केंद्रीय नागरिक उड्डयन और इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य एम सिंधिया के ट्विटर बायो में करीब दो साल से कोई बदलाव नहीं हुआ है। वह जुलाई 2021 में भाजपा सरकार में केंद्रीय मंत्री बने थे। इसके बाद उनका ट्विटर बायो बदला गया था, जिसमें अभी तक कोई बदलाव नहीं हुआ है। सोशल मीडिया पर वायरल दावा गलत है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के ट्विटर बायो को लेकर सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रही है। कुछ सोशल मीडिया यूजर्स सिंधिया के ट्विटर बायो का स्क्रीनशॉट शेयर कर दावा कर रहे हैं कि केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपनी ट्विटर प्रोफाइल से भाजपा का नाम हटा दिया है। इसके जरिए यूजर्स सिंधिया पर तंज कस रहे हैं।
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने ट्विटर बायो में करीब दो साल से कोई बदलाव नहीं किया है। उनकी प्रोफाइल में पहले भी भाजपा नहीं लिखा था। सोशल मीडिया पर वायरल दावा गलत है।
फेसबुक यूजर ‘पंकज राय‘ (आर्काइव लिंक) ने 20 मई को स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए लिखा,
“फर्जी महाराज के उसूलों पर आंच फिर आ रही है!
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने ट्विटर अकाउंट पर से भाजपा का नाम हटाया.“
सिंधिया के ट्विटर बायो के स्क्रीनशॉट में लिखा है, “यूनियन मिनिस्टर ऑफ सिविल एविशन एंड स्टील, भारत सरकार, पब्लिक सर्वेंट एंड क्रिकेट एंथुजिआस्ट“
ट्विटर यूजर अमन शुक्ला (आर्काइव लिंक) ने भी 20 मई को स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए लिखा,
“उसूलों पर आंच फिर आ रही है :आंच कहे या आग लगी हुई है
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने हटाया ट्विटर से भाजपा का नाम …!
@JM_Scindia टाइगर जिंदा है या नहीं, मध्य प्रदेश में टाइगर की स्थिति बहुत खराब है,”
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को लेकर किए जा रहे दावे की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले उनका ट्विटर अकाउंट देखा। उनके बायो में भाजपा नहीं लिखा है,’बल्कि यूनियन मिनिस्टर ऑफ सिविल एविशन एंड स्टील, भारत सरकार’ लिखा है। नवंबर 2014 से वह ट्विटर से जुड़े हुए हैं।
उनके ट्विटर अकाउंट की अधिक पड़ताल के लिए हमने वेबैक मशीन का सहारा लिया। इसमें अकाउंट को 21 अगस्त 2015 से 21 मार्च 2023 तक 244 बार सेव किया गया है। हमने इसमें उनकी प्रोफाइल के कई स्क्रीनशॉट देखें। 22 अगस्त 2015 को सेव किए गए हैंडल के बायो में किसी राजनीतिक दल का नाम नहीं लिखा हुआ है। इसमें मध्य प्रदेश के गुना से संसद सदस्य लिखा हुआ है। 22 नवंबर 2016 और 19 मई 2018 को उनका ट्वटिर बायो नहीं बदला था।
इसके बाद 28 अक्टूबर 2020 को सेव किए गए हैंडल में उनका बायो बदला हुआ मिला। इसमें ‘पब्लिक सर्वेंट, क्रिकेट एन्थुजिआस्ट’ लिखा हुआ था। हालांकि, इसमें भी किसी राजनीतिक दल का नाम नहीं था। 23 जून 2021 में भी उनका ट्विटर बायो समान था।
13 जुलाई 2021 के आर्काइव में सिंधिया के ट्विटर बायो में फिर बदलाव दिखा। इसमें यूनियन मिनिस्टर ऑफ सिविल एविएशन, भारत सरकार के साथ में पब्लिक सर्वेंट एंड क्रिकेट एन्थुजिआस्ट लिखा हुआ है। इसके बाद 10 जून 2022 और 21 मार्च 2023 को सेव किए गए पेज में ट्विटर बायो में कोई बदलाव नहीं किया गया है। मतलब करीब दो साल से उनके ट्विटर बायो में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
