Fact Check : चुनाव से पहले पार्टियों के साथ जुड़ने की फर्जी पोस्ट हुई वायरल 

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल पोस्ट में राजनीतिक दलों को ज्वाइन करने को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। लोगों के साथ धोखाधड़ी करने के इरादे से इस पोस्ट को वायरल किया जा रहा है। इस तरह के मैसेज पर भरोसा न करें और किसी के साथ अपनी निजी जानकारी को साझा न करें। वायरल पोस्ट पर दिए गए नंबर पर संपर्क करने पर हमने पाया कि ये पोस्ट लोगों को गुमराह करने के इरादे से किया जा रहा  है। 

विश्वास न्यूज (नई दिल्ली)। देश में जल्द ही पांच राज्यों में विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं। सभी राजनीतिक दल इसकी तैयारी में जुटे हुए हैं। इसी बीच बीजेपी, कांग्रेस, बीएसपी और एसपी के नाम से सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रही है। पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि ये सभी पार्टियां हर जिले में 20 लोगों को काम दे रहे हैं।

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल पोस्ट को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। लोगों के साथ धोखाधड़ी करने के इरादे से इस पोस्ट को वायरल किया जा रहा है। इस तरह के मैसेज पर भरोसा न करें और किसी के साथ अपनी निजी जानकारी को साझा न करें। वायरल पोस्ट पर दिए गए नंबर पर संपर्क करने पर हमने पाया कि ये पोस्ट लोगों को गुमराह करने के इरादे से किया जा रहा  है। 

क्या हो रहा है वायरल ?

फेसबुक यूजर सुनील यादव ने अखिलेश यादव की तस्वीर को  शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “मुझे हर जिले से 20 लोगों की आवश्यकता है घर से काम करे सिर्फ जिले का नाम Whatsapp करे 8302718615”

पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।

फेसबुक यूजर पंकज यादव ने कांग्रेस की तस्वीर को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “मुझे हर जिले से 20 लोगों की आवश्यकता है घर से काम करें सिर्फ जिले का नाम Whatsapp करे 6375729687”

पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।

फेसबुक यूजर दीपक गांधी ने पीएम मोदी की तस्वीर को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “मुझे हर जिले से 30 लोगों की आवश्यकता है घर से काम करे सिर्फ जिले का नाम Whatsapp करे 7811905505”

पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।

पड़ताल 

वायरल पोस्ट की सच्चाई जानने के लिए हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स की मदद से सर्च किया। हमें  दावे से जुड़ी कोई रिपोर्ट नहीं मिली। अगर पार्टियों ने चुनाव के बीच इस तरह की कोई कैंपेन चलाई होती, तो उससे जुड़ी कोई न कोई न्यूज रिपोर्ट जरूर मौजूद होती। 

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने सभी पार्टियों के सोशल मीडिया अकाउंट्स को भी खंगाला। हमें दावे से जुड़ी कोई पोस्ट नहीं मिली। हमने पाया कि यह पोस्ट सोशल मीडिया पर कई मशहूर शख्सियतों और नेताओं के नाम से भी वायरल है। 

हमने पोस्ट में दिए गए एक नंबर पर संपर्क किया। उन्होंने हमें रिप्लाई करते हुए कहा कि हम आपको घर से पैकिंग करने का काम देंगे  लेकिन इसके लिए आपको हमारे साथ रजिस्टर्ड होना होगा और उसके लिए आपको पहले हमें पैसे देने होंगें। पैसे देने के बाद आप हमारे साथ रजिस्टर्ड हो जाएंगे और हम आपको घर से पैकिंग का काम करने के लिए देंगे । 

पार्टियों से जुड़ने की प्रक्रिया के बारे में जानने के लिए हमने एक-एक कर सभी पार्टियों की वेबसाइट को खंगाला। 

