Fact Check: वॉट्सऐप पर ऑनलाइन लॉटरी नहीं चला रहा KBC, वायरल दावा है फर्जी
विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में पाया कि केबीसी लॉटरी एक घोटाला है और पाठकों से इन स्कैमर्स के साथ कोई व्यक्तिगत विवरण साझा नहीं करने का आग्रह किया जाता है।
- By: Ankita Deshkar
- Published: Feb 2, 2022 at 01:57 PM
- Updated: Aug 14, 2023 at 03:13 PM
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज): विश्वास न्यूज़ को एक वायरल मैसेज वॉट्सऐप पर मिला, जिसमें बताया गया कि लोगों ने KBC लकी ड्रॉ 2022 प्रतियोगिता से लॉटरी जीती है। विश्वास न्यूज ने अपने फैक्ट चेक में वायरल संदेश को एक घोटाला पाया। विशेषज्ञ पाठकों से ऐसे झांसे से बचने की सलाह देते हैं ।
क्या है वायरल पोस्ट में?
लोगों को उनके वॉट्सऐप नंबरों पर एक ग्राफिक और एक वॉयस नोट मिल रहा है। बैनर का दावा है कि वे लकी ड्रा के विजेता हैं। इसमें अभिनेता अमिताभ बच्चन, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भारतीय स्टेट बैंक और विभिन्न मोबाइल ऑपरेटरों की छवि के साथ एक लॉटरी नंबर का भी उल्लेख है। बैनर पर एक मोबाइल नंबर भी लिखा है। संदेश के साथ एक वॉयस नोट भी है जो दावा करता है कि वह व्यक्ति वॉट्सऐप ग्राहक कार्यालय, नई दिल्ली से कॉल कर रहा है।
वॉयस नोट का दावा है कि इस नंबर ने 25 लाख रुपये जीते हैं। इसमें कहा गया है कि लॉटरी की राशि मुंबई में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया तक पहुंच गई है और बैनर पर अंकित नंबर उसके मैनेजर का है और फिर वे विवरण प्रदान करेंगे। साथ ही, वह व्यक्ति बताता है कि आपको नंबर सेव करना है और फिर वॉट्सऐप ऑडियो कॉल करना है।
पड़ताल
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पहले बैनर पर दिए गए नंबर पर नॉर्मल कॉल लगाई। हमने पाया कि उसकी इनकमिंग कॉल सेवाएं बंद थीं। यह पहला ट्रिगर था, एक एसबीआई प्रबंधक अपनी इनकमिंग कॉल सेवा को बंद क्यों रखेगा?
विश्वास न्यूज ने वॉट्सऐप के जरिए भी नंबर चेक किया। शख्स ने अपने बायो में ‘केबीसी ऑफिस मैनेजर’ का जिक्र किया था। हमने उसी नंबर पर वॉट्सऐप कॉल लगाई। प्रबंधक ने अपना नाम राणा प्रताप बताया और हमसे संपर्क विवरण पूछा और एक और वॉयस नोट भेजा। इस वॉयस नोट में उन्होंने हमें बैंक अकाउंट नंबर, पूरा नाम और अपनी एक तस्वीर भेजने को कहा। वॉयस नोट में इस लॉटरी का प्रचार न करने और लोगों को इसके बारे में नहीं बताने का भी उल्लेख है।
ट्विटर पर केबीसी लॉटरी की जांच करने पर हमें अहमदाबाद पुलिस द्वारा 28 जून, 2021 को पोस्ट किया गया एक ट्वीट मिला। Vishvas News ने पाया कि यह एक पुराना घोटाला है और अब फिर से इसे लेकर ठगी की जा रही है।
आर्थिक अपराध शाखा साइबराबाद ने भी अपने ट्विटर प्रोफाइल पर इस बारे में पोस्ट किया था।
विश्वास न्यूज को गूगल पर कीवर्ड सर्च के जरिए साइबर सेल, दिल्ली का एक पेज भी मिला, जिसमें केबीसी लॉटरी फ्रॉड के बारे में बताया गया था और कुछ सुरक्षा सावधानियों का उल्लेख किया गया था।
विश्वास न्यूज ने अपनी जांच के अगले चरण में साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ महेश राखेजा से संपर्क किया और उनसे इस वायरल केबीसी लॉटरी संदेश के बारे में पूछा। राखेजा ने कहा, “यह घोटाला 3 साल से अधिक समय से चल रहा है। लोगों को यह समझना चाहिए कि अगर उन्होंने लॉटरी के लिए आवेदन नहीं किया है या नहीं खरीदा है तो उसके जीतने की कोई संभावना नहीं है। महेश रखेजा ने यह भी कहा कि ये संदेश एक वर्चुअल नंबर से भेजे जाते हैं जिन्हें किसी भी एंड्रॉइड एप्लिकेशन से खरीदा जा सकता है और कम से कम 80 रुपये में उपलब्ध हैं।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में पाया कि केबीसी लॉटरी एक घोटाला है और पाठकों से इन स्कैमर्स के साथ कोई व्यक्तिगत विवरण साझा नहीं करने का आग्रह किया जाता है।
- Claim Review : The number has won a lottery through KBC
- Claimed By : Aftab Kharal
- Fact Check : झूठ
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