Fact Check : मायावती के समर्थन में जेडीयू नेता केसी त्यागी का यह बयान 5 साल पुराना है, हाल का नहीं

निष्कर्ष : विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि केसी त्यागी की तरफ से मायावती को लेकर दिया गया बयान हाल-फिलहाल का नहीं, बल्कि करीब 5 साल पुराना है। साल 2018 में मायावती ने कांग्रेस के साथ गठबंधन करने से इनकार कर दिया था। इसे लेकर दिग्विजय सिंह का कहना था कि उन पर सीबीआई और ईडी का दबाव है। इसी संदर्भ में केसी त्यागी ने एक न्यूज चैनल को इंटरव्यू देते हुए कहा था कि मायावती सीबीआई या ईडी से क्या भगवान से भी नहीं डरती हैं। 

Fact Check : मायावती के समर्थन में जेडीयू नेता केसी त्यागी का यह बयान 5 साल पुराना है, हाल का नहीं

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। लोकसभा चुनाव की सीट के बंटवारे को लेकर ‘I.N.D.I.A’ गठबंधन में चर्चा जारी है। इसी बीच सोशल मीडिया पर न्यूज वेबसाइट के एक स्क्रीनशॉट को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के नेता केसी त्यागी ने बसपा सुप्रीमो मायावती के कांग्रेस के खिलाफ दिए गए बयान को समर्थन किया है। उन्होंने कहा है, ‘मायावती किसी से नहीं डरती हैं।’

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल दावा गलत है। असल में केसी त्यागी की तरफ से दिया गया यह बयान हाल-फिलहाल का नहीं, बल्कि करीब 5 साल पुराना है। साल 2018 में मायावती ने कांग्रेस के साथ गठबंधन करने से इनकार कर दिया था। इसे लेकर दिग्विजय सिंह का कहना था कि उन पर सीबीआई (केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो) और ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) का दबाव है। इसी संदर्भ में केसी त्यागी ने एक न्यूज चैनल को इंटरव्यू देते हुए कहा था कि मायावती सीबीआई या ईडी से क्या भगवान से भी नहीं ‘डरती’ हैं। 

क्या हो रहा है वायरल ?

फेसबुक यूजर ध्रुव सागर ने 3 जनवरी 2024 को वायरल पोस्ट को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “कैसी त्यागी कह रहे हैं मायावती ने जो कहा सही है बीजेपी कांग्रेस दोनों ही ब्राह्मण बनिया ठाकुरों की पार्टी है 15% इनका वोट नहीं है एससी एसटी ओबीसी वाले जो इन्हें वोट ना दिन दोनों पार्टियों को तो प्रधानी का चुनाव नहीं जीत सकती भारत में 70 सालों से दोनों मिलकर देश को बर्बाद कर रही है संसद में बैठकर दलित आदिवासियों के ओबीसी के मुसलमान के अधिकार हैं उनको कमजोर किया जिस दिन हमारे यहां के स्ट के ओबीसी वाले समझ गए यह प्रधानी का चुनाव नहीं जीत सकती दोनों दोनों गद्दार पार्टी हैं मोदी में दम है तो मायावती को गिरफ्तार करें जेल में डाल दे अभी तुरंत जो बीजेपी का सुरमा नेता है वह मायावती को गिरफ्तार कर दे जितना अत्याचार दलितों पर बीजेपी कर रही है उसका हिसाब बीजेपी के नेताओं को चुकाना होगा आने वाले टाइम में।”

वायरल स्क्रीनशॉट पर लिखा हुआ है, ‘मायावती भगवान से भी नहीं डरती -केसी त्यागी’

पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।

पड़ताल 

वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स की मदद से सर्च करना शुरू किया। हमें दावे से जुड़ी रिपोर्ट आजतक की वेबसाइट पर मिली। रिपोर्ट को 4 अक्टूबर 2018 को शेयर प्रकाशित किया गया है। रिपोर्ट में इंटरव्यू का वीडियो मौजूद है। वीडियो में 2.19 मिनट से सुना जा सकता है, रिपोर्टर केसी त्यागी से पूछती है, “मायवती बहुत ही विस्तार से जब उन्होंने बोला तो उन्होंने दिग्विजय जैसे बहुत ही बड़े नेताओं का नाम लिया कि कांग्रेस के अपने ही नेता जो हैं वो बीजेपी के एजेंट बनकर काम कर रहे हैं। क्या निष्कर्ष निकालते हैं आप?”

इस पर जवाब देते हुए केसी त्यागी कहते हैं, “देखिए मायवती जैसी महत्वपूर्ण नेता के लिए दिग्विजय सिंह का कहना कि वो सीबीआई से डर गई हैं। वो ईडी से डर गई है, यह बहुत बड़ा अपमान हैं। कांग्रेस पार्टी के आधा दर्जन से जो बड़ा नेतृत्व है, वो नंबर टू, थ्री, फोर, फाइव वो सब ईडी, सीबीआई की रडार पर है। तो यह बात कांग्रेस पर भी लागू होती है। आपकी जानकारी के लिए मायावती भगवान से भी नहीं डरती हैं। वो देवी-देवताओं को भी नहीं मानती हैं।”

पड़ताल के दौरान हमें आजतक की वेबसाइट पर 3 अक्टूबर 2018 को प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट के अनुसार, मायावती ने कांग्रेस और राजस्थान विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ गठबंधन करने से इनकार कर दिया था और अलग लड़ने का ऐलान किया था। मायावती के इस फैसले पर दिग्विजय ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा मायावती पर सीबीआई और ईडी का दबाव है, जिसकी वजह से वह कांग्रेस के साथ नहीं आना चाहती हैं। इसके जवाब में मायावती ने कहा था कि कुछ नेताओं को कहना है कि मैं सीबीआई और ईडी की धमकी की वजह से कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं करना चाहती। लेकिन असलियत यह है कि कांग्रेस इस गठबंध से बीएसपी को खत्म करना चाह रही है। 

अधिक जानकारी के लिए हमने इस इंटरव्यू को करने वाली पत्रकार मौसमी सिंह से संपर्क किया। उन्होंने दावे को भ्रामक और इंटरव्यू को पुराना बताया है।

अंत में हमने वायरल पोस्ट को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर के अकाउंट को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर एक विचारधारा से जुड़ी पोस्ट को शेयर करता है।

निष्कर्ष : विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि केसी त्यागी की तरफ से मायावती को लेकर दिया गया बयान हाल-फिलहाल का नहीं, बल्कि करीब 5 साल पुराना है। साल 2018 में मायावती ने कांग्रेस के साथ गठबंधन करने से इनकार कर दिया था। इसे लेकर दिग्विजय सिंह का कहना था कि उन पर सीबीआई और ईडी का दबाव है। इसी संदर्भ में केसी त्यागी ने एक न्यूज चैनल को इंटरव्यू देते हुए कहा था कि मायावती सीबीआई या ईडी से क्या भगवान से भी नहीं डरती हैं। 

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