गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने पिछले साल जुलाई में कहा था कि उनकी सरकार प्रेम विवाह में माता-पिता की मंजूरी जरूरी करने की व्यवस्था पर अध्ययन करेगी। हालांकि, अभी तक इस बारे में कोई नियम या कानून नहीं बना है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। लोकसभा चुनाव से पहले सोशल मीडिया पर गुजरात को लेकर एक पोस्ट वायरल हो रही है। इसमें दावा किया जा रहा है कि गुजरात देश का पहला राज्य बन गया है, जहां प्रेम विवाह से पहले परिवार की इजाजत लेनी होगी। इस दावे को शेयर कर यूजर्स गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को शुक्रिया अदा कर रहे हैं।
विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में पाया कि गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने पिछले साल जुलाई में इस मामले पर विचार करने की बात कही थी। पाटीदार समाज की मांग पर मुख्यमंत्री ने कहा था कि राज्य सरकार प्रेम विवाह में माता-पिता की अनुमति को अनिवार्य बनाने की संभावना पर विचार करेगी। हालांकि, इसके कानून बनने या यह नियम लागू होने का दावा गलत है।
विश्वास न्यूज के टिपलाइन नंबर +91 95992 99372 पर यूजर ने इस पोस्ट को भेजकर इसकी सच्चाई बताने का आग्रह किया। इसमें लिखा है,
“ब्रेकिंग न्यूज़… बड़ी खबर देश का पहला राज्य बना गुजरात लव मैरिज करने से पहले परिजनों की लेनी होगी अनुमति* मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्रभाई पटेल को बहुत-बहुत धन्यवाद उन्होंने रजिस्टर विवाह में माता-पिता के हस्ताक्षर व आवश्यक कागजात अनिवार्य कर दिये अब कोई भी बेटा या बेटी अपने माता-पिता से पूछे बिना विवाह नहीं कर सकता।”
फेसबुक यूजर Lala Nath Yogi (आर्काइव लिंक) और एक्स यूजर @Vini__007 (आर्काइव लिंक) ने भी इस पोस्ट को शेयर किया है।
वायरल दावे की जांच के लिए हमने कीवर्ड से गूगल पर सर्च किया। 31 जुलाई 2023 को एबीपी लाइव की वेबसाइट पर छपी खबर के अनुसार, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने एक कार्यक्रम में कहा था कि उनकी सरकार प्रेम विवाह के लिए माता-पिता की अनुमति जरूरी करने की व्यवस्था के बारे में अध्ययन करेगी। दरअसल, पाटीदार समाज के एक ग्रुप ने प्रेम विवाह में माता-पिता की मंजूरी को अनिवार्य बनाने की मांग की थी।
दैनिक जागरण की वेबसाइट पर भी 31 जुलाई 2023 को पीटीआई के हवाले से छपी खबर में जिक्र किया गया है कि पाटीदार समाज के कुछ वर्ग ने प्रेम विवाह के लिए माता-पिता की अनुमति जरूरी करने की मांग की थी। इसके जवाब में गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल ने एक कार्यक्रम में कहा कि उनकी सरकार इसका अध्ययन करेगी कि क्या लव मैरिज के लिए पैरेंट्स की अनुमति को अनिवार्य बनाने का प्रावधान संवैधानिक सीमा में रहकर किया जा सकता है।
दैनिक भास्कर की वेबसाइट पर भी छह माल पहले छपी खबर में लिखा है कि गुजरात के मुख्यमंत्री ने इस बारे में अध्ययन कराने की बात कही है।
हमें इसके अलावा कोई भी ऐसी मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली, जिससे साबित हो सके कि गुजरात में इस तरह का कोई नियम बन गया है कि प्रेम विवाह के लिए माता-पिता की अनुमति जरूरी हो गई है।
इस बारे में गुजराती जागरण के एसोससिएट एडिटर जीवन कपूरिया का कहना है कि अभी इस तरह का कोई नियम या कानून नहीं बना है। सीएम ने पिछले साल एक कार्यक्रम में इस पर विचार करने की बात कही थी।
गलत दावा करने वाले फेसबुक यूजर की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। अजमेर में रहने वाले यूजर के करीब 5100 फॉलोअर्स हैं।
निष्कर्ष: गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने पिछले साल जुलाई में कहा था कि उनकी सरकार प्रेम विवाह में माता-पिता की मंजूरी जरूरी करने की व्यवस्था पर अध्ययन करेगी। हालांकि, अभी तक इस बारे में कोई नियम या कानून नहीं बना है।
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