Fact Check : वायरल वीडियो में गालियाँ देता शख़्स साक्षी मिश्रा का पति अजितेश नहीं, बल्कि समाजवादी युवजन सभा का अध्यक्ष वैभव गंगवार है

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया में एक वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें एक शख्स पुलिसवालों को जमकर गालियां दे रहा है, इस वीडियो को लेकर ये दावा किया जा रहा है कि यह साक्षी मिश्रा का पति अजितेश कुमार है। विश्वास न्यूज़ ने अपनी जाँच-पड़ताल में इस खबर के दावे को फ़र्ज़ी साबित किया। दरअसल, ये वीडियो पुराना है और बरेली के समाजवादी युवजन सभा का अध्यक्ष वैभव गंगवार का है |

क्‍या है वायरल पोस्‍ट में

फेसबुक यूजर राजेश दी लाठर एक पोस्ट अपलोड करते हैं, जिसमें एक वीडियो के साथ यह दावा करते हैं कि गलियां दे रहा शख्स अजितेश कुमार है। इस वायरल वीडियो के डिस्क्रिप्शन में लिखा है। ” ‘ये हैं साक्षि मिश्रा के पति कमजोर और निहायत सीधे साधे इंसान जो डर के मारे थर थर कांप रहे हैं। अरे हाँ एक बात तो भूल ही गया ये दलित भी हैं। भगवान ऐसा पति उन सबकी बेटियों को दे जिसको ये नेक दिल इंसान लगते हैं!! शुभकामनाएं…’

पड़ताल


विश्‍वास टीम ने सबसे पहले वायरल वीडियो को InVID में अपलोड करके कई स्‍क्रीनशॉट निकाले। इसके बाद इन्‍हें गूगल रिवर्स इमेज में सर्च करना शुरू किया। कई पेजों को स्‍कैन करने के बाद हमें इस तस्वीर से जुड़े लिंक मिलने लगे।

इस वीडियो का स्क्रीनशॉट लेकर रिवर्स इमेज सर्च किया, हमने पाया कि यह एक साल पुरानी घटना है | हमें कुछ आर्टिकल भी मिले जिसमें जागरण पर इस खबर से सम्बंधित एक लेख मिला जहां इस घटना का विवरण था जिसकी हेडलाइन थी “ डीजीपी ऑफिस तक गूंजा सपा नेता की दबंगई का वीडियो, गिरफ्तार”

हमें एक लेख भी मिला जिसके शीषर्क में लिखा था, ‘अखिलेश यादव के सहयोगी की गुंडई’ वीडियो में गालियां दे रहा था और यह शख़्स समाजवादी युवजन सभा बरेली के जिलाध्यक्ष वैभव गंगवार है। ऐसे तमाम आर्टिकल मिले जिसमें यह तस्वीर साफ़ होने लगी कि यह मामला क्या है।
4 सितम्बर 2018 को न्यूज़ 18 के आर्टिकल में जो डिस्क्रिप्शन दिया गया था वह भी साफ़ तौर पर कुछ अलग तथ्य की ओर इशारा कर रहा था।

(बरेली में सपा नेता की थाने के अंदर गुंडई मामले में प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह ने सख्त कदम उठाया है। मामले में आरोपी वैभव गंगवार को गिरफ्तार कर लिया गया है।डीजीपी ओपी सिंह के अनुसार, आरोपी पर गैंगस्टर, 7 सीएलए की कार्रवाई होगी। दरअसल, बरेली में समाजवादी युवजन सभा के जिलाध्यक्ष वैभव गंगवार का एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें वे बरेली जिले के किला थाने के अंदर गालियां दे रहे हैं।


वीडियो में क्या दिखाई और सुनाई दे रहा है

हमने फ्रेम दर फ्रेम इस वीडियो को देखना शुरू किया। इस वीडियो में एक व्यक्ति पुलिसकर्मियों को लगातार भद्दी गलियां दे रहा है और अपनी रसूख और पहुँच को लेकर बातें बोल रहा है। यह व्यक्ति पुलिसवालों को तबादले से लेकर भीड़ इकट्ठा करने की धमकी दे रहा है। लगातार तेज़ आवाज़ में बदसलूकी कर रहा है। क्लिप में साफ़ दिखाई दे रहा है की कुछ वर्दी वाले खड़े हैं और इस व्यक्ति के साथ कुछ लोग खड़े है। वीडियो में वैभव गंगवार चीख-चीख कर कह रहा है कि थाने में गिन ले कितने पुलिसवाले हैं। 50 हजार आदमी थाने में इकट्ठे कर दूंगा, तेरी औकात क्या है? पुलिस ने इस मामले में सपा नेता वैभव समेत 50 लोगों पर रंगदारी मांगने का मुकदमा दर्ज किया है।

