विश्वास न्यूज की पड़ताल में पता चला कि अगस्त 2018 के एक पुराने वीडियो को कुछ लोग अब किसान आंदोलन से जोड़कर वायरल कर रहे हैं। हमारी जांच में वायरल पोस्ट फर्जी साबित हुई।
नई दिल्ली (Vishvas News)। सोशल मीडिया में एक वीडियो को फर्जी दावों के साथ वायरल किया जा रहा है। वीडियो में देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से बात करते हुए कुछ लोगों के एक समूह को देखा जा सकता है। यूजर्स दावा कर रहे हैं कि भाजपा नेता रक्षा मंत्री से किसान बिल को लेकर रिक्वेस्ट कर रहे हैं। कुछ यूजर्स का दावा है कि भाजपा नेता राजनाथ सिंह से तीन किसान बिलों को रद्द करने का निवेदन कर रहे हैं।
विश्वास न्यूज पहले भी इस वीडियो की पड़ताल कर चुका है। उस वक्त इसी वीडियो को एनआरसी को लेकर वायरल किया गया था। हमारी जांच के अनुसार, अगस्त 2018 में लखनऊ में कुछ लोगों ने राजनाथ सिंह से मुलाकात करके एससी/एसटी एक्ट के खिलाफ एक ज्ञापन सौंपा था। ये वीडियो तभी का है।
ट्विटर हैंडल कपिल दानोदा ने 12 जनवरी को वीडियो को अपलोड करते हुए लिखा : ‘BJP leaders begging to Defence Minister Rajnath Singh to cancel 3 Farmer bills. They are telling him that these bills are in the interest of only 5% and against 70% farmers.’
ट्वीट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखें।
इसी तरह दूसरे यूजर्स भी इस वीडियो को फेसबुक पर वायरल कर रहे हैं। फेसबुक पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखें।
विश्वास न्यूज ने सबसे पहले वायरल वीडियो को InVID टूल में अपलोड किया। इसके बाद इससे कई वीडियो ग्रैब्स निकाले। फिर इन्हें गूगल रिवर्स इमेज टूल में अपलोड करके सर्च किया। हमें यूट्यूब पर कई वीडियो मिले।
9 अगस्त 2018 को अपलोड एक वीडियो में बताया गया कि SC/ST बिल के विरोध में राजनाथ सिंह को ज्ञापन सौंपा गया। यह ज्ञापन भाजपा नेता भीष्म धर दिवेदी के नेतत्व में सौंपा गया।
पड़ताल के अगले चरण में हमने भीष्म धर द्विवेदी के बारे में खोजना शुरू किया। हमें फेसबुक पर उनका अकाउंट मिला। इस अकाउंट पर यही वीडियो 26 सितंबर 2018 की तारीख को अपलोड मिला।
विश्वास न्यूज से बातचीत में भीष्म धर द्विवेदी ने बताया कि वीडियो 5 अगस्त 2018 का है। उस वक्त हमने एससी/एसटी एक्ट के खिलाफ लखनऊ में एक ज्ञापन दिया था।
वीडियो को लेकर केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह के निजी सहयोगी रवि रंजन ने बताया कि यह वीडियो काफी पुराना है। लखनऊ में कुछ लोगों को एससी/एसटी कानून को लेकर राजनाथ सिंह से मुलाकात की थी।
अब बारी थी फर्जी पोस्ट करने वाले यूजर के अकाउंट को खंगालने की। हमें पता चला कि ट्विटर यूजर कपिल दानोदा हरियाणा के रहने वाले है। इस अकांउट को अप्रैल 2020 को बनाया गया। इसे 111 लोग फॉलो करते हैं।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में पता चला कि अगस्त 2018 के एक पुराने वीडियो को कुछ लोग अब किसान आंदोलन से जोड़कर वायरल कर रहे हैं। हमारी जांच में वायरल पोस्ट फर्जी साबित हुई।
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