Fact check: भारत सरकार चुनावी सर्वे नहीं करा रही है

Fact check: भारत सरकार चुनावी सर्वे नहीं करा रही है

नई दिल्‍ली (विश्‍वास टीम)। विश्वास.न्यूज़ के वॉट्सऐप पर हमें एक मैसेज मिला जिसमें हमारे एक यूजर ने हमें एक मैसेज कन्फर्म करने को कहा। मैसेज में लिखा था- “क्या आपको पता है भारत सरकार WhatsApp के जरिये Online सर्वे कर रही हैं 2019 का चुनाव कौन जीत सकता हैं वोट करें मैंने भी वोट कर दिया है 👉👇 https://bit.ly/2UHsoaX “। हमारी पड़ताल में हमने पाया कि सरकार ऐसा कोई भी सर्वे नहीं कर रही है। यह मैसेज फर्जी है।

पड़ताल

हमें यह मैसेज हमारे वॉट्सऐप पर मिला था, हमने इस खबर को सोशल मीडिया पर ढूंढ़ने का फैसला किया। हमने पाया कि ट्विटर और फेसबुक पर भी यह मैसेज वायरल हो रहा है।

इस मैसेज में लिखा है- “क्या आपको पता है भारत सरकार WhatsApp के जरिये Online सर्वे कर रही हैं 2019 का चुनाव कौन जीत सकता हैं वोट करें मैंने भी वोट कर दिया है 👉👇 https://bit.ly/2UHsoaX “।

मैसेज में ‘भारत सरकार’ लिखा है इसलिए हमने अपनी पड़ताल को आगे बढ़ाने के लिए दिए गए लिंक को क्लिक करने का फैसला किया। क्लिक करने पर जो पेज खुला उसका यूआरएल था -http://hostindian.in/Pmindia2019/#।

आपको बताते चलें कि सभी सरकारी वेबसाइट्स सिक्योर प्लेटफार्म पर खुलती हैं, जबकि दी गयी वेबसाइट नॉट सिक्योर रूप से खुली। वोट करने के बाद वेबसाइट आपसे यह मैसेज 10 और लोगों को फॉरवर्ड करने को कहती है। साथ ही, एक ऐप डाउनलोड करने को भी कहा जाता है।

एप्‍लिकेशन डाउनलोड करने के लिए जब हमने क्लिक किया तो 4 Fun – Funny Video, WhatsApp Status ऐप इन्स्टॉल करने का ऑप्‍शन हमारे सामने आ गया।

फर्जी वेबसाइट के माध्‍यम से 4Fun का ऐप इंस्‍ट्राल करने को कहा जा रहा है।

इस पेज का Whois सर्च करने पर हमने पाया कि इस वेबसाइट को मध्य प्रदेश के गुना जिला के चांचोरा से रजिस्टर किया गया है। वेबसाइट 2018-06-22 को एक साल के लिए रजिस्टर की गयी थी।

दिए गए यूआरएल का Whois सर्च रिजल्ट

इस पेज में राजनेताओं की तस्वीर के नीचे एक बैनर लगा है जिसमें लिखा है #DailyhuntTrustoftheNation। हमने इस हैशटैग को सर्च किया और पाया कि यह हैशटैग न्यूज़ ऐप Daily Hunt के एक सर्वे के दौरान इस्तेमाल किया गया था।

हमने Daily Hunt को मेल कर इस बारे में जानकारी मांगी तो उन्होंने बताया कि उन्होंने #TrustOfTheNation नामक एक सर्वे अक्टूबर-नवंबर 2018 में किया था। यह सर्वे निल्सन इंडिया के साथ पार्टनरशिप में किया गया था। उन्होंने हमें बताया कि यह सर्वे सिर्फ डेली हंट के ऐप और One India के वेबसाइट पर किया गया था ना कि किसी मैसेज या दूसरी वेबसाइट के जरिये। साथ ही, हमें बताया गया कि यह सर्वे यूआरएल अब डीएक्टिवेट कर दिया गया है।

डेली हंट द्वारा भेजा गया हमारे मेल का रिप्लाई

हमने आधिकारिक पुष्टि के लिए सेंट्रल इन्फॉर्मेशन कमीशन को कॉल किया और ज्वाइंट सेक्रेटरी के स्टाफ द्वारा हमें बताया गया कि भारतीय सरकार आधिकारिक रूप से ऐसा कोई सर्वे नहीं कर रही है।

निष्कर्ष: हमारी पड़ताल में हमने पाया कि भारतीय सरकार आधिकारिक रूप से ऐसा कोई सर्वे नहीं कर रही है। हमने पाया कि मैसेज में इस्तेमाल हो रहे ग्राफ़िक्स भी एक न्यूज़ ऐप डेली हंट के सर्वे से लिए गए हैं। यह मैसेज क्लिकेबल है, इस यूआरएल पर न ही क्लिक करें और न ही इसे फॉरवर्ड करें।

पूरा सच जानें… सब को बताएं

सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

False
Symbols that define nature of fake news
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