हमने सबसे पहले बीजेपी की वेबसाइट को खंगाला। हमें  वहां पर वायरल पोस्ट से जुड़ी कोई जानकारी नहीं मिली। कहीं भी यह जानकारी नहीं मिली कि बीजेपी हर जिले में 20 लोगों को रख रही है। हमने पाया कि बीजेपी के साथ जुड़ने के लिए वेबसाइट पर जाकर एक फॉर्म भरना पड़ता है। हमें ठीक इसी तरह की जानकारी कांग्रेस, बीएसपी और एसपी की वेबसाइट खंगलाने पर भी मिली। 

अधिक जानकारी के लिए हमने बीजेपी प्रवक्ता विजय सोनकर शास्त्री से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया, “वायरल दावा गलत है। बीजेपी की तरफ से इस तरह की कोई पोस्ट जारी नहीं की गई है। चुनावी माहौल है, ऐसे में लोग धोखाधड़ी करने के लिए इस तरह की पोस्ट वायरल कर रहे हैं।”

कुछ समय पहले मध्य प्रदेश बीजेपी के नाम से भी इस तरह की एक पोस्ट वायरल हुई थी। हमने उस दौरान भी पड़ताल कर सच्चाई सामने रखी थी। पूरी रिपोर्ट को यहां पर पढ़ा जा सकता है।

हमने समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता डॉ अशुतोष वर्मा से संपर्क किया। उन्होंने भी वायरल दावे का खंडन करते हुए इसे फर्जी बताया है। 

हमने कांग्रेस प्रवक्ता अभिमन्यु त्यागी से भी संपर्क किया। उन्होंने भी वायरल पोस्ट को फेक बताते हुए कहा, “इस तरह की पोस्ट को लोगों  को गुमराह और धोखाधड़ी करने के लिए शेयर किया जा रहा है।”

विश्वास न्यूज ने बीएसपी नेता फैजान खान से संपर्क किया। उनका कहना है कि इस तरह की कोई पोस्ट बीएसपी ने जारी नहीं की है। इस पर भरोसा न करें।

इस बारे में अधिक जानकारी हासिल करने के लिए हमने साइबर एक्सपर्ट अनुज अग्रवाल से बात की। उनका कहना है, “दुनिया जितनी तेजी से प्रगति कर रही है। उतनी ही तेजी से ये धोखाधड़ी करने वाले लोग भी बढ़ रहे हैं। ये लोगों के साथ ठगी करने के लिए नए-नए तरीके निकाल रहे हैं। कभी ये आपसे लिंक शेयर कर उस पर क्लिक करने के लिए कहेंगे तो कभी ये आपसे वॉट्सऐप ग्रुप के साथ जुड़ने के लिए कहेंगे । इसी तरह से इस पोस्ट के जरिए भी किया जा रहा है। लोगों को पार्टियों के नाम से गुमराह किया जा रहा है। पहले ये आपके विश्वास को जीतेंगे और फिर किसी तरह से आपके  फोन को हैक कर निजी जानकारी हासिल करेंगे । इसके बाद चंद मिनटों में आपके बैंक अकाउंट को खाली कर देंगे । या फिर ये लोग आपसे किसी तरह झूठ बोलकर पैसे ट्रांसफर करने के लिए कहेंगे। इस तरह की किसी पोस्ट पर भरोसा न करें। हमेशा असली वेबसाइट पर जाकर एक बार चेक करें और अपनी निजी जानकारियों को साझा करने से बचें।”

अंत में हमने वायरल पोस्ट को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर के अकाउंट को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर के करीब 100 मित्र हैं। प्रोफाइल पर यूजर ने खुद को वाराणसी का रहने वाला बताया है। 

निष्कर्ष : विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल पोस्ट में राजनीतिक दलों को ज्वाइन करने को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। लोगों के साथ धोखाधड़ी करने के इरादे से इस पोस्ट को वायरल किया जा रहा है। इस तरह के मैसेज पर भरोसा न करें और किसी के साथ अपनी निजी जानकारी को साझा न करें। वायरल पोस्ट पर दिए गए नंबर पर संपर्क करने पर हमने पाया कि ये पोस्ट लोगों को गुमराह करने के इरादे से किया जा रहा  है। 

False
Symbols that define nature of fake news
पूरा सच जानें...

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