Fact Check: राहुल गांधी के साथ दिख रही लड़की जामिया की नहीं, केरल के स्कूल की छात्रा है

Fact Check: राहुल गांधी के साथ दिख रही लड़की जामिया की नहीं, केरल के स्कूल की छात्रा है

नई दिल्ली (विश्वास टीम)। कांग्रेस के पूर्व प्रेसिडेंट और केरल के वायनाड से सांसद राहुल गांधी की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, जिसके जरिए नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ जामिया मिल्लिया इस्लामिया के छात्रों के किए गए विरोध को पूर्व नियोजित साजिश बताया जा रहा है। दावा किया जा रहा है कि राहुल गांधी के साथ नजर आ रही छात्रा जामिया में पढ़ने वाली आयशा रेना है, जिसने विरोध प्रदर्शन की अगुआई की।

विश्वास न्यूज की पड़ताल में यह दावा गलत निकला। राहुल गांधी के साथ तस्वीर में नजर आ रही छात्रा आयशा रेना नहीं, बल्कि केरल के एक स्कूल में पढ़ने वाली लड़की है, जिसने राहुल गांधी के अंग्रेजी में दिए गए भाषण को मलयालम में ट्रांसलेट किया था।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक यूजर दिलीप साहू (Dileep Sahoo) ने चार तस्वीरों को शेयर करते हुए लिखा है, ”#राहुल_गांधी के साथ ये वही #जिहादिन है जो कल सुरक्षा बलों पर पथराव कर रहे दंगाई को बचा रही थी और भद्दी भद्दी गालिया दे रही थी।🤔

राहुल के साथ इसका फ़ोटो देखकर एक बात साफ हो गई कि ये दंगे पूर्ण रूप से सुनियोजित तरीके से #कोंग्रेस ओर #आम_आदमी_पार्टी के मिलीभगत से हुआ है।😠 आज पूरा देश देख रहा है कितने गद्दार भरे पड़े हैं हमारे बीच में।😠”

सोशल मीडिया पर फर्जी दावे के साथ वायरल हो रही तस्वीर

सोशल मीडिया के अन्य प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर भी इस तस्वीर को समान दावे के साथ वायरल होते हुए देखा जा सकता है।

पड़ताल

फेसबुक पोस्ट में चार तस्वीरें नजर आ रही हैं, जिनमें दो तस्वीरें राहुल गांधी की है, जबकि दो तस्वीरें पुलिस के लाठीचार्ज की है। विश्वास न्यूज ने बारी-बारी से चारों तस्वीरों की जांच की।

पहली दो तस्वीरों का सच:

पहली दो तस्वीरों में हिजाब पहनी हुई लड़की वायनाड के सांसद राहुल गांधी के साथ नजर आ रही है।

सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीर

रिवर्स इमेज करने पर हमें अंग्रेजी अखबार टेलीग्राफ पर 6 दिसंबर 2019 को प्रकाशित एक खबर का लिंक मिला, जिसमें राहुल गांधी समान लड़की के साथ नजर आ रहे हैं।

अंग्रेजी अखबार टेलीग्राफ में छपी खबर

खबर के मुताबिक राहुल गांधी मल्लपुरम में एक सरकारी स्कूल के साइंस लैब का उद्धाटन करने पहुंचे थे और इस दौरान उन्होंने अपने भाषण को मलयाली भाषा में ट्रांसलेट करने के लिए वहां मौजूद एक लड़की को मंच पर बुलाया।

राहुल ने कहा, ‘मैं अंग्रेजी में बोलने जा रहा हूं और मैं चाहता हूं कि कोई इसे ट्रांसलेट करे। क्या कोई छात्र है, जो मेरी बातों को मलयाली में ट्रांसलेट करेगा? क्या है कोई?’ वहां मौजूद छात्र सफा फबीन ने इसकी सहमति दी और उन्होंने राहुल गांधी के अंग्रेजी के भाषण को मलयाली में ट्रांसलेट किया। उनके इस ट्रांसलेशन की जबरदस्त तारीफ हुई।

कांग्रेस के यू-ट्यूब चैनल पर 5 दिसंबर 2019 को इसी कार्रक्रम का वीडियो मिला, जिसमें राहुल गांधी को स्कूल की छात्रा का नाम (सफा फबीन) लेते हुए सुना जा सकता है।

राहुल गांधी का यह कार्यक्रम वायनाड में 5 दिसंबर को था और उनके साथ नजर आ रही लड़की मल्लपुरम के एक स्कूल में पढ़ने वाली 12वीं की छात्रा है।

अन्य दो तस्वीरों की पड़ताल:

सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीर

अन्य दो तस्वीरों में कुछ लड़कियां पुलिस के साथ नजर आ रही है। रिवर्स इमेज में हमें यह तस्वीर ‘नवजीवन’ की वेबसाइट पर लगी एक खबर में मिली, जो जामिया मिल्लिया इस्लामिया के छात्रों के नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ हुए विरोध प्रदर्शन से जुड़ा हुआ है।

रिपोर्ट के मुताबिक तस्वीर में नजर आ रही लड़की, जिसने हिजाब पहन रखा है और पुलिस वालों से बातचीत करती हुई नजर आ रही है, उनका नाम है आयशा रेना। रेना के पीछे हिजाब में नजर आ रही एक और लड़की लदीदा सकलून है और नीचे पड़ा लड़का शाहीन अब्दुल्ला है। लदीदा केरल के कन्नूर की ही रहने वाली हैं। नवजीवन के यू-ट्यूब हैंडल पर अपलोड किए गए वीडियो में भी इस घटना को देखा जा सकता है।

विश्वास न्यूज ने इसे लेकर लदीदा सकलून और आयशा रेना से संपर्क किया। लदीदा सकलून से हमें आयशा रेना के पति अफसल रहमान सीए का नंबर मिला। उन्होंने पुष्टि करते हुए बताया कि राहुल गांधी के नजर आ रही लड़की आयशा रेना नहीं हैं।

उन्होंने बताया, ‘नीले हिजाब में पुलिस वालों के साथ नजर आ रही लड़की आयशा रेना है। आयशा जामिया में इतिहास की सेकेंड ईयर की छात्रा हैं, जबकि राहुल गांधी के साथ नजर आ रही लड़की कोई स्कूल गर्ल है।‘ आयशा रेना, फेसबुक पर ‘Aysha Renna N’ के नाम से मौजूद हैं।

आयशा रेना की फेसबुक प्रोफाइल में लगी तस्वीर

आयशा ने भी इसकी पुष्टि की। विश्वास न्यूज से बातचीत में उन्होंने कहा, ‘राहुल गांधी के साथ मैं नहीं हूं।’ उनकी प्रोफाइल तस्वीर को देखकर भी वायरल तस्वीर में किए गए दावे के फर्क को समझा जा सकता है।

निष्कर्ष: जामिया मिल्लिया इस्लामिया में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ हुए विरोध प्रदर्शन की पोस्टर गर्ल के राहुल गांधी के साथ होने के दावे के साथ वायरल हो रही तस्वीर फर्जी है। राहुल गांधी जिस लड़की के साथ नजर आ रहे हैं वह केरल के एक स्कूल में पढ़ने वाली 12 वीं की छात्रा है, जबकि आयशा रेना जामिया में इतिहास की छात्रा है।

False
Symbols that define nature of fake news
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