विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल होर्डिंग को लेकर किया जा रहा दावा भ्रामक है, होर्डिंग की तस्वीर चार साल से इंटरनेट पर मौजूद है। साथ ही होर्डिंग पर गोमांस का जिक्र नहीं किया गया है। होर्डिंग के जरिए खाने के नाम पर की जा रही राजनीति पर निशाना साधा गया है। इसका बीफ खाने की अपील से कोई संबंध नहीं है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। प्लेट में रखे भोजन को खाते हुए एक शख्स की मलयालम भाषा में लिखी होर्डिंग की एक तस्वीर तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। इसे शेयर कर दावा किया जा रहा है कि कांग्रेस पार्टी ने ये होर्डिंग्स लगवाई है, जिस पर लिखा हुआ है कि अगर आप बीफ खाना चाहते हैं, तो कांग्रेस पार्टी को अपना वोट दें।
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल होर्डिंग को लेकर किया जा रहा दावा भ्रामक है, होर्डिंग की तस्वीर चार साल से इंटरनेट पर मौजूद है। साथ ही होर्डिंग पर गोमांस का जिक्र नहीं किया गया है। होर्डिंग के जरिए खाने के नाम पर की जा रही राजनीति पर निशाना साधा गया है। इसका बीफ खाने की अपील से कोई संबंध नहीं है।
फेसबुक यूजर नीरज कौशिक ने 28 फरवरी 2023 को वायरल पोस्ट (आर्काइव लिंक) को शेयर किया है। यूजर ने पोस्ट को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “लो जी:-केरल में बेहद घिनौना कांग्रेस का पोस्टर…पोस्टर पर लिखा है “अगर गौ मांस खाना है तो कांग्रेस को लाना है” , ये वही राहुल गांधी है जो परम शिवभक्त जनैऊधारी हिंदू बनकर घूमते हैं और केरल में गोमांस पर वोट मांगते हैं।”
वायरल तस्वीर की सच्चाई जानने के लिए हमने फोटो को गूगल रिवर्स इमेज के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल तस्वीर वॉइस ऑफ आईयूएमएल के फेसबुक पेज पर 3 अप्रैल 2019 को पोस्ट हुई मिली। तस्वीर को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, हम खुद को ना भूले और यूडीएफ को वोट दे …यूडीएफ के लिए एक वोट …एक समर्थन राहुल जी के लिए..देश की भलाई और लोगों के उद्धार के लिए..यूडीएफ को वोट दें…यूपीए को वोट दो।
विश्वास न्यूज ने पोस्ट पर लिखे शब्दों के बारे में जानने के लिए गूगल लेंस का इस्तेमाल किया। इसकी मदद से हमने होर्डिंग पर मलयालम भाषा में लिखे शब्दों का अनुवाद किया। हमने पाया कि पोस्ट पर कहीं भी गोमांस गौ मांस का जिक्र नहीं किया गया है। पोस्ट पर लिखा है कि मैं जानना चाहता हूं, खाने के नाम पर लोगों की हत्या? इस भूमि में? इस युग में? पुरानी राजनीति को कहें ना, कट्टरता को कहें ना।
अधिक जानकारी के लिए हमने केरल कांग्रेस के उपाध्यक्ष वी टी बलराम से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल दावा भ्रामक है। यह होर्डिंग लोगों पर खाने के नाम पर होने वाले अत्याचार को लेकर है। इसका बीफ से कोई संबंध नहीं है। पोस्टर पर साफ तौर पर लिखा हुआ मैं जानना चाहता हूं, खाने के नाम पर लोगों की हत्या? इस भूमि में? इस युग में? पुरानी राजनीति को कहें ना, कट्टरता को कहें ना।
फेक पोस्ट शेयर करने वाले फेसबुक यूजर नीरज कौशिक की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। इसके मुताबिक, वह मेरठ का रहने वाला है। यूजर के फेसबुक पर चार हजार मित्र और 24 हजार से ज्यादा फॉलोअर्स हैं।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल होर्डिंग को लेकर किया जा रहा दावा भ्रामक है, होर्डिंग की तस्वीर चार साल से इंटरनेट पर मौजूद है। साथ ही होर्डिंग पर गोमांस का जिक्र नहीं किया गया है। होर्डिंग के जरिए खाने के नाम पर की जा रही राजनीति पर निशाना साधा गया है। इसका बीफ खाने की अपील से कोई संबंध नहीं है।
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