केंद्रीय मंत्री सिंधिया का ट्विटर अकाउंट चेक करने पर हमें उनका एक ट्वीट (आर्काइव लिंक) मिला। 20 मई को किए गए इस ट्वीट में उन्होंने वायरल पोस्ट का जवाब देते हुए लिखा है,
“मध्यप्रदेश में कांग्रेस पार्टी के पास जनता का कोई मुद्दा नहीं है, इसलिए सुबह-शाम केवल झूठ और प्रोपेगैंडा फैलाना है।
मेरे ट्विटर बायो से अच्छा अगर जनता की मन की बात पढ़ ली होती तो 15 महीनों में भ्रष्ट सरकार ना जाती।”
इस बारे में अधिक जानकारी के लिए हमने कीवर्ड से भी गूगल पर ओपन सर्च किया। न्यूज 18 की वेबसाइट पर 21 मई को छपी खबर में लिखा है, ‘भाजपा और कांग्रेस में केंद्रीय मंत्री सिंधिया के ट्विटर बायो को लेकर जंग छिड़ गई है। कांग्रेस का आरोप है कि बीजेपी और सिंधिया के रिश्तों में खटास आ गई है, जिस कारण उन्होंने ट्विटर बायो से भाजपा हटा दिया है। वहीं, भाजपा और सिंधिया इसे झूठ बता रहे हैं। भाजपा का कहना है कि सिंधिया ने ट्विटर बायो में कोई बदलाव ही नहीं किया है। अगर कांग्रेस के पास कोई सबूत है तो सिद्ध करे या अपना झूठ वापस ले।”
एबीपी लाइव वेबसाइट पर भी 21 मई को इस बारे में रिपोर्ट छपी है। इसके अनुसार, “किसी भी केंद्रीय मंत्री के ट्विटर बायो में भाजपा का जिक्र नहीं है। भाजपा सरकार में केंद्र के मंत्रियों की प्रोफाइल में केवल केंद्रीय मंत्री लिखा हुआ है। दरअसल, 20 मई को मंत्रियों के ट्विटर बायो को लेकर तब चर्चा शुरू हुई जब कुछ सोशल मीडिया हैंडल से दावा किया गया कि केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने अपने ट्विटर हैंडल से भाजपा का जिक्र हटा दिया है।”
8 जुलाई 2021 को जागरण जोश डॉट कॉम में ज्योतिरादित्य सिंधिया के बारे में छपी रिपोर्ट के अनुसार, “ज्योतिरादित्य सिंधिया मोदी कैबिनेट में नए नागरिक उड्डयन मंत्री हैं। हाल ही में मंत्रियों के फेरबदल में उन्हें यह पद दिया गया है। वह पिछले 18 वर्षों से कांग्रेस में थे और 2020 में भाजपा में शामिल हुए थे। ज्योतिरादित्य 2002 में गुना निर्वाचन क्षेत्र से पहली बार लोकसभा सांसद बने। उनके पिता माधव राव सिंधिया 1991-93 तक पीवी नरसिम्हा राव की सरकार में सिविल एविएशन मंत्री थे।” मतलब केंद्रीय मंत्री बनने के बाद उनका ट्विटर बायो बदला गया था, जिसमें भाजपा का जिक्र नहीं था।
इस मामले में अधिक पुष्टि के लिए हमने भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता विजय सोनकर शास्त्री से बात की। उनका कहना है, “देश में भाजपा की सरकार है, तो केंद्र में मंत्री उनके ही होंगे। उनको बायो में भाजपा लिखने की क्या जरूरत है, वे तो केंद्रीय मंत्री हैं। सोशल मीडिया पर झूठ फैलाया जा रहा है।“
पड़ताल के अंत में हमने स्क्रीनशॉट को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले फेसबुक यूजर ‘पंकज राय‘ की प्रोफाइल को स्कैन किया। इसके मुताबिक, वह मुंबई में रहते हैं और एक राजनीतिक दल से जुड़े हुए हैं। अगस्त 2010 से फेसबुक पर सक्रिय यूजर के करीब 10 हजार फॉलोअर्स हैं।
निष्कर्ष: केंद्रीय नागरिक उड्डयन और इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य एम सिंधिया के ट्विटर बायो में करीब दो साल से कोई बदलाव नहीं हुआ है। वह जुलाई 2021 में भाजपा सरकार में केंद्रीय मंत्री बने थे। इसके बाद उनका ट्विटर बायो बदला गया था, जिसमें अभी तक कोई बदलाव नहीं हुआ है। सोशल मीडिया पर वायरल दावा गलत है।
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