Fact Check : ज्योतिरादित्य सिंधिया का पुराना वीडियो अब ‘ग्‍वालियर में स्‍वागत’ के नाम से वायरल

विश्‍वास न्‍यूज (नई दिल्‍ली)। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के स्‍वागत का एक पुराना वीडियो अब फर्जी दावे के साथ सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। 2:41 मिनट के इस वीडियो में बड़ी तादाद में लोगों को स‍िंधिया का स्‍वागत करते हुए देखा जा सकता है। यूजर्स दावा कर रहे हैं कि भारत सरकार में मंत्री बनने के बाद पहली बार ग्‍वालियर पहुंचने पर स‍िंधिया का ऐसा स्‍वागत हुआ। विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई। स‍िंधिया के एक पुराने वीडियो को अब कुछ लोग गलत दावे के साथ वायरल कर रहे हैं।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर सूरज श्रीवास्‍तव ने 19 जुलाई को एक वीडियो को अपलोड करते हुए लिखा : ‘कैबिनेट मंत्री बनने के बाद पहली बार ग्वालियर पहुँचने पर हुआ सिंधिया जी का ऐतिहासिक स्वागत कॉंग्रेस वालों की खूब जली’

इसी वीडियो को कुछ लोग Youtube पर भी वायरल कर रहे हैं। इसे यहां देखा जा सकता है।

फेसबुक पोस्‍ट का आर्काइव्‍ड वर्जन यहां देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने सबसे पहले गूगल ओपन सर्च की मदद से यह जानना चाहा कि क्‍या भारत सरकार में मंत्री बनने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ग्‍वालियर गए थे। हमें सर्च में एक भी ऐसी खबर नहीं मिली, जो इसकी पुष्टि करती हो। पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने InVID टूल की मदद ली। यह वायरल वीडियो हमें कई सोशल मीडिया प्रोफाइल पर मिला।

12 स‍ितंबर 2020 को वायरल वीडियो का एक अंश ट्विटर पर अपलोड करते हुए इसे जौरा का बताया गया।

इसी तरह यह वीडियो हमें 12 स‍ितंबर 2020 की तारीख को ही अपलोड फेसबुक अकाउंट पर भी मिला। इसे यहां और यहां देखा जा सकता है।

जांच को आगे बढ़ाते हुए विश्‍वास न्‍यूज ने नईदुनिया ग्वालियर संपादकीय प्रभारी वीरेंद्र तिवारी से संपर्क किया। उनके साथ वायरल वीडियो को शेयर किया। उन्‍होंने हमें बताया कि मंत्री बनने के बाद अभी तक ज्‍योतिरादित्‍य स‍िंधिया ग्‍वालियर नहीं आए हैं। वायरल वीडियो पिछले साल सि‍तंबर का मुरैना जिले के जौरा का है।

पड़ताल के अंतिम चरण में विश्‍वास न्‍यूज ने फर्जी पोस्‍ट करने वाले यूजर की जांच की। हमें पता चला कि फेसबुक यूजर सूरज श्रीवास्‍तव यूपी के बस्‍ती के रहने वाले हैं। इस अकाउंट को दो हजार से ज्‍यादा लोग फॉलो करते हैं। इस यूजर के फेसबुक पर पांच हजार से ज्‍यादा फ्रेंड हैं।

False
Symbols that define nature of fake news
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