Fact Check : जमीयत उलेमा ए हिंद ने सोनिया गांधी को नहीं लिखा शिवसेना को लेकर पत्र

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया में जमीयत उलेमा ए हिंद का फर्जी लेटर वायरल हो रहा है। इस लेटर को लेकर दावा किया जा रहा है कि जमीयत उलेमा ए हिंद ने सोनिया गांधी को पत्र लिखकर महाराष्‍ट्र में शिवसेना को समर्थन नहीं देने की अपील की है। विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में यह पत्र फर्जी निकला। जमीयत उलेमा ए हिंद ने ऐसा कोई भी पत्र सोनिया गांधी को नहीं लिखा है।

क्‍या है वायरल पोस्‍ट में

सुरभि भट्टाचार्य नाम की एक फेसबुक यूजर ने 20 नवंबर को जमीयत उलेमा ए हिंद का फेक लेटर अपलोड करते हुए दावा किया : ”Jamiat Ulema-e-Hind writes to Sonia Gandhi.Do not support Shiv Sena. It’ll be very harmful for the INC India. Final decision makers have finally arrived.”

इस लेटर को सोशल मीडिया पर दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने सबसे पहले वायरल लेटर को ध्‍यान से पढ़ा। दावा किया गया है कि यह पत्र अरशद मदनी की ओर से लिखा गया। इसके बाद हमने जब गूगल में सर्च किया तो हमारे सामने कई खबरें आईं। कुछ खबरों को इस पत्र के आधार पर बनाया गया था तो कुछ खबरों में बताया गया कि वायरल लेटर फेक है। वन इंडिया डॉट कॉम की वेबसाइट पर मौजूद एक खबर में बताया गया कि सोमवार को एक खत वायरल हुआ था। इसे जमीयत ने फर्जी बताया।

पड़ताल के दौरान हमने जमीयत उलेमा ए हिंद के आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट को खंगालना शुरू किया। हमें जमीयत के @jamiatulama_ ट्विटर हैंडल पर 18 नवंबर का एक ट्वीट मिला। इसमें वायरल लेटर को फेक बताया गया था। सोशल मीडिया में जारी बयान में जमीयत की ओर से बताया गया कि महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर जमीयत उलेमा-ए-हिंद का ये लेटर झूठ हैं। जमियत ने ऐसा कोई लेटर जारी नहीं किया।

https://twitter.com/jamiatulama_/status/1196416615967006721

अब बारी थी जमीयत उलेमा ए हिंद से संपर्क करने की। हमने जमीयत के प्रेस सचिव फजलुर रहमान से संपर्क किया। उन्‍होंने बताया कि सोनिया गांधी को जमीयत की ओर से ऐसा कोई पत्र नहीं लिखा गया है। जो पत्र वायरल हो रहा है, वह फर्जी है।

इसके बाद विश्‍वास न्‍यूज ने सुरभि भट्टाचार्य के फेसबुक अकाउंट की सोशल स्‍कैनिंग की। हमें पता चला कि इस अकाउंट को पांच हजार से ज्‍यादा लोग फॉलो करते हैं। इनके अकाउंट से अक्‍सर वायरल कंटेंट को शेयर किया जाता है।

निष्‍कर्ष : विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में पता चला कि जमीयत उलेमा ए हिंद ने सोनिया गांधी को महाराष्‍ट्र में शिवसेना को समर्थन नहीं देने के संबंध में कोई लेटर नहीं लिखा है। वायरल पत्र फर्जी है। जमीयत उलेमा ए हिंद की ओर से खुद इस बात की तस्‍दीक की गई है।

False
Symbols that define nature of fake news
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