यूट्यूब पर कुछ वीडियोज शो के लिंक भी मिले जिसमें इस खबर को कवरेज मिला था।


इस घटना की रिपोर्ट्स दिखाई गयी थी, जिसकी हेडलाइन थी- “खाकी के सामने नेता की दबंगई !” और उसके वीडियो डिस्क्रिप्शन में लिखा था।” ( Uttar Pradesh के Bareilly से समाजवादी युवजन सभा के जिलाध्यक्ष वैभव गंगवार की थाने में गुंडई का वीडियो सामने आया है।तस्वीरों में वैभव गंगवार न सिर्फ थाने में पुलिसकर्मियों को धमका रहा है, बल्कि भद्दी-भद्दी गालियां भी दे रहा है, जबकि पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है। जानकारी के मुताबिक, तीन दिन पहले जमीन विवाद में डायल 100 की टीम ने वैभव गंगवार को हिरासत में लिया था और इसी दौरान उसे किला थाने लाया गया था। जहां उसने पुलिस को जमकर गालियां दीं।)
जब यह मामला उत्तर प्रदेश के डीजीपी दफ्तर तक पहुंचा तो इस मामले पर कार्रवाई करने के आदेश जारी किये गए | किला थाने के अंदर ऑफिस में पुलिसकर्मियों के सामने जमकर गालियां देने वाले और पुलिसकर्मियों के तबादले करा देने की धमकी देने वाले सपा नेता वैभव गंगवार को पुलिस ने गिरफ्तार किया। दरअसल, एसएसपी ने वीडियो देखने के बाद ही इंस्पेक्टर किला को चेतावनी देते हुए 24 घंटे के अंदर वैभव को पकड़ने का अल्टीमेटम दिया था। पुलिस ने वैभव के अलावा 40 अज्ञात लोगों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया था ।

हमने वैभव गंगवार का प्रोफाइल भी तलाशा यह जानने के लिए की आखिर उनका परिचय क्या है ।

क्‍या था पूरा मामला


अगर इस मसले को समझा जाये तो सपा नेता वैभव गंगवार ने साहूकारी में एक दलाल से 25 लाख रुपए में प्‍लॉट खरीदा था। वैभव ने दलाल से जो प्लॉट खरीदा था, उसकी रजिस्ट्री पहले से ही किसी और के नाम हो चुकी थी। जानकारी लगने पर जब वैभव ने दलाल से अपने रुपए वापस मांगे तो उसने पुलिस बुला ली। डायल 100 पुलिस ने सपा नेता को पकड़कर शनिवार की रात किला पुलिस के हवाले कर दिया था।

फिर हमने क़िला चौकी इंचार्ज मुकेश से संपर्क साधा उनसे इस प्रकरण के बारे में बात हुयी ” उन्होंने बताया कि यह मामला 2018 का है, वैभव गंगवार का है और इस पर कार्यवाही हुयी और 14 दिन की हिरासत में भी भेजा गया था |अब के मामला अदालत में चल रहा है ”

अब बारी थी इस प्रोफाइल के सोशल मीडिया स्कैनिंग की Rajesh D Lather अक्सर इस तरह की पोस्ट शेयर और अपलोड करते है और उन्होंने अपने अबाउट में खुद को एक स्टूडेंट बताया है।

निष्‍कर्ष : विश्‍वास टीम की पड़ताल में पता चला कि यह वायरल वीडियो पुराना है और यह साक्षी मिश्रा का पति अजितेश कुमार नहीं, बल्कि समाजवादी युवजन सभा का जिलाध्यक्ष वैभव गंगवार है। यह दावा झूठा है |

पूरा सच जानें…
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False
Symbols that define nature of fake news
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