विश्वास न्यूज की जांच में वायरल पोस्ट फर्जी साबित हुई। केजरीवाल के एक पुराने इंटरव्यू को काटकर गलत और झूठे संदर्भ के साथ वायरल किया जा रहा है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। पंजाब विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद से सोशल मीडिया पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का एक एडिटेड वीडियो वायरल हो रहा है। सात सेकंड के इस वीडियो को अलग-अलग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल करते हुए दावा किया जा रहा है केजरीवाल ने खुद स्वीकार किया कि वो और उनका परिवार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से आता है। वायरल वीडियो में उन्हें कथित रूप से यह बोलते हुए देखा जा सकता है कि हमारा जनसंघ का परिवार है। पैदाइशी बीजेपी वाले हैं हम। मेरे पिता जी जनसंघ में थे। इमरजेंसी में जेल गए थे।
विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की जांच की। पड़ताल में पता चला कि अरविंद केजरीवाल के पुराने इंटरव्यू का एक हिस्सा काटकर फर्जी दावों के साथ वायरल किया जा रहा है। दरअसल वे भाजपा के एक कार्यकर्ता के लिए बोल रहे थे। यह अधूरा वीडियो पहले भी कई दफे वायरल हो चुका है।
फेसबुक यूजर आनंद राम कुमार तिवारी ने अरविंद केजरीवाल का सात सेकंड का एक वीडियो वायरल करते हुए दावा किया : ‘संघी लोग जश्न मना रहे हैं……’
फेसबुक पोस्ट के कंटेंट को यहां ज्यों का त्यों लिखा गया है। इसके आकाईव्ड वर्जन को यहां देखें। सोशल मीडिया पर कई अन्य यूजर्स ने इसे समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।
विश्वास न्यूज ने वायरल वीडियो की तह में जाने के लिए सबसे पहले इसे InVID टूल में अपलोड करके कई कीफ्रेम्स निकाले। इसके बाद इसे गूगल रिवर्स इमेज और यान्डेक्स टूल में अपलोड करके सर्च करना शुरू किया। हमें एनडीटीवी की वेबसाइट पर एक खबर मिली। वायरल खबर में हमें अरविंद केजरीवाल का एक इंटरव्यू मिला। 4 फरवरी 2020 को पब्लिश इस इंटरव्यू में अरविंद केजरीवाल और एनडीटीवी के पत्रकार शरद शर्मा को देखा जा सकता है। खबर में मौजूद वीडियो में 7:04 मिनट से 7:19 मिनट तक पर केजरीवाल को यह बोलते हुए देखा जा सकता है : ‘मैं एक देख रहा था। बीजेपी वाला एक चैनल के ऊपर बोल रहा था। बोला जी हमारा जनसंघ का परिवार है। पैदाइशी बीजेपी वाले हैं हम। मेरे पिता जी जनसंघ में थे। इमरजेंसी में जेल गए थे, लेकिन इस बार केजरीवाल को वोट दूंगा।’ पूरा इंटरव्यू यहां देखें।
अरविंद केजरीवाल का पूरा इंटरव्यू हमें एनडीटीवी के यूट्यूब चैनल पर भी मिला। इसे 4 फरवरी 2020 को अपलोड किया गया था। इसे यहां देखा जा सकता है।
विश्वास न्यूज ने पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए पंजाब में दैनिक जागरण डिजिटल में कार्यरत उप समाचार संपादक कमलेश भट्ट से संपर्क किया। उनके साथ वायरल वीडियो को शेयर किया। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि वायरल वीडियो अधूरा है। पंजाब चुनाव में भी इसे वायरल किया गया था। 2020 में एक इंटरव्यू के दौरान अरविंद केजरीवाल ने एक भाजपा कार्यकर्ता के लिए यह बात कही थी।
विश्वास न्यूज ने एक बार पहले भी वायरल वीडियो की जांच की थी। उसकी पड़ताल यहां पढ़ी जा सकती है।
पड़ताल के अंत में विश्वास न्यूज ने फर्जी पोस्ट करने वाले यूजर की जांच की। फेसबुक यूजर आनंद राम कुमार तिवारी की सोशल स्कैनिंग से पता चला कि यूजर के चार हजार से ज्यादा दोस्त हैं। वे एक राजनीतिक दल से जुड़े हुए हैं। यूजर छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में रहते हैं।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की जांच में वायरल पोस्ट फर्जी साबित हुई। केजरीवाल के एक पुराने इंटरव्यू को काटकर गलत और झूठे संदर्भ के साथ वायरल किया जा रहा है।
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