Fact Check: बेंगलुरु में हुई छापेमारी में ज़प्त की गयी रकम की तस्वीर छत्तीसगढ़ के नाम से वायरल

विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह दावा सही नहीं है। पोस्ट में दिख रही तस्वीर 2016 बेंगलुरु की है जब एक हवाला डीलर के घर छापेमारी में यह धन बरामद हुआ था। इस तस्वीर का छत्तीसगढ़ में हुई छापेमारी से कोई संबंध नहीं है।

नई दिल्ली (विश्वास टीम)। फेसबुक पर एक पोस्ट वायरल हो रहा है, जिसमें बहुत-से भारतीय मुद्रा के नोट और कुछ सोने के आभूषण और सोने के बिस्किट देखे जा सकते हैं। पोस्ट के साथ दावा किया जा रहा है कि तस्वीर में दिख रहा धन छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के अंडर सेक्रेटरी सौम्या चौरसिया के घर से बरामद हुआ है। विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह दावा सही नहीं है। पोस्ट में दिख रही तस्वीर 2016 बेंगलुरु की है, जब एक हवाला डीलर के घर छापेमारी में यह धन बरामद हुआ था।

क्या हो रहा है वायरल?

वायरल तस्वीर में बहुत-से भारतीय मुद्रा के नोट और कुछ सोने के आभूषण और सोने के बिस्किट देखे जा सकते हैं। पोस्ट के साथ डिस्क्रिप्शन में लिखा है, “ये है सौम्या चौरसिया जो छत्तीसगढ़ प्रशासनिक सेवा 2008 बैंच की अफसर है , प्रशासनिक सेवाओं में पहले लोग देश सेवा के लिए आते थे पर ये मोहतरमा तो अकूत खजाने की मालकिन हैं, जिसे लूटा गया है छत्तीसगढ़ राज्य की गरीब जनता से , आप ही बताइए क्या हो इनका , जब CBI व CRPF ने इनके घर छापा मारा तो अधिकारी पैसा देख कर हिल गये , 100 करोड़ कैश 25 किलो से अधिक की ज्वैलरी अनगिनत प्रॉपर्टी के कागज , फिलहाल मैडम फरार हैं।”

इस पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

इस पोस्ट की पड़ताल करने के लिए हमने सबसे पहले इस तस्वीर का स्क्रीनशॉट लिया और फिर उसे गूगल रिवर्स इमेज पर सर्च किया। हमें यह तस्वीर इकोनॉमिक टाइम्स की वेबसाइट पर मिली। खबर की हेडलाइन थी- ‘(अनुवादित) हवाला डीलर के बाथरूम में मिला 5.7 करोड़ रु’ और इस खबर को 10 दिसम्बर 2016 को प्रकाशित किया गया था। खबर के अनुसार, यह धन कर्नाटक के चित्रदुर्ग जिले में एक हवाला डीलर के बाथरूम की टाइल्स के अंदर से मिला था।

हमें यह तस्वीर टाइम्स ऑफ़ इंडिया की वेबसाइट पर भी मिली। इस खबर के मुताबिक, यह धन कर्नाटक के चित्रदुर्ग जिले में एक हवाला डीलर के बाथरूम की टाइल्स के अंदर से इनकम टैक्स के एक छापे में दिसंबर 2016 में मिला था।

वायरल पोस्ट में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के अंडर सेक्रेटरी सौम्या चौरसिया के बारे में बात की गयी है। हमने गूगल पर ओपन कीवर्ड सर्च किया तो पाया कि छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री सचिवालय की उप सचिव सौम्या चौरसिया के घर आयकर की टीम जांच कर रही है। नईदुनिया की एक खबर के अनुसार, ‘गुरुवार (फरवरी 27) को आयकर विभाग की छत्तीसगढ़ में दस्तक हुई थी। टीम ने आबकारी विभाग के ओएसडी अरुण पति त्रिपाठी के सेक्टर-9 स्थित बंगले पर दबिश दी थी। वहां पर जांच करने के दौरान ही टीम की दूसरी टुकड़ी जुनवानी रोड स्थित सूर्या रेसीडेंसी में सौम्या चौरसिया के बंगले पर पहुंची।’ पूरी खबर में कहीं भी कोई नगद राशि ज़ब्त होने की बात नहीं लिखी थी।

हमें यह खबर और भी कई न्यूज़ वेबसाइटों पर मिली मगर कहीं भी नगद राशि ज़ब्त होने का उल्लेख नहीं था। हालांकि, इन ख़बरों में कहा गया कि आयकर विभाग का दावा है कि इस दौरान 150 करोड़ के बेनामी लेन-देन के सबूत मिले।

हमने इस विषय में ज़्यादा पुष्टि के लिए दैनिक जागरण के रायपुर एडिटर अरुण उपाध्याय से बात की। उन्होंने हमें बताया, “आयकर विभाग ने 27 फरवरी की सुबह से लेकर अब तक छत्तीसगढ़ में अधिकारियों, नेताओं और कारोबारियों के यहां छापे मारे हैं। इस दौरान 13 लोगों के 25 ठिकानों पर छापे मारे गए। मुख्यमंत्री की उपसचिव सौम्या चौरसिया के यहां भी छापे मारे गए हैं। आयकर विभाग का दावा है कि इस दौरान 150 करोड़ के बेनामी लेन-देन के सबूत मिले। आयकर विभाग ने कहीं भी कैश ज़प्त होने की बात नहीं कही है। हालांकि, इस रेड को लेकर कोई तस्वीर जारी नहीं की गयी है और न हीं इतनी बड़ी संख्या में मुद्रा के नोट और सोने को ज़प्त करने की बात कही गई है।”

इस पोस्ट को सोशल मीडिया पर कई लोग शेयर कर रहे हैं। इन्हीं में से एक है Hardik Savani नाम का एक फेसबुक यूजर। इस प्रोफाइल के कुल 156,247 फेसबुक फ़ॉलोअर्स हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह दावा सही नहीं है। पोस्ट में दिख रही तस्वीर 2016 बेंगलुरु की है जब एक हवाला डीलर के घर छापेमारी में यह धन बरामद हुआ था। इस तस्वीर का छत्तीसगढ़ में हुई छापेमारी से कोई संबंध नहीं है।

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