अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर की तस्वीर के नाम पर वायरल हो रही इमेज वास्तव में दिल्ली के स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर की है।
नई दिल्ली (विश्वास टीम)। अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर के निर्माण के लिए भूमि पूजन की तैयारियों के बीच सोशल मीडिया पर मंदिर की एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसे लेकर दावा किया जा रहा है कि यह अयोध्या में बनने वाले मंदिर का वास्तुशिल्प है। यानी निर्माण के बाद राम मंदिर कुछ ऐसा ही नजर आएगा।
विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा गलत निकला। अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर की तस्वीर के नाम पर वायरल हो रही इमेज वास्तव में दिल्ली के स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर की है।
फेसबुक यूजर ‘एक आवाज़ NAMO’ ने वायरल तस्वीर (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, ”ऐसा बनेगा अयोध्या में प्रभु श्री राम जी का भव्य मंदिर देखते हैं कितने हिंदु खुश हैं दहाड दो जय जय श्री राम ।।जय श्री राम।।”
पड़ताल किए जाने तक इस तस्वीर को करीब साढ़े तीन हजार से अधिक लोग शेयर कर चुके हैं। सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर कई अन्य यूजर्स ने इसे राम मंदिर की तस्वीर मानते हुए शेयर किया है।
यह पहली बार नहीं है जब राम मंदिर के नाम पर गलत तस्वीर या गलत वीडियो को शेयर किया गया हो। इससे पहले भी कई ऐसी तस्वीरों की पड़ताल विश्वास न्यूज कर चुका है, जिसमें हमने अपने पाठकों को यह बताया था कि अयोध्या में प्रस्तावित राम मंदिर का वास्तविक वास्तुशिल्प कैसा है।
गौरतलब है कि अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद राम मंदिर के निर्माण के लिए केंद्र सरकार ने ‘श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र’ ट्रस्ट का गठन किया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 फरवरी 2020 को इस बारे में लोकसभा में घोषणा की थी।
सर्च में हमें न्यूज एजेंसी ‘रॉयटर्स’ की फोटो गैलरी में 22 अक्टूबर 2019 को अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर के प्रस्तावित मॉडल की तस्वीर मिली, जो कहीं से भी वायरल हो रही तस्वीर से मेल नहीं खाती है।
हमारे सहयोगी दैनिक जागरण में अयोध्या के प्रभारी रमा शरण अवस्थी ने वायरल हो रही तस्वीर के अयोध्या के राम मंदिर के होने के दावे का खंडन किया। उन्होंने कहा, ‘अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर का वास्तुशिल्प इससे बिल्कुल अलग और भिन्न है।’
‘दैनिक जागरण’ में 24 जुलाई को प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, ‘अयोध्या के प्रस्तावित राम मंदिर के मॉडल के डिजाइन को नए सिरे से अंतिम रूप दे दिया गया है, जिस पर श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने भी अंतिम मुहर लगा दी है। नए लेआउट के तहत मंदिर पहले से अधिक भव्य बनेगा। इसमें पांच नहीं, बल्कि आसमान छूते छह शिखर होंगे।’ इस खबर में भी प्रस्तावित राम मंदिर की समान तस्वीर इस्तेमाल की गई है।
हिंदी न्यूज चैनल ‘आज तक’ के वीडियो बुलेटिन से इसकी पुष्टि होती है, जिसमें प्रस्तावित राम मंदिर के नक्शे में किए गए बदलाव की जानकारी दी गई है। रिपोर्ट के मुताबिक, प्रस्तावित मंदिर के मूल रूप में कोई बदलाव नहीं होगा और मंदिर अब दो मंजिल की बजाए तीन मंजिल का होगा।
राम मंदिर के वास्तविक वास्तुशिल्प की जानकारी मिलने के बाद हमने राम मंदिर के नाम पर वायरल हो रही तस्वीर के ओरिजिनल सोर्स को खोजना शुरू किया। गूगल रिवर्स इमेज में हमें यह तस्वीर मिली, जिसे कई यूजर्स ने दिल्ली के स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर की तस्वीर को बताकर शेयर किया है।
अक्षरधाम मंदिर की आधिकारिक वेबसाइट पर हमें यही तस्वीर (दूसरे एंगल से अपलोड की गई) नजर आई। इस वेबसाइट पर मंदिर की अन्य तस्वीरों को देखा जा सकता है।
इससे पहले एक और तस्वीर राम मंदिर के नाम पर वायरल हुई थी, जिसकी सत्यता जांचने के लिए हमने आशीष सोमपुरा से संपर्क किया था। वास्तुशिल्पी चंद्रकांत सोमपुरा ने प्रस्तावित राम मंदिर के मूल मॉडल का निर्माण किया था और अब उनके दोनों बेटे निखिल और आशीष सोमपुरा को मंदिर के नए मॉडल को तैयार करने की जिम्मेदारी दी गई है। विश्वास न्यूज ऐसी कई वायरल तस्वीरों और वीडियो की सच्चाई सामने ला चुका है, जिसे अयोध्या के राम मंदिर के नाम पर वायरल किया गया था।
वायरल पोस्ट को शेयर करने वाले पेज को फेसबुक पर करीब 16 लाख से अधिक लोग शेयर फॉलो करते हैं।
निष्कर्ष: अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर की तस्वीर के नाम पर वायरल हो रही इमेज वास्तव में दिल्ली के स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर की है।
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