ज्योतिरादित्य सिंधिया की हाथ में चप्पल लिए हुए फोटो को भाजपा में उनके अपमान के साथ जोड़ने का दावा पूरी तरह गलत है। इस फोटो का इस्तेमाल करते सिंधिया के बारे में भ्रामक दावा वायरल किया जा रहा है। ये तस्वीर ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर को चप्पल पहनाने के दौरान की है। तोमर ने प्रण लिया था कि जब तक जनता की समस्याएं हल नहीं हो जाती, वे नंगे पैर ही रहेंगे। सिंधिया ने तोमर का उत्साह बढ़ाने के लिए चप्पल पहनाई थीं।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया में भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया की हाथ में चप्पल लिए हुए फोटो शेयर करके तंज किया जा रहा है कि सिंधिया का भाजपा में सम्मान नहीं हो रहा है। विश्वास न्यूज की पड़ताल में हमें पता चला है कि ये फोटो सही है, लेकिन ये बात पूरी तरह गलत है कि उनका भाजपा में सम्मान नहीं हो रहा है। ये तस्वीर ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर को चप्पल पहनाने के दौरान की है। तोमर ने प्रण लिया था कि जब तक जनता की समस्याएं हल नहीं हो जाती, वे नंगे पैर ही रहेंगे। भाजपा में सिंधिया एक मजबूत नेता के रूप में काम कर रहे हैं।
चुन्नू राजपूत नाम के ट्विटर यूजर ने ट्वीट एक फोटो ट्वीट की है, जिसमें भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया हाथ में चप्पल लिए हुए हैं। इसके साथ लिखा है – अब ये चप्पल किसकी उठा ली सिंधिया जी,भाजपा में बहुत मान सम्मान मिल रहा है,अब तो खुश हो,चप्पल,बैग,पटका सब कुछ मिलेगा,बस मुख्यमंत्री का पद नही मिलेगा।
इस ट्वीट का आर्काइव वर्जन यहां देखा जा सकता है।
इस पोस्ट में ऐसा दावा किया जा रहा है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया का भाजपा में सम्मान नहीं किया जा रहा है। इस पोस्ट की पड़ताल करने का फैसला किया। हमने सबसे पहले सिंधिया के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल को स्कैन किया। वहां पर हमें 22 अगस्त, 2020 का एक ट्वीट मिला। इस ट्वीट में लिखा था कि अपने क्षेत्र में पेयजल और स्वच्छता संबंधी काम पूरे होने पर ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर जी को मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान जी के समक्ष चप्पल पहना कर शपथ तोड़ी।
इससे हमें ये समझ में आया कि ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर को सिंधिया ने चप्पल पहनाई थी। इसको हमने गूगल पर सर्च किया तो हमें कई रिपोर्ट्स मिलीं।
जीन्यूज की एक रिपोर्ट में पता चला कि सिंधिया ने प्रद्युम्न सिंह तोमर को चप्पल पहनाई थी, क्योंकि तोमर ने इलाके में विकास कार्यों को पूरा करने के प्रण को लेकर चप्पल पहनना छोड़ दिया था। उनके प्रण को पूरा करने के बाद 22 अगस्त, 2020 को सिंधिया ने ये काम किया। इसमें कहीं भी बीजेपी में रहते हुए सिंधिया के सम्मान में कमी नहीं दिखी।
इसके बाद हमने नईदुनिया के ग्वालियर के चीफ रिपोर्टर जोगेंद्र सेन से बात की। उन्होंने हमें बताया कि चप्पल पहनाने को सिंधिया के अपमान से जोड़ना पूरी तरह गलत है। प्रद्युम्न सिंह तोमर ने चप्पल न पहनने का प्रण लिया था। उनका प्रण पूरा होने पर सिंधिया ने उन्हें चप्पल पहनाई थी। इस दौरान मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान भी उपस्थित थे।
चुन्नू राजपूत के ट्विटर हैडल की सोशल स्कैनिंग में पता चला कि वे बल्लभगढ़ से हैं। इसके साथ ही ट्विटर पर उनके 501 फॉलोअर्स हैं।
निष्कर्ष: ज्योतिरादित्य सिंधिया की हाथ में चप्पल लिए हुए फोटो को भाजपा में उनके अपमान के साथ जोड़ने का दावा पूरी तरह गलत है। इस फोटो का इस्तेमाल करते सिंधिया के बारे में भ्रामक दावा वायरल किया जा रहा है। ये तस्वीर ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर को चप्पल पहनाने के दौरान की है। तोमर ने प्रण लिया था कि जब तक जनता की समस्याएं हल नहीं हो जाती, वे नंगे पैर ही रहेंगे। सिंधिया ने तोमर का उत्साह बढ़ाने के लिए चप्पल पहनाई थीं।
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