नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर 18 सेकंड का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें दिख रहा है कि कई लोग हाथों में डंडे लिए हुए हैं और बैनर को फाड़ रहे हैं। बैनर पर कमल के फूल का निशान और कुछ नेताओं की फोटो हैं। हंगामे के दौरान लोग कुर्सियों को फेंक रहे हैं। इस बीच कुछ प्रदर्शनकारी हंगामे की वीडियो बनाते हुए भी देखे जा सकते हैं। इसके साथ में दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो तीनों कृषि कानूनों की वापसी के ऐलान के बाद का है।
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में दावे को गलत पाया। यह वीडियो जनवरी 2021 का है। तब किसानों ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की महापंचायत का विरोध किया था।
क्या है वायरल पोस्ट में
फेसबुक यूजर ‘Aman Sayyed’ ने 21 नवंबर को इस वीडियो को पोस्ट करते हुए लिखा,
लो भाई तीनों कृषि कानूनों के वापसी की घोषणा के बाद रुझान आने शुरू…
कोई गोदी मीडिया नहीं दिखायेगा…
फेसबुक पर Daulton Manasseh, Babar Quraishi, Nabijul Islam समेत कुछ अन्य यूजर्स ने भी इसी तरह के दावे के साथ फोटो को शेयर किया है।
पड़ताल
वीडियो के कुछ फ्रेम्स सेलेक्ट करके हमने गूगल रिवर्स इमेज टूल से सर्च किया। इस पर हमें यूट्यूब चैनल ‘The Live Tv’ पर 14 जनवरी 2021 को अपलोड किया गया एक वीडियो मिली। ‘BJP का प्रोग्राम होने वाला था, तभी किसान आ धमके, फिर जो हुआ’ टाइटल से इस वीडियो को अपलोड किया गया है। इसमें वायरल वीडियो के कुछ हिस्से दिखाए गए हैं। वीडियो न्यूज के अनुसार, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने करनाल में महापंचायत बुलाई थी। किसानों ने इसका विरोध करते हुए हंगामा किया था।
हमने कीवर्ड की सहायता से भी इसकी तलाश की। इसमें हमें ‘IndiaTV’ का वीडियो मिला। 10 जनवरी 2021 को अपलोड इस वीडियो में वायरल वीडियो साफ—साफ दिख रहा है। वीडियो न्यूज के अनुसार, हरियाणा के करनाल में किसानों ने राज्य के सीएम खट्टर की किसान महापंचायत का विरोध किया था। कृषि कानूनों के विरोध में किसानों ने भाजपा के कार्यकम का विरोध किया था।
इसकी और पुष्टि के लिए हमें दैनिक जागरण के करनाल के रिपोर्टर पवन शर्मा ने बताया कि इसी वर्ष 10 जनवरी को करनाल के घरौंडा हलके के गांव कैमला में भारतीय जनता पार्टी की ओर से महापंचायत बुलाई गई थी। इसमें मुख्यमंत्री मनोहर लाल मुख्य अतिथि थे। इसे लेकर कृषि कानून विरोधी आंदोलनकारियों का रुख शुरुआत से ही तल्ख था। इसे बाकायदा मुद्दा बनाकर वे न केवल लामबंद हुए, बल्कि सुबह ही करनाल सहित आसपास के हजारों आंदोलनकारी घरौंडा भी पहुंच गए। यहां से कैमला रोड पर कड़े सुरक्षा इंतजाम के बावजूद उन्होंने सीधे कैमला की ओर कूच किया। इसके बाद पहले उन्होंने मंच के पास खेत में तैयार किए गए अस्थाई हेलीपैड व फसलों को नुकसान पहुंचाया और फिर सीधे मंच पर जाकर तोड़फोड़ शुरू कर दिया। पूरे पंडाल में जमकर उत्पात मचाया गया, जिससे चारों तरफ भगदड़ मच गई थी। बमुश्किल उन पर काबू पाया जा सका था। वायरल वीडियो उसी घटनाक्रम का है।
वायरल वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले फेसबुक यूजर ‘Aman Sayyed’ के बारे में हमने पड़ताल की। वह मुंबई के रहने वाले हैं। उनकी प्रोफाइल खंगालने पर पता चला कि वह एक विशेष राजनीतिक विचारधारा से प्रभावित हैं।
निष्कर्ष: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुछ दिन पहले तीनों कृषि कानूनों की वापसी का ऐलान किया था। वायरल वीडियो कानूनों की वापसी के फैसले के बाद का नहीं है। वायरल वीडियो जनवरी 2021 का है।
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