Fact Check : केबीसी में किसान कर्ज माफी को लेकर नहीं पूछा गया यह सवाल, वायरल वीडियो एडिटेड

विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में पाया कि मध्य प्रदेश चुनाव से जोड़ते हुए केबीसी के वायरल वीडियो को एडिट कर तैयार किया गया है। केबीसी में कमलनाथ सरकार के किसान कर्ज माफी योजना को लेकर कोई सवाल नहीं पूछा गया था। केबीसी में कर्नाटक और गुजरात को लेकर सवाल किया था, जिसे एडिट कर बदल दिया गया। सोनी टीवी ने भी अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल से इसका खंडन किया है। 

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। मध्य प्रदेश में मतदान की तारीख नजदीक आ गई है। ऐसे में पार्टियों के बीच चुनाव प्रचार को लेकर गहमागहमी बढ़ती जा रही है। इसी बीच सोशल मीडिया पर केबीसी के एक वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि शो में मध्य प्रदेश में पूर्व की कमलनाथ सरकार के किसान कर्ज माफी योजना को लेकर सवाल पूछा गया। 

विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो को एडिट कर तैयार किया गया है। केबीसी में कमलनाथ सरकार के किसान कर्ज माफी योजना को लेकर कोई सवाल नहीं पूछा गया था। केबीसी में कर्नाटक और गुजरात को लेकर सवाल किया गया था, जिसे एडिट कर बदल दिया गया। सोनी टीवी ने भी अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल से इसका खंडन किया है। 

क्या हो रहा है वायरल ?

फेसबुक यूजर ‘सुखदेव पांसे फैंस मुलताई’ ने 11 नवंबर 2023 को वायरल वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “मध्य प्रदेश में पूर्व की कमलनाथ सरकार का किसान कर्ज माफी योजना…KBC में गूंज कमलनाथ सरकार ने की किसान कर्जमाफी का मुद्दा, अमिताभ बोले शिवराज के सरकार में आने के बाद बंद  किसान कर्जमाफी योजना को बंद कर दिया है।”

पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।

पड़ताल 

वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स की मदद से सर्च करना शुरू किया। हमें दावे से जुड़ी कोई न्यूज रिपोर्ट नहीं मिली।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन भारत (सेट इंडिया) के आधिकारिक यूट्यूब चैनल को खंगालना शुरू किया। हमें असली वीडियो हमें 6 नवंबर 2023 को अपलोड हुआ मिला। वीडियो में 30 सेकंड से लेकर 2.57 तक असली वीडियो को देखा जा सकता है। अमिताभ बच्चन प्लेयर को एक मैप दिखाते हैं। मैप में कर्नाटक और गुजरात को हाइलाइट किया गया था। इस मैप को दिखाने के बाद अमिताभ पूछते हैं कि इन दोनों राज्यों के बारे में कौन-सी बात सही नहीं है और प्लेयर को चार ऑप्शन देते हैं। प्लेयर दूसरा ऑप्शन हुगली उनसे होकर बहती है, का चुनाव करता है। फिर वो प्लेयर को बताते हैं कि जवाब सही है। जवाब के बाद वो दोनों राज्यों से जुड़ी कुछ बातों के बारे में बताते हैं। 

सोनी टीवी के आधिकारिक एक्स अकाउंट को खंगालने पर हमें वायरल वीडियो से जुड़ी एक पोस्ट मिला। 9 नवंबर 2023 को पोस्ट करते हुए सोनी टीवी की तरफ से वायरल दावे का खंडन किया गया है। साथ ही यह भी बताया गया है कि इस बारे में साइबर क्राइम को बताया गया है। वो इस पर कार्रवाई कर रहे हैं। 

वायरल वीडियो को लेकर हमने मुंबई में एंटरटेनमेंट के सीनियर जर्नलिस्ट पराग छापेकर से बातचीत की। उनका कहना है, “इस वीडियो को एडिट कर बनाया गया है। सवाल को बदला गया है। ऐसा कोई सवाल नहीं पूछा गया था। पहले भी केबीसी को लेकर इस तरह के कई दावे वायरल हो चुके हैं।“

केबीसी को लेकर पहले भी इस तरह के कई दावे वायरल हो चुके हैं। अन्य रिपोर्ट्स को आप यहां पर पढ़ सकते हैं।

अंत में हमने वायरल वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर के अकाउंट को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर एक विचारधारा से जुड़ी पोस्ट को शेयर करता है। यूजर के पेज पर दो हजार लाइक्स हैं। यूजर को 2.2 हज़ार लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में पाया कि मध्य प्रदेश चुनाव से जोड़ते हुए केबीसी के वायरल वीडियो को एडिट कर तैयार किया गया है। केबीसी में कमलनाथ सरकार के किसान कर्ज माफी योजना को लेकर कोई सवाल नहीं पूछा गया था। केबीसी में कर्नाटक और गुजरात को लेकर सवाल किया था, जिसे एडिट कर बदल दिया गया। सोनी टीवी ने भी अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल से इसका खंडन किया है। 

False
Symbols that define nature of fake news
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