निकाले। फिर इन्‍हें गूगल रिवर्स इमेज टूल में अपलोड करके सर्च किया। हमें The NEWS Minute नाम की एक वेबसाइट पर पुरानी खबर मिली। 14 अगस्‍त 2020 को पब्लिश खबर में पूरी घटना के बारे में जानकारी दी गई। खबर में बताया गया कि कर्नाटक के कोलार में सड़क किनारे चल रही एक युवती को उसकी सहेली के सामने सरेराह अपहरण कर लिया गया। घटना दिन के करीब 11:30 बजे की है। पूरी खबर यहां पढ़ें।

सर्च के दौरान ओरिजनल वीडियो मिरर नाउ नाम के यूटयूब चैनल पर भी मिला। इसे 16 अगस्‍त 2020 को अपलोड किया गया। पूरी खबर यहां देखें।

इसके अलावा Newsable.asianetnews नाम की वेबसाइट पर हमें वीडियो मिला। इसमें बताया गया कि कनार्टक के कोलार में यह घटना घटी थी। पूरी वारदात सीसीटीवी में कैद हो गई थी।

विश्‍वास न्‍यूज ने कोलार के पुलिस अधीक्षक कार्तिक रेडी से संपर्क किया। उन्‍होंने बताया कि वायरल वीडियो वाली घटना कोलार की ही है। यह वारदात अगस्‍त में हुई थी। इस मामले में सभी आरोपियों को अरेस्‍ट किया जा चुका है।

अंत में हमने फर्जी पोस्‍ट करने वाले यूजर की जांच की। फेसबुक यूजर आनंद कुमार यादव यूपी के मिर्जापुर में एक क्षेत्रीय दल से जुड़ा हुआ है।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में यूपी के नाम पर वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई। कर्नाटक के कोलार में घटी अपहरण की वारदात के एक वीडियो को अब कुछ लोग यूपी का बताकर वायरल कर रहे हैं।

False
Symbols that define nature of fake news
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