Fact Check : वायरल पोस्‍ट में शरद पवार को मॉर्फ्ड तस्‍वीर के जरिए भाजपा नेताओं के साथ दिखाया गया

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में शरद पवार और भाजपा नेताओं की एक साथ वाली तस्‍वीर मॉर्फ्ड निकली। इसे दो अलग-अलग तस्‍वीरों को जोड़कर बनाया गया है।

Fact Check : वायरल पोस्‍ट में शरद पवार को मॉर्फ्ड तस्‍वीर के जरिए भाजपा नेताओं के साथ दिखाया गया

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया के विभ‍िन्‍न प्‍लेटफॉर्म पर एक तस्‍वीर वायरल हो रही है। इसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस और एनसीपी चीफ शरद पवार को एक साथ बैठे हुए दिखाया गया है। इस तस्‍वीर को शेयर करते हुए सोशल मीडिया यूजर्स शरद पवार पर निशाना साध रहे हैं। विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल तस्‍वीर की गहराई से जांच की। पड़ताल में वायरल तस्‍वीर मॉर्फ्ड निकली। शरद पवार की तस्‍वीर को अलग से जोड़कर यह तस्‍वीर बनाई गई है। विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर यशवंत वर्ते ने 27 नवंबर को एक तस्‍वीर को पोस्‍ट करते हुए मराठी में लिखा : ‘ताई म्हणतात की,” भाजपला जोरदार विरोध करा.” आणि पप्पा चुपचाप जाऊन भाजपसोबत हातमिळवणी करतात. ताई, किती दिशाभूल करता जनतेची!’

इसका हिंदी अनुवाद कुछ यूं है : ‘ताई कहती हैं, ”भाजपा का पुरजोर विरोध करो.” और पापा चुपचाप जाकर बीजेपी से हाथ मिलाते हैं. ताई, लोग कितने गुमराह हैं!’

फेसबुक पोस्‍ट के कंटेंट को यहां ज्‍यों का त्‍यों लिखा गया है। इसे सच मानकर दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं। पोस्‍ट का आकाईव्‍ड वर्जन यहां देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल तस्‍वीर की सच्‍चाई का पता लगाने के लिए सबसे पहले गूगल रिवर्स इमेज टूल का इस्‍तेमाल किया। सर्च के दौरान हमें इंडियन एक्‍सप्रेस की वेबसाइट पर 26 नवंबर 2021 को पब्लिश एक खबर मिली। इसमें बताया गया कि महाराष्‍ट्र के पूर्व मुख्‍यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। खबर में इस्‍तेमाल की गई तस्‍वीर में कहीं भी शरद पवार नहीं दिखे। जबकि वायरल तस्‍वीर में पूर्व मुख्‍यमंत्री के बगल में शरद पवार को दिखा गया है। पूरी खबर यहां पढ़ें।

इंडियन एक्‍सप्रेस की खबर में इस्‍तेमाल की गई खबर में देवेंद्र फडणवीस के ट्विटर हैंडल का हवाला दिया गया था। इसलिए हमने उनके हैंडल को स्‍कैन किया। वहां हमें 26 नवंबर 2021 को ओरिजनल तस्‍वीर मिली। इसे यहां देखा जा सकता है।

विश्‍वास न्‍यूज की अब यह चेक करना था कि शरद पवार की तस्‍वीर कहां से ली गई है। सर्च को जारी रखने पर हमें शरद पवार के ट्विटर हैंडल पर ओरिजनल तस्‍वीर मिली। 12 नवंबर 2021 को किए गए ट्वीट में शरद पवार को इजरायल के महा वाणिज्य दूत मिस्टर कोबी शोशानी के साथ देखा जा सकता है।

सर्च के दौरान हमें एनसीपी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर 26 नवंबर की तारीख का ही एक ट्वीट मिला। इसमें वायरल तस्‍वीर को फेक बताया गया था।

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में अब तक यह साबित हो गया कि शरद पवार की एक तस्‍वीर का दुरुप्रयोग करते हुए अमित शाह और देवेंद्र फडणवीस के साथ दिखाया गया।

हमने पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए एनसीपी के प्रवक्‍ता महेश तापसे से संपर्क किया। उनके साथ वायरल तस्‍वीर को शेयर किया। उन्‍होंने बताया कि यह फर्जी तस्‍वीर है। इसे लेकर पार्टी के हैंडल पर भी सच बताया गया है।

जांच के अंतिम चरण में विश्‍वास न्‍यूज ने फर्जी तस्‍वीर शेयर करने वाले यूजर की जांच की। पता चला कि फेसबुक यूजर यशवंत वर्ते महाराष्‍ट्र के अकोला के रहने वाले हैं।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में शरद पवार और भाजपा नेताओं की एक साथ वाली तस्‍वीर मॉर्फ्ड निकली। इसे दो अलग-अलग तस्‍वीरों को जोड़कर बनाया गया है।

False
Symbols that define nature of fake news
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