झारखंड और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले गृहमंत्री अमित शाह का एडिटेड वीडियो वायरल हो रहा है। उन्होंने पिछले साल तेलंगाना में हुई रैली में गैर-संवैधानिक मुस्लिम आरक्षण को खत्म करने की बात कही थी, एससी, एसटी और ओबीसी रिजर्वेशन को नहीं।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। झारखंड और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले सोशल मीडिया पर गृहमंत्री अमित शाह से जोड़कर एक रील वायरल हो रही है। इसमें अमित शाह को यह कहते हुए दिखाया गया है कि अगर भाजपा की सरकार बनेगी तो एससी, एसटी और ओबीसी आरक्षण को खत्म कर देंगे। इस रील को कुछ यूजर्स असली समझकर शेयर कर रहे हैं।
विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल वीडियो एडिटेड निकला। दरअसल, अप्रैल 2023 में तेलंगाना में अयोजित रैली में अमित शाह ने भाजपा की सरकार आने पर गैर-संवैधानिक मुस्लिम आरक्षण को खत्म करने की बात कही थी, न कि एससी, एसटी और ओबीसी रिजर्वेशन को समाप्त करने की। फेक वीडियो शेयर करने के मामले में दिल्ली पुलिस ने केस भी दर्ज किया था।
इंस्टाग्राम यूजर aajad_ravindra_barjod ने 29 अक्टूबर को रील (आर्काइव लिंक) शेयर की है। इस पर लिखा है,
“वोट डालते वक्त आदिवासी समुदाय इसे याद रखें
भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनेगी तो ये गैर संविधानिक ST, SC और ओबीसी का है वो रिजर्वेशन को हम समाप्त कर देंगे- गृहमंत्री अमित शाह”
वायरल दावे की जांच के लिए हमने इसमें दी गई वीडियो के स्क्रीनशॉट को गूगल लेंस से सर्च किया। भाजपा नेता अमित मालवीय के एक्स हैंडल पर 27 अप्रैल 2024 को इस कार्यक्रम के वीडियो का लंबा वर्जन पोस्ट किया गया है। इसके साथ में लिखा है कि तेलंगाना कांग्रेस ने अमित शाह का एडिटेड वीडियो शेयर किया है। पोस्ट किए गए वीडियो में अमित शाह कह रहे हैं, “भारतीय जनता पार्टी की सकार बनेगी तो ये गैर-संवैधानिक मुस्लिम रिजर्वेशन को हम समाप्त कर देंगे। यह अधिकार तेलंगाना के एससी, एसटी और ओबीसी का है, वो अधिकार उनको मिलेगा और मुस्लिम रिजर्वेशन को हम समाप्त कर देंगे।”
अमित शाह के यूट्यूब चैनल पर इस कार्यक्रम के वीडियो को देखा जा सकता है। 23 अप्रैल 2023 को तेलंगाना के चेवेला में आयोजित विजय संकल्प सभा की लाइव स्ट्रीमिंग की गई थी। इसमें भी 14:34 मिनट के बाद अमित शाह के बयान को देखा जा सकता है। इसमें भी वह मुस्लिम रिजर्वेशन को समाप्त करने की बात कर रहे हैं।
इससे यह साफ हो गया कि वीडियो के अलग-अलग हिस्सों को जोड़कर वायरल वीडियो को तैयार किया गया है।
अमित शाह के आधिकारिक इंस्टाग्राम हैंडल से 30 अप्रैल 2024 को वीडियो पोस्ट किया गया है। इसमें अमित शाह कह रहे हैं कि भाजपा एससी, एसटी और ओबीसी आरक्षण की समर्थक है। पार्टी धर्म के आधार मुस्लिमों को मिलने वाले आरक्षण को सपोर्ट नहीं करती है।
दैनिक जागरण की वेबसाइट पर 29 अप्रैल को छपी खबर के अनुसार, अमित शाह के फेक वीडियो के मामले में दिल्ली पुलिस ने तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी को समन भेजा है, जबकि असम पुलिस ने रीतम सिंह नाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है।
इससे पहले लोकसभा चुनाव के दौरान भी यह वीडियो वायरल हुआ था। उस समय विश्वास न्यूज ने भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता विजय सोनकर शास्त्री से बात की थी। उन्होंने इस वीडियो को एडिटेड बताया था।
एडिटेड वीडियो को शेयर करने वाले इंस्टाग्राम यूजर की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। यूजर के 29 हजार से ज्यादा फॉलोअर्स हैं।
चुनाव आयोग की प्रेस रिलीज के अनुसार, झारखंड की 81 सीटों के लिए पहले चरण का मतदान 13 नवंबर और दूसरे चरण का मतदान 20 नवंबर को होगा। वहीं, महाराष्ट्र की 288 सीटों के लिए 20 नवंबर को मतदान होगा। 23 नवंबर को मतगणना होगी।
निष्कर्ष: झारखंड और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले गृहमंत्री अमित शाह का एडिटेड वीडियो वायरल हो रहा है। उन्होंने पिछले साल तेलंगाना में हुई रैली में गैर-संवैधानिक मुस्लिम आरक्षण को खत्म करने की बात कही थी, एससी, एसटी और ओबीसी रिजर्वेशन को नहीं।
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