Fact Check : फसल काटती हेमा मालिनी की पुरानी तस्वीरों को भ्रामक दावे के साथ किया जा रहा वायरल 

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि फसल काटती हेमा मालिनी की वायरल तस्वीरों को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। उनकी वायरल तस्वीरें साल 2014, 2015 और साल 2019 की है, जिन्हें अब भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। 

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। लोकसभा चुनाव नजदीक आ चुके हैं। ऐसे में सभी प्रत्याशी मतदाताओं को लुभाने और चुनावी प्रचार करने में लगे हुए हैं। इसी बीच मथुरा सांसद व लोकसभा प्रत्याशी हेमा मालिनी खेत में काम करने वाली महिलाओं से मिलने के लिए पहुंची। उन्होंने उनके साथ गेहूं भी काटे, इसी से जोड़ते हुए उनकी कई तस्वीरें तेजी से वायरल हो रही है। फोटो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि वो हेलीकॉप्टर से गेहूं काटने के लिए पहुंची थी। 

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल तस्वीरों को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। उनकी वायरल तस्वीरें पुरानी है। हेलीकॉप्टर में बैठी हेमा मालिनी की वायरल तस्वीर साल 2015 की है, जब वह पटना से प्रचार कर वापस जा रही थी। जबकि दूसरी तस्वीर साल 2014 की है, जब वह चुनाव प्रचार के दौरान महिलाओं से मिलने के लिए पहुंची थी। वहीं, उनकी तीसरी तस्वीर साल 2019 की है, जिन्हें अब भ्रामक दावों के साथ शेयर किया जा रहा है। 

क्या हो रहा है वायरल ?

फेसबुक यूजर श्रीकांत पंडित ने 9 अप्रैल 2024 को वायरल तस्वीर को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “हेलीकॉप्टर से by रोड गेहूं काटते हुए किसान हेमा मालिनी जी।”

पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।

एक अन्य फेसबुक यूजर ने फोटो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “तपती धूप में बीजेपी सांसद हेमा मालिनी गेंहू काटने पहुँची।”

पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।

पड़ताल 

वायरल तस्वीरों की सच्चाई जानने के लिए हमने एक-एक कर फोटो को गूगल रिवर्स इमेज के जरिए सर्च किया। हेलीकॉप्टर पर बैठी हुई उनकी  पहली तस्वीर हमें उनके आधिकारिक एक्स अकाउंट पर मिला। फोटो (आर्काइव लिंक) को 21 अक्टूबर 2015 को शेयर किया गया था। मौजूद जानकारी के मुताबिक, वायरल तस्वीर चुनाव प्रचार के बाद पटना से रवाना होने से पहले की है। 

दूसरी तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज के जरिए सर्च करने पर हमें यह तस्वीर और इससे जुड़ी कई अन्य तस्वीर राहुल शर्मा नामक एक फेसबुक अकाउंट पर मिली। तस्वीरों (आर्काइव लिंक) को 11 अप्रैल 2014 को शेयर किया गया था। मौजूद जानकारी के मुताबिक, चुनाव से पहले ग्रामीण महिलाओं के साथ मिलकर फसलें काटी। 

वायरल तस्वीर (आर्काइव लिंक) इसी जानकारी के साथ हमें अमर उजाला के आधिकारिक फेसबुक पेज पर 10 अप्रैल 2014 को अपलोड हुई मिली। 

तीसरी तस्वीर के सच के बारे में जानने के लिए हमने फोटो (आर्काइव लिंक) को गूगल रिवर्स इमेज की मदद से सर्च किया। हमें वायरल तस्वीर एएनआई के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर मिली। तस्वीरों को 1 अप्रैल 2019 को शेयर किया गया था। पोस्ट में अनुसार, लोकसभा चुनाव से पहले हेमा मालिनी महिलाओं से मिलने पहुंची और उन्होंने महिलाओं के साथ फसलें काटी।

अधिक जानकारी के लिए विश्वास न्यूज ने दैनिक जागरण, मथुरा के प्रभारी विनीत मिश्रा से संपर्क किया। हमने वायरल पोस्ट को उनके साथ शेयर किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल दावा गलत है। वायरल तस्वीरें काफी पुरानी है। यह हाल-फिलहाल की नहीं है। हालांकि, इस बार भी हेमा मालिनी यहां पर आई थी और उन्होंने महिलाओं के साथ फसलें काटी थी। उन्होंने हमारे साथ हेमा मालिनी की हालिया तस्वीरें भी शेयर की।

अंत में हमने फोटो को भ्रामक दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर के अकाउंट को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर एक विचारधारा से जुड़ी पोस्ट को शेयर करता है। यूजर के पांच हजार से अधिक फॉलोअर्स हैं। 

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि फसल काटती हेमा मालिनी की वायरल तस्वीरों को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। उनकी वायरल तस्वीरें साल 2014, 2015 और साल 2019 की है, जिन्हें अब भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। 

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