Fact Check: कश्मीरी होने के कारण नहीं, अलवर में महिला के लिबास में घूम रहे युवक की बच्चा चोरी के संदेह में हुई पिटाई

नई दिल्ली (विश्वास टीम) सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि राजस्थान के अलवर में कुछ लोगों ने एक कश्मीरी छात्र को इसलिए पकड़ कर पीट डाला, क्योंकि वह कश्मीर का रहने वाला था। विश्वास न्यूज की पड़ताल में यह दावा गलत निकला।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक पर वायरल हो रहे पोस्ट में लिखा हुआ है, ”#अलवर:

कल रात अलवर के नीमराना में #कश्मीरी छात्र को पकड़कर पिटाई की अधमरा किया कश्मीर के नाम पर हर किसी ने अपना गुस्सा निकाला. #नीमराणा के स्कूल ऑफ एयरोनॉटिक्स का है छात्र. बारामूला जिले के सोपोर का निवासी है मीर फैद।”

फेसबुक यूजर्स इस्ताक अली शाह (Istak Ali Shah) ने इस वीडियो को शेयर किया है, जिसमें एक युवक बिजली के पोल से बंधा हुआ नजर आ रहा है। पड़ताल किए जाने तक इस वीडियो को करीब 400 लोगों ने शेयर किया है और करीब 3000 से अधिक लोग देख चुके हैं।

पड़ताल

न्यूज सर्च में हमें कई खबरों का लिंक मिला, जिसमें इस घटना का जिक्र किया गया है। 5 सितंबर 2019 को दैनिक जागरण के वेब संस्करण में प्रकाशित खबर के मुताबिक, ‘राजस्थान में अलवर जिले के नीमराणा में बुधवार देर रात करीब साढ़े नौ बजे महिला के वेश में घूम रहे एक कश्मीरी युवक की लोगों ने जमकर पिटाई की। रात के अंधेरे में महिलाओं के कपड़े में संदिग्ध अवस्था मे घूमते हुए देखने के बाद लोगों ने कश्मीरी युवक को पकड़ लिया और बच्चा चोर समझ कर उसकी जमकर पिटाई की। उसे बिजली के खंभा से बांध दिया।’

दैनिक जागरण में प्रकाशित खबर

हिंदी न्यूज चैनल ‘’आज तक’’ की वेबसाइट पर भी इस खबर को देखा जा सकता है। खबर के मुताबिक, महिलाओं जैसे कपड़े पहनकर घूमने की वजह से भीड़ ने एक युवक को बच्चा चोरी के शक में पकड़ लिया और उसकी पिटाई कर दी।

आज तक की वेबसाइट पर प्रकाशित खबर

घटना की सच्चाई जानने के लिए विश्वास न्यूज ने अलवर के पुलिस अधीक्षक से बात की। उन्होंने बताया कि नीमराणा, भिवाड़ी पुलिस अधीक्षक के क्षेत्राधिकार में आता है।

इसके बाद विश्वास न्यूज ने भिवाड़ी के पुलिस अधीक्षक अमनदीप सिंह से बात की। सिंह ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि पकड़ा गया युवक कश्मीर का रहने वाला है और नीमराणा के एयरोनॉटिक्स कॉलेज का छात्र है, जिसका नाम मीर फैद है।

कश्मीरी होने की वजह से भीड़ के पीटे जाने के दावे को खारिज करते हुए उन्होंने कहा, ‘पकड़ा गया युवक कश्मीर का रहने वाला है, लेकिन उसकी पिटाई की वजह यह नहीं थी। वह महिलाओं के कपड़े पहनकर घूम रहा था, जिसके बाद लोगों ने बच्चा चोर के शक में उसकी पिटाई कर दी। इसके बाद पुलिस ने उसे हिरासत में लिया और उसकी पूछताछ हो रही है।’

जासूसी के एंगल से हो रही पूछताछ को लेकर पूछे जाने पर पुलिस अधीक्षक ने कहा, ‘इस एंगल से जांच हो रही है और विस्तृत जानकारी पूछताछ के बाद ही साझा की जाएगी।’

कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि अलवर में पिटाई के शिकार हुए कश्मीरी युवक से खुफिया एजेंसियों ने पूछताछ की है। विश्वास न्यूज ने इस मामले को लेकर नीमराणा थाना में तैनात सब-इंस्पेक्टर लक्ष्मण सिंह से भी बात की। उन्होंने घटना की पुष्टि करते हुए बताया, ‘संबंधित घटना 4 सितंबर को शाम 7-8 बजे के बीच की है, जब कुछ लोगों ने नीमराणा मेन मार्केट में इस युवक (मीर फैद) को महिला के लिबास में पकड़ लिया और फिर बच्चा चोरी के शक में उसकी पिटाई शुरू कर दी। पकड़ा गया युवक कश्मीर के बारामूला जिले का रहने वाला है।’

उन्होंने कहा कि भीड़ में ही शामिल कुछ लोगों ने पुलिस को इसकी जानकारी दी और उसे थाना लाया गया। उन्होंने कहा, ‘देश में बच्चा चोरी की अफवाह फैली हुई है और ऐसे में जब लोगों ने एक युवक को महिला के लिबास में पकड़ा तो उन्होंने उसकी पिटाई शुरू कर दी। यह कहना गलत है कि उस युवक की पिटाई इसलिए हुई, क्योंकि वह कश्मीर का रहने वाला था।’  

सिंह ने भी हिरासत में लिए गए युवक से खुफिया एजेंसी के अधिकारियों (राज्य और केंद्र स्तर के) से पूछताछ की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि पूछताछ में युवक का कहना है कि उसे कुछ लोगों ने जबरन महिला के कपड़े पहनने को मजबूर किया। पुलिस युवक के इस दावे की जांच कर रही है।

डिस्क्लेमर: मामले की जांच अभी जारी है और जांच के दौरान नए तथ्यों के सामने आने के बाद इस स्टोरी को अपडेट किया जा सकता है।

निष्कर्ष: अलवर जिले के नीमराणा में जिस युवक के कश्मीरी होने की वजह से पिटाई का दावा किया जा रहा है, वह गलत है। भीड़ ने जिस युवक को पड़क कर पीटना शुरू किया, वह महिला के लिबास में घूमते हुए पकड़ा गया और भीड़ ने उसे संदिग्ध बच्चा चोर समझते हुए उसकी पिटाई कर दी।

पूरा सच जानें…

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews।com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

False
Symbols that define nature of fake news
Related Posts
नवीनतम पोस्ट