केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कई बार मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की मुखालफत की है लेकिन इसको आतंकी संगठन बताते हुए इसे बंद करने की मांग नहीं की है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड को लेकर केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान के हवाले से एक कथित बयान वायरल हो रहा है। कुछ सोशल मीडिया यूजर्स दावा कर रहे हैं कि राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने मुस्लिम लॉ बोर्ड को आतंकी संगठन बताते हुए इसे बंद करने की मांग की है।
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि सोशल मीडिया पर वायरल दावा गलत है। राज्यपाल भले ही मुस्लिम लॉ बोर्ड के खिलाफ कई बार मुखर हुए हों लेकिन उन्होंने इस तरह का कोई बयान नहीं दिया है।
फेसबुक यूजर Sita Rani Mishra Bjp (आर्काइव लिंक) ने 14 नवंबर को पोस्ट किया,
केरल के राज्यपाल श्री आरिफ मोहम्मद खान की मांग
इंदिरा गांधी द्वारा 1973 में बनाए गए आतंकी संगठन ‘मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड’ को खत्म किया जाए !
वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले कीवर्ड से इसे गूगल पर ओपन सर्च किया लेकिन हमें इससे संबंधित कोई खबर नहीं मिली। हां, जी न्यूज में 17 जून 2022 को छपी एक खबर का लिंक मिला। इसके अनुसार, एक निजी चैनल को दिए इंटरव्यू में आरिफ मोहम्मद खान ने मदरसों में व्यापक शिक्षा की वकालत करते हुए कहा कि बच्चों को ‘सही शिक्षा’ देने की जरूरत है। शिक्षा एक बच्चे का मूल अधिकार है। 14 साल की उम्र तक बच्चे को विशेष शिक्षा नहीं दी जानी चाहिए। उसे व्यापक शिक्षा देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने शिक्षा के अधिकार को मौलिक अधिकार बनाने का विरोध किया था।
द प्रिंट में 5 नवंबर 2022 को छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, आरिफ मोहम्मद खान 1986 में तत्कालीन पीएम राजीव गांधी के साथ मतभेदों की वजह से काफी सुर्खियों में रहे थे। इसके पीछे कारण शाह बानो केस के दौरान मुस्लिम पर्सनल लॉ बिल का पारित होना था। वह मोदी सरकार के तीन तलाक कानून का समर्थन भी कर चुके हैं। हिजाब मामले में कर्नाटक हाईकोर्ट के फैसले का समर्थन करने के साथ ही उनका कई बार राज्य सरकार से टकराव भी हो चुका है।
1 अगस्त 2019 को आज तक में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, खान ने मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की आलोचना करते हुए कहा है कि बोर्ड खुद ट्रिपल तलाक को प्रतिबंधित कह चुका है। जिस कुप्रथा की शिकार मुस्लिम महिलाएं हो रही हैं, वे उनकी अनदेखी कर रहे हैं।
इसकी अधिक पुष्टि के लिए हमने केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान के पीआरओ प्रिंस से संपर्क कर उनके साथ वायरल पोस्ट साझा की। उनका कहना है, ‘उन्होंने कभी भी ऐसा कोई बयान नहीं दिया है। यह किसी ने शरारत की है।‘
फर्जी बयान को शेयर करने वाले फेसबुक यूजर ‘सीता रानी मिश्रा बीजेपी‘ की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। इसके मुताबिक, वह वाराणसी में रहती हैं और एक राजनीतिक दल से जुड़ी हुई हैं।
निष्कर्ष: केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कई बार मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की मुखालफत की है लेकिन इसको आतंकी संगठन बताते हुए इसे बंद करने की मांग नहीं की है